छाया खौफ का सन्नाटा: विकास दुबे के एनकाउंटर पर सुनसान हुआ गांव, सहमे लोग

शुक्रवार सुबह कानपुर शूटआउट में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी विकास दुबे एक पुलिस एनकाउंटर में मारा गया। जिसके बाद उसके गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।

Shreya
Published on: 10 July 2020 10:22 AM GMT
छाया खौफ का सन्नाटा: विकास दुबे के एनकाउंटर पर सुनसान हुआ गांव, सहमे लोग
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कानपुर: शुक्रवार सुबह कानपुर शूटआउट में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी विकास दुबे एक पुलिस एनकाउंटर में मारा गया। यह एनकाउंटर कानपुर के सचेंडी थाना क्षेत्र में हुआ है। विकास दुबे के एनकाउंटर की खबर पूरे गांव में आग की तरह फैल गई। भले ही विकास मारा गया हो लेकिन उनके गांव में अब भी वहीं खौफ लोगों के चेहरे पर देखने को साफ मिलता है।

बिकरू गांव में पसरा सन्नाटा

बिकरू गांव के लोग विकास दुबे का नाम सुनते ही खौफ में आ जाते हैं। इस गांव में पुलिस का नहीं बल्कि विकास दुबे का कानून सबसे बड़ा होता था। विकास दुबे का यहां राज चलता था। दो जुलाई को हुई मुठभेड़ की घटना के आठ दिन बीत जाने के बाद भी बिकरू में खौफ का सन्नाटा पसरा हुआ है। इसके अलावा यहां पर कोई विकास दुबे के एनकाउंटर पर कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं हो रहा है।

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लोगों ने साधी विकास के एनकाउंटर पर चुप्पी

यहां पर आधे से ज्यादा घरों में ताला लगा हुआ है और जिन घरों में लोग मौजूद हैं उनमें केवल बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं शामिल हैं। गांव में सभी ने विकास के एनकाउंटर को लेकर चुप्पी साध रखी है। यहां पर सड़कें और गलियां सूनी पड़ी हुई हैं। यहां पर लोग अपने फोन और टीवी पर विकास दुबे के एनकाउंटर की खबरें देख रहे हैं।

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जमींदोज घर में भरा पानी

वहीं विकास दुबे के बिकरू गांव में जमींदोज मकान में बारिश का पानी भर चुका है। गांव छावनी बन चुका है। गावं में हर तरफ पुलिस मुस्तैद है। घर से लेकर मुख्य मार्गों तक पुलिस की तैनाती है। बता दें कि बिकरू गांव में घटना के एक दिन बाद यानी तीन जुलाई से ही पीएसी की एक गाड़ी तैनात है।

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हमें इस बारे में कुछ नहीं पता, हम नहीं बता पाएंगे

बिकरू गांव में ना ही लोग विकास दुबे के एनकाउंटर के बारे में कुछ बोलने को तैयार हैं और ना ही ये तब कुछ बोलने को तैयार हुए जब आठ पुलिसकर्मियों की हत्या विकास दुबे और उसके गैंग द्वारा कर दी गई। पुलिस वालों ने जब गांव के लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो सभी का बस एक जवाब था कि हमें इस बारे में कुछ नहीं पता, हम नहीं बता पाएंगे। क्योंकि जो पुलिस की हत्या कर सकता है वो कुछ भी कर सकता है।

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विकास दुबे के साथ दफन हुए कई राज

बता दें कि विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद से यूपी पुलिस पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं। विपक्षी दलों और कुछ अधिकारियों का कहना है कि ये सब किसी को बचाने के लिए किया गया है। गैंगस्टर विकास की गिरफ्तारी के बाद ऐसा उम्मीद की जा रही थी कि कई चेहरों से पर्दे हटेंगे लेकिन विकास की मौत के साथ ही ये राज बनकर दफ़न हो गए। क्योंकि कई पुलिसकर्मियों के साथ उसके सम्पर्क थे, वहीं नेताओं से भी उसका सम्बन्ध था।

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