×

पुलिस भी नहीं बची: एसपी ट्रैफिक हुए साइबर क्राइम के शिकार, हैकर्स ने मांगा पैसा

साइबर हैकर्स ने एसओ ट्रैफिक वाराणसी के नाम से फेसबुक प्रोफाइल बनाकर गूगल पे से पैसे मांगे। इस खबर के सामने आने के बाद हड़कंप मच गया। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

SK Gautam
Published on: 10 Feb 2021 12:59 PM GMT
पुलिस भी नहीं बची: एसपी ट्रैफिक हुए साइबर क्राइम के शिकार, हैकर्स ने मांगा पैसा
X
पुलिस भी नहीं बची: एसपी ट्रैफिक हुए साइबर क्राइम के शिकार, हैकर्स ने मांगा पैसा

वाराणसी: जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी का दौर बढ़ता जा रहा है, इसके दुरुपयोग की भी खबरें सामने आ रही हैं। अभी तक साइबर क्राइम का शिकार गरीब और मध्यमवर्गीय परिवार से जुड़े लोग ही बनते थे, लेकिन अब हौसलाबुलंद शातिरों ने पुलिस अधिकारियों को भी निशाने पर लेना शुरु कर दिया है। ताजा मामला जुड़ा है बनारस के एसपी ट्रैफिक से। साइबर हैकर्स ने एसओ ट्रैफिक वाराणसी के नाम से फेसबुक प्रोफाइल बनाकर गूगल पे से पैसे मांगे। इस खबर के सामने आने के बाद हड़कंप मच गया। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

एसपी ट्रैफिक ने मामले पर जताई हैरानी

एक दिन पुरानी प्रोफाइल के माध्‍यम से वाराणसी यातायात पुलिस से जुड़ी तस्‍वीरें शामिल कर पोस्‍ट की गईं और उसके जरिए पैसे मांगने का मामला सामने आया।इस बाबत वाराणसी में एसपी ट्रैफिक एसके सिंह की तस्‍वीर लगाकर लोगों से पैसे मागने की जानकारी सामने आने के बाद जब उनसे इस बाबत जागरण ने पूछा तो जानकारी होने से उन्‍होंने इनकार कर दिया। एसओ ट्रैफिक प्रोफाइल के जरिए पहले कुछ लोगों को जोड़ा गया और दोबारा उनको लिस्‍ट से हटा भी दिया गया। प्रोफाइल में एसपी ट्रैफिक की तस्‍वीर के अलावा छह पोस्‍ट है। प्रोफाइल को न तो बंद किया गया है और न ही बुधवार को कोई सक्रियता ही दिखी है।

cyber crime

ये भी देखें: Airtel vs Jio: मिल रहा 349 और 599 रुपये वाला प्रीपेड प्लान, जानें बेस्ट कौन सा

आए दिन लोग बन रहे हैं हैकर्स के शिकार

हैकर्स के शिकार लोगों की फेहरिश्त दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। आए दिन इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं। इससे पूर्व डीआइजी आजमगढ़ तक की फर्जी प्रोफाइल बनाकर लोगों से पैसे मांगने की घटना सामने आई तो जांच में राजस्‍थान के शातिर अपराधियों का गठजोड़ सामने आया था।

cyber crime-2

ये भी देखें: नरकंकाल क्लासरुम में: देख दहल उठा वाराणसी, कोरोनाकाल में बना था ये शेल्टर होम

दरअसल शातिर अपराधी फेसुबक पर प्रोफाइल बनाकर उसके जरिए लोगों से पैसे गूगल पे और फोन पे से मांगते हैं और कुछ समय बाद कमाई करने के बाद वह एकाउंट बंद कर दिया जाता है। हालात ये है कि साइबर क्राइम से जुड़ी घटनाओं को रोकने में पुलिस नाकाम रही है। वजह है पुलिस विभाग में साइबर एक्सपर्ट की कमी।

रिपोर्ट- आशुतोष सिंह, वाराणसी

दोस्तों देश दुनिया की और को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

SK Gautam

SK Gautam

Next Story