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महिला को खौफनाक सजा: यहां 67 साल बाद हुआ ऐसा, हिल गई पूरी दुनिया

संघीय मृत्यु दंड को छोड़ दें तो अमेरिकी राज्यों में मौत की सजा दी जाती रही है हाल ही में टेक्सास में एक महिला को मौत की सजा दी गयी थी।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 20 Oct 2020 7:08 PM IST
महिला को खौफनाक सजा: यहां 67 साल बाद हुआ ऐसा, हिल गई पूरी दुनिया
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घीय मृत्यु दंड को छोड़ दें तो अमेरिकी राज्यों में मौत की सजा दी जाती रही है हाल ही में टेक्सास में एक महिला को मौत की सजा दी गयी थी।

लखनऊ 2004 में अमेरिका में 23 वर्षीय गर्भवती बोबी जो स्टिननेट की गला घोंटकर हत्या करने और गर्भ काटकर बच्चे के अपहरण की दोषी एक महिला को मौत की सजा सुनाई गई है। संघीय कानून के तहत 67 साल बाद किसी महिला को अमेरिका में मौत की सजा दी जायेगी। दोषी महिला का नाम लीसा मांटगोमरी है जिसे 8 दिसंबर को जहरीला इंजेक्शन लगाकर मौत दी जाएगी। लीसा नौवीं संघीय कैदी होगी जिसे ये सजा दी जाएगी। संघीय मृत्यु दंड को छोड़ दें तो अमेरिकी राज्यों में मौत की सजा दी जाती रही है हाल ही में टेक्सास में एक महिला को मौत की सजा दी गयी थी।

जघन्य अपराध

2004 में पालतू कुत्ता खरीदने के बहाने लिसा मांटगोमेरी (36) मिसौरी में बॉबी स्टीनेट (23) के घर पहुंची और इस भयानक हत्याकांड को अंजाम दिया था। मांटगोमेरी ने सबसे पहले 8 महीने की गर्भवती स्टीनेट को रस्सी से गला घोंटकर मार डाला फिर चाकू से उसका पेट फाड़कर गर्भ से बच्चे निकाल लिया। इस शिशु को लेकर वह फरार हो गई। सघन पड़ताल के बाद मांटगोमेरी पकड़ी गयी और उसने अदालत में अपना अपराध स्वीकार कर लिया। 2007 में कन्सास सिटी में संघीय ज्यूरी ने उसे अपहरण व हत्या का दोषी ठहराया। हालांकि मामले की सुनवाई के दौरान दोषी के वकीलों ने कोर्ट में उसके मानसिक रूप से बीमार होने का तर्क दिया लेकिन जज ने इसे खारिज कर दिया। कोर्ट के दस्तावेजों के मुताबिक उस बच्चे को उसके पिता को वापस कर दिया गया था।

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women

3 माह पहले ही मृत्युदंड की सजा हुई है बहाल

अमेरिका में करीब 17 साल की रोक के बाद 3 माह पहले ही मृत्युदंड की सजा फिर से बहाल हुई है। इसके बाद भी लीसा मांटगामेरी 9वीं संघीय कैदी है जिसे यह सजा मिलेगी। अमेरिका में 1953 में आखिरी बार किसी महिला को मौत की सजा दी गई थी। डेथ पेनल्टी इनफार्मेशन सेंटर के अनुसार अमेरिका में फांसी का इंतजार कर रहे दोषियों में 1 फ़ीसदी महिलाएं हैं। पुरुषों की तुलना में महिलाओं द्वारा किए जाने वाले हिंसक अपराधों में फांसी की सजा काफी कम होती है।

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ट्रम्प प्रशासन ने 17 साल की रोक के बाद पिछली जुलाई में मृत्य दंड पाए अपराधियों को सजा अंजाम देना शुरू कर दिया था। उसके बाद से अब तक आठ कैदी मौत की नींद सुलाए जा चुके हैं। पिछले शुक्रवार को ही न्याय विभाग ने ब्रैंडन बर्नार्ड नामक कैदी के लिए सजा-ए-मौत की तारीख 10 दिसंबर तय की है। ब्रैंडन ने 1999 में दो युवकों की हत्या कर दी थी।



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Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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