तबाही की ओर बनारसी: 350 करोड़ रुपए का लगा झटका, हड़ताल बनी वजह

त्यौहारों और लगन के सीजन में बुनकरों की हड़ताल ने साड़ी के थोक कारोबारियों की भी नींद उड़ा दी है। हड़ताल के चलते अभी तक लगभग 350 करोड़ रुपए का आर्डर कैंसिल हो चुका है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में ये आंकड़ा और बढ़ सकता है।

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Published on: 20 Oct 2020 2:00 PM GMT
तबाही की ओर बनारसी: 350 करोड़ रुपए का लगा झटका, हड़ताल बनी वजह
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त्यौहारों के सीजन में बुनकरों की हड़ताल ने साड़ी के थोक कारोबारियों की भी नींद उड़ा दी है। हड़ताल के चलते लगभग 350 करोड़ रुपए का आर्डर कैंसिल हो चुका है।

वाराणसी। बिजली के फ्लैट रेट को लेकर बुनकरों की हड़ताल जारी है। बुनकर चौथे दिन भी सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कुछ इलाकों में हड़ताल का गहरा असर दिख रहा है। त्यौहारों और लगन के सीजन में बुनकरों की हड़ताल ने साड़ी के थोक कारोबारियों की भी नींद उड़ा दी है। हड़ताल के चलते अभी तक लगभग 350 करोड़ रुपए का आर्डर कैंसिल हो चुका है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में ये आंकड़ा और बढ़ सकता है।

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बाजार में रौनक फिर भी साड़ी कारोबारी निराश

कोरोना के घटते आंकड़े और अनलॉक के बाद धीरे-धीरे बाजारों में रौनक छाने लगी है। यही नहीं त्यौहार और लगन की सीजन के चलते साड़ियों की डिमांड बढ़ने लगी है। लेकिन हड़ताल के चलते दुकानदार निराश हैं।

बनारसी साड़ी के कारोबार से जुड़े व्यवसायी रमाशंकर जायसवाल ने बताया कि अक्टूबर से दिसंबर के बीच लगन और मांगलिक कार्यों की वजह से बनारसी साड़ियों की डिमांड बढ़ जाती है। कारोबार के लिए ये तीन महीने का समय सबसे पीक सीजन होता है लेकिन हड़ताल के कारण उत्पादन ठप हो गया है जिसके कारण अब ऑर्डर को रद्द किया जा रहा है।

आंकड़ों की बात करें तो हर दिन करीब 100 से 150 करोड़ रुपये का कारोबार बनारसी साड़ी के धंधे से जुड़ा है। ऐसे में बुनकरों की हड़ताल बनारसी साड़ी उद्योग को बड़ी आर्थिक चोट दे रही है।

Varanasi Sarees Business weavers फोटो-(सोशल मीडिया)

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फ्लैट रेट की मांग पर अड़े हैं बुनकर

बुनकर बिजली के फ्लैट रेट की मांग पर अड़े हैं। बुनकरों ने पिछले चार दिनों से राज्य सरकार के फैसले के खिलाफ विरोध का झंडा बुलंद किया है। बुनकरों के मुताबिक लॉकडाउन के चलते पहले ही साड़ी उद्योग बदहाली के कगार है। धंधा हाशिए पर जा चुका है।

ऐसे में मीटर के हिसाब से बिजली का बिल दे पाना बुनकरों के लिए संभव नहीं है। बुनकरों ने एक महीने पहले भी हड़ताल किया था। उस वक्त राज्य सरकार ने फ्लैट रेट हटाने का वादा किया था लेकिन अभी तक उसपर कोई फैसला नहीं हुआ।

लिहाजा बुनकर एक बार फिर से आंदोलन की राह पर है। बुनकरों ने इस बार आरपार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है। मंगलवार को बुनकरों ने शास्त्री घाट पर राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।

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रिपोर्ट- आशुतोष सिंह

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