×

विकास दुबे: 5 लाख के इनाम के लिए रेस में सबसे आगे चल रहे ये चेहरे

यूपी के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोपी विकास दुवे उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया है। उसे मध्य प्रदेश की पुलिस ने पकड़ा है। यूपी पुलिस उसकी तलाश में जगह-जगह दबिश दे रही थी लेकिन उसे कामयाबी नहीं मिली। विकास के उपर 5 लाख का इनाम था।

Newstrack
Published on: 9 July 2020 12:35 PM GMT
विकास दुबे: 5 लाख के इनाम के लिए रेस में सबसे आगे चल रहे ये चेहरे
X

लखनऊ: यूपी के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोपी विकास दुवे उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया है। उसे मध्य प्रदेश की पुलिस ने पकड़ा है। यूपी पुलिस उसकी तलाश में जगह-जगह दबिश दे रही थी लेकिन उसे कामयाबी नहीं मिली।

विकास के उपर 5 लाख का इनाम था।

उसकी गिरफ्तारी के बाद से अब ये सवाल उठ रहे हैं कि इनाम की रकम किसे मिलेगी। क्योंकि अभी तक जो जानकारी निकलकर सामने आ रही है, उसके अनुसार गिरफ्तारी से पहले कई अन्य लोगों ने विकास को मंदिर आते देखा था। विकास को पकड़वाने में सभी की अहम भूमिका रही। आइये जानते हैं कौन –कौन है इनाम का दावेदार?

विकास दुबे के भाई के घर पहुंची पुलिस, मां ने कहा-मेरे बेटे को महाकाल ने बचाया

दुकानदार

उज्जैन के कलेक्टर के अनुसार मन्दिर परिसर के दुकानदारों की नजर विकास दुबे पर पड़ी तो उन्हें कुछ शक हुआ। उसके हाव-भाव से लगा कि ये शायद विकास हो सकता है,

उन्होंने मंदिर के बाहर पहरा दे रहे पुलिस को इस बारे में अवगत कराया था। डीएम के मुताबिक विकास सुबह करीब साढ़े सात बजे विकास उज्जैन के महाकाल मंदिर पहुंचा। कलेक्टर के मुताबिक, वहां उसने मंदिर में प्रवेश की पर्ची ली, जिसके बाद कुछ लोगों ने सुरक्षाकर्मियों को इसके बारे में बताया।

खबरें ऐसी भी आ रही हैं की उज्जैन की स्थानीय मीडिया और पुलिस को इस बारे में पहले से ही भनक लग गई थी। विकास दुबे जैसे ही मंदिर से बाहर निकला। उससे पूछताछ की गई। जब पुलिस ने विकास दुबे से आईडी मांगी, तो बहस करने लगा।

इसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ लिया, इस दौरान विकास दुबे मंदिर के सामने अपना नाम चिल्ला रहा था। फिर उज्जैन पुलिस उसे गाड़ी में बैठाकर किसी अज्ञात जगह पर ले गई। गाड़ी में बैठते हुए विकास दुबे जोर से चिल्लाया "मैं विकास दुबे हूं।।कानपुर वाला। इन्होंने पकड़ लिया है मुझे।"

पुलिस भी दावेदार

मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने अपने बयान में जो बातें कही हैं उसके मुताबिक उज्जैन पुलिस पहले से अलर्ट थी, उन्हें जैसे ही सुचना मिली तुरंत विकास दुबे को पकड़ लिया। मंत्री ने दावा किया कि उनकी पुलिस ने कुख्यात बदमाश विकास दुबे को अरेस्ट किया है।

उज्जैन से पुराना नाता है विकास दुबे का, इस काम के लिए जाता था हर साल

मंदिर के सुरक्षाकर्मी

महाकाल मंदिर के सुरक्षाकर्मी भी इसके दावेदार हो सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि एक गार्ड ने बताया कि उसने संदिग्ध हालात में विकास को वहां घूमते देखा तो उसे रोका। उसका आईडी मांगा। लेकिन जब उसने साफ़ मना कर दिया तो उसने वहीं परिसर में मौजूद पुलिस चौकी के पुलिसकर्मियों को सूचना दी। इसके बाद पुलिसकर्मी वहां पहुंचे और उसे पकड़ लिया।

मंदिर के पुजारी

इसी कड़ी में अगला नाम महाकाल मंदिर के पुजारी महेश का बताया जा रहा है। उन्होंने बताया कि विकास मंदिर आया। पूजा अर्चना की। उस समय सभी पुजारी कोरोना के खात्मे के लिए पूजा अर्चना कर रहे थे। तभी इसे देखकर हम लोगों को संदेह हुआ। उन्होंने सुरक्षाकर्मियों को तत्काल इसकी सूचना दी। जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया जा सका।

इनाम के बारे में अभी परीक्षण होगा: एडीजी

मध्य प्रदेश के उज्जैन में गैंगस्टर विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद इनाम को लेकर सवाल उठना लाजमी था। लिहाजा यूपी की राजधानी लखनऊ में जब एजीडी (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार से मीडिया ने सवाल पूछा कि जो पांच लाख की इनाम राशि है, क्या मध्य प्रदेश पुलिस को जाएगी? इस पर एडीजी ने जवाब देते हुए कहा "ये चीजें आगे होंगी, इसके बारे में अभी परीक्षण होगा। देखते हैं, जो कार्रवाई होगी उसके बारे में आप लोगों को बताया जायेगा।"

विकास दुबे की फिल्मी कहानी, हिला देंगे फरीदाबाद-उज्जैन सफर के अनसुलझे राज

Newstrack

Newstrack

Next Story