बाढ़ से बिगड़े हालात: यूपी के 14 जिलों पर खतरा, तबाही की कगार पर 431 गांव

 जनपद मुख्यालय पर आपदा कंट्रोल रूम को 24 घंटे संचालित करने के साथ-साथ बाढ़ राहत के संबंध में तत्परता से कार्यवाही करने को कहा गया है

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 3 Sep 2020 3:24 PM GMT
बाढ़ से बिगड़े हालात: यूपी के 14 जिलों पर खतरा, तबाही की कगार पर 431 गांव
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जनपद मुख्यालय पर आपदा कंट्रोल रूम को 24 घंटे संचालित करने के साथ-साथ बाढ़ राहत के संबंध में तत्परता से कार्यवाही करने को कहा गया है

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बाढ़ के हालात दिन कहीं सुधर रहे हैं तो कहीं पर बिगड़ते जा रहे हैं। फिलहाल 14 जिलों के 431गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। गंगा नदी गायघाट (बलिया) में अपने खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही है। उत्तर प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री अनिल राजभर ने आज यहां बताया कि स्वच्छ पीने योग्य पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए ग्राम स्तर पर तैनात स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा क्लोरीन टैबलेट का वितरण करने को कहा गया है।

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उन्होंने बताया कि जनपद मुख्यालय पर आपदा कंट्रोल रूम को 24 घंटे संचालित करने के साथ-साथ बाढ़ राहत के संबंध में तत्परता से कार्यवाही करने को कहा गया है राज्यभर ने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में सभी तटबंध सुरक्षित है। बाढ़ के संबंध में निरन्तर अनुश्रवण का कार्य किया जा रहा है। कहीं भी किसी प्रकार की चिंताजनक परिस्थिति नहीं है। प्रदेश के बाढ़ प्रभावित जनपदों में सर्च एवं रेस्क्यू हेतु एनडीआरएफ की 10 टीमें तथा एसडीआरएफ की सात टीमें, पीएसी की 9 टीमें व प्लाटून की एक टीम तैनाती की गयी है। 175 नावें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगायी गयी है। बाढ़ एवं अतिवृष्टि की आपदा से निपटने हेतु बचाव व राहत प्रबन्धन के सम्बन्ध में विस्तृत दिशा निर्देश जारी किये जा चुके है।

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राजभर ने बताया कि बाढ़ पीड़ित परिवारों को खाद्यान्न किट का वितरण कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक राहत सामग्री के अन्तर्गत 1,85,668 खाद्यान्न किट व 3,43,219 मीटर तिरपाल का वितरण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि 350 मेडिकल टीम लगायी गयी है।

राजभर ने बताया कि बाढ की आपदा से निपटने के लिए प्रदेश में 384 बाढ़ शरणालय तथा 784 बाढ़ चैकियां स्थापित की गयी है। वर्तमान में प्रदेश के 14 जनपद (अम्बेडकरनगर, अयोध्या, आजमगढ़, बलिया, बाराबंकी, बस्ती, देवरिया, फर्रूखाबाद, गोण्डा, कुशीनगर, लखीमपुरखीरी, मऊ, संतकबीरनगर, तथा सीतापुर) के 431 गांवों बाढ़ से प्रभावित है।

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गंगा नदी गायघाट (बलिया) में अपने खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही है। प्रदेश में 518 पशु शिविर स्थापित किये गये है तथा 7,46,998 पशुओं का टीकाकरण भी किया गया हैं। उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब तक कुल 4,804 कंुतल भूसा वितरित किया गया है। आपदा से निपटने के लिए जनपद एवं राज्य स्तर पर आपदा नियंत्रण केन्द्र की स्थापना की गयी है। उन्होंने कहा कि किसी को भी बाढ़ या अन्य आपदा के संबंध में कोई भी समस्या होती है तो वह जनपदीय आपदा नियंत्रण केन्द्र या राज्य स्तरीय कंट्रोल हेल्प लाइन पर फोन कर सम्पर्क कर सकता है।

रिपोर्टर: श्रीधर अग्निहोत्री

Suman  Mishra | Astrologer

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एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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