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Kashi Vishwanath Dham: न धूप सताएगी न कतार में लगने पर जलेंगे पैर, हल्की फुहार के साथ भक्तगण करेंगे बाबा के दर्शन
Kashi Vishwanath Dham: 11 ज्योतिर्लिंग में से एक बाबा विश्वनाथ धाम के दर्शन को अब और भी सरल बना दिया गया है। जानें धूप गर्मी से बचाव में क्या सुविधाएं मंदिर परिसर के अंदर मिलेंगी।
Kashi Vishwanath Dham: काशी विश्वनाथ दरबार में आए सभी श्रद्धालु अच्छे से दर्शन पूजन कर पाएं। इसके लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। बढ़ती गर्मी के बीच भक्तगण धूप में कॉरिडोर में लाइन लगते है, जिस पर गर्म होते संगमरमर के पत्थरों की फर्श होने से पैर रखने से भी जलन होने लगती है। इससे तीर्थयात्रियों के कई परेशानियों का सामना करना पड़ता था। लेकिन अब भक्तों को ऐसी परेशानियों से दो-चार नहीं होना पड़ेगा। इसके लिए विशेष प्रबंध किए गये हैं। धूप से बचने के लिए छांव करने को जर्मन हैंगर की व्यवस्था की गई है वहीं पैर न जलें इसके लिए भी आंगन में मैट बिछवाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त मंदिर के अंदर ठंडा रखने के लिए जगह जगह पर एयर कूलर लगाए जा रहे हैं जो कड़ी धूप में आपको ठंडा रखने के साथ फुहारे की बूंदों से सावन महीने का अहसास कराएगा।
भक्तगण को बाबा काशी विश्वनाथ के दरबार तक पहुंचने में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो इसका ख्याल खास तौर पर योगी सरकार रख रही है। झुलसने वाली धूप उससे तपती जमीन एक अग्निरपरीक्षा से कम नहीं थे। श्रद्धालुओं को इनसे बचाने के लिए सरकार ने काशी विश्वनाथ धाम के आंगन मैट बिछवाकर जर्मन हैंगर से छांव की व्यवस्था कराने का यह कदम सराहनीय है। यह जर्मन हैंगर सावन में भी काम आएगा, भक्तों को बारिश में भींगने से बचाएगा। उमस भरी गर्मी में एयर कूलर से बाबा के भक्तों को काफी राहत का अनुभव होगा। मन्दिर परिसर के प्रांगण में जगह जगह पर पीने के पानी के लिए वाटर कूलर की व्यवस्था तो पहले से की गई थी।
परिसर में भक्तों को नहीं होगी कोई दिक्कत
काशी का जिस तर्ज पर विकास चल रहा है एक नव्य-भव्य काशी विश्वनाथ धाम परिसर का निर्माण हुआ है। इससे दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। भक्तों के लिए मंदिर परिसर में बाबा के दर्शन सरलता से कराने के लिए सरकार लगी हुई है। गर्मी से बचाव के लिए सरकार का उठाया गया कदम, श्रद्धालुओं को गर्मी से काफी राहत देने के साथ एक आरामदायक तीर्थ का अनुभव कराएगा।
जर्मन हैंगर, कैनोपी, मैट और वाटर कूलर के साथ एयर कूलर,
धाम के SDM शंभू शरण ने बताया कि तापमान बढ़ने से श्रद्धालुओं को काफी परेशानी हो रही थी। लाइन में लगने वाले श्रद्धालुओं को तेज धूप का सामना करना पड़ता था। जिसके साथ तपिश से फर्श जलने लगे और पैर रखना मुश्किल हो जाता था और उमस वाली गर्मी से बेहाल हो रहे थे। इस समस्या का समाधान करने के लिए मंदिर प्रशासन ने गंगाधर (गंगा द्वार) से मंदिर तक चौक परिसर होते हुए मंदिर जाने तक वाले पूरे रास्ते पर जर्मन हैंगर, कैनोपी, मैट, 10 वाटर कूलर, 22 इंडस्ट्रियल एयर कूलर लगवाया है। इन सब सुविधाओं से दूर दराज से आने वाले श्रद्धालुओं को आराम के साथ बाबा धाम में दर्शन मिल पाएगा।
जर्मन हैंगर की व्यवस्था बरसात तक रहेगा- SDM
एसडीएम शंभू शरण ने बताया कि धाम में लगा अस्थाई जर्मन हैंगर बरसात तक छाया रहेगा। गर्मी से बचाव के साथ ही बारिश में भी भक्तों को भींगने से भी बचाएगा उत्तर प्रदेश सरकार ज्योतिर्लिंग के दर्शन भक्तों को सुगमता से कराने के लिए सुरक्षा और सुविधा देने के लिए प्रयास पर लगी है।