TRENDING TAGS :
गोरखपुर: योगी सरकार का ऐलान, पूर्वांचल बनेगा देश का समृद्धतम क्षेत्र
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि पूर्वांचल के बारे में जान बूझकर एक सोच विकसित की गई। यह सोच थी कि पूर्वांचल गरीब और पिछड़ा है।
गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि पूर्वांचल के बारे में जान बूझकर एक सोच विकसित की गई। यह सोच थी कि पूर्वांचल गरीब और पिछड़ा है। जवाबदेही से बचने के लिए अकादमिक संस्थाओं ने भी इस पर ठप्पा लगा दिया। लिहाजा हमने भी उसी को स्वीकार कर लिया। सच इससे बिलकुल इतर है। पूर्वांचल में सब कुछ है। नौ तरह की कृषि जलवायु, दुनिया की सबसे उर्वर भूमि, प्रचुर मानव संसाधन, भरपूर पानी, वर्ष पर्यन्त बहने वाली गंगा -जमुना व सरयू सरीखी नदियां आदि। इनके आधार पर हम पूर्वांचल को देश का समृद्धतम इलाका बनाएंगे। याद रखिए यह काम हार्वर्ड और कैम्ब्रिज नहीं करेंगे, खुद करना होगा। यहां के युवाओं, किसानों और शिल्पकारो को जोड़कर करना होगा।
सीएम योगी गुरुवार शाम गोरखपुर विश्वविद्यालय व नियोजन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में गोरखपुर विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित ‘पूर्वांचल का सतत विकास: मुद्दे, रणनीति एवं भावी दिशा’ विषयक तीन दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार व संगोष्ठी का बतौर मुख्य अतिथि शुभारंभ कर रहे रहे थे।
ओडीओपी देश की सबसे लोकप्रिय योजना
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के सभी जिलों की एक खूबी है। इसी खूबी को ब्रान्ड बनाने के लिए हमने एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना शुरू की। आज यह देश की सर्वाधिक लोकप्रिय योजना है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को इसी योजना के जरिये साकार होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भगवान राम, बुद्ध, अधिकांश जैन तीर्थंकर, क्रियात्मक योग के जनक गुरु गोरखनाथ की धरती है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में ही दुनिया का सबसे बड़ा सांस्कृतिक आयोजन कुंभ होता है।
ये भी पढ़ें: मिला शराब का कुआं: आगरा के इस गांव पहुंचे सभी, कहानी ने चौंका दिया सभी को
हाल में हुए कुम्भ की दिव्यता, भव्यता और विशालता को पूरी दुनिया ने देखा था। दुनिया के सबसे बड़े महाकाव्य रामायण की रचना यहीं हुई थी। दीपावली यहीं के अयोध्या की है तो देव दीपावली काशी की। भगवान बुद्ध से जुड़े 6 स्थलों में 5 पूर्वी उत्तर प्रदेश में हैं। पूर्वांचल में स्प्रिचुअल, इको, हेरिटेज टूरिज्म की भारी संभावनाएं हैं। सीएम ने कहा कि जो जवाबदेह हैं, उन्हें अपनी जवाबदेही समझनी होगी।
ये भी पढ़ें: फरार हुआ दूल्हा: दहेज में नहीं मिली बुलट, जयमाल के बाद हुआ ऐसा
हमें नतीजे चाहिए, सफेद हाथी नहीं
हमे सफेद हाथी नहीं खड़े करने हैं, नतीजे देने हैं। योजनाएं एसी रूम में बैठकर नहीं, स्थानीय स्तर पर वहां के विशेषज्ञों से मिलकर वहां की जरूरतों के अनुसार बनानी होंगी। सरकार बेहतर कानून व्यवस्था, विश्व स्तरीय बुनियादी सुविधाओं और नीतियों के जरिये हर सम्भव मदद कर रही है।
बोर्ड के उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह दयालु ने कहा कि पूर्वांचल के विकास का सबेरा तो 6 साल पहले तभी हो गई थी जब काशी से सांसद बनने के साथ ही नरेन्द्र मोदी जी प्रधानमंत्री बने थे। योगी जी की अगुआई में तो अब चौतरफा विकास का उजाला हो रहा है।
ये भी पढ़ें: इटावा: सपा जिलाध्यक्ष ने किसान बिल पर की चर्चा, बोले इनको होगा फायदा
गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.राजेश सिंह ने अतिथियों के स्वागत के साथ संगोष्ठी की विषय वस्तु और योगीजी की अगुवाई में अब तक होने वाले या होने जा रहे कुछ उल्लेखनीय विकास कार्यों के बारे में भी जानकारी दी। बोर्ड के उपाध्यक्ष नरेंद्र सिंह ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। संचालन प्रो हर्ष सिन्हा ने किया। कार्यक्रम में सरकार के मंत्री,शासन के वरिष्ठ अधिकारी, विश्वविद्यालय परिवार, बोर्ड के सदस्य, जनप्रतिनिधि और गणमान्य लोग मौजूद रहे।