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लॉकडाउन का शिक्षक करें ऐसे इस्तेमाल, कुलपति ने दी ये नसीहत

वेब सेमिनार में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के डॉ. प्रेम प्रकाश सिंह ने लैब ऑन चिप व्याख्यान के माध्यम से इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु किये गए अपने शोध को छात्रों से साझा किया। इसके अन्तर्गत उन्होंने बताया की कैसे शरीर की बीमारियों को एक चिप के माध्यम से पहचाना जा सकता है।

Shivani Awasthi
Published on: 1 May 2020 11:49 PM IST
लॉकडाउन का शिक्षक करें ऐसे इस्तेमाल, कुलपति ने दी ये नसीहत
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जौनपुर । वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर के प्रोफेसर राजेंद्र सिंह( रज्जू भैया )भौतिकीय विज्ञान अध्ययन एवं शोध संस्थान, पूर्वांचल विश्वविद्यालय द्वारा निःशुल्क ऑनलाइन व्याख्यान श्रृंखला का आयोजन कर रहा है।

विवि जौनपुर में ऑनलाइन व्याख्यान श्रृंखला का आयोजन

वेब सेमिनार में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के डॉ. प्रेम प्रकाश सिंह ने लैब ऑन चिप व्याख्यान के माध्यम से इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु किये गए अपने शोध को छात्रों से साझा किया। इसके अन्तर्गत उन्होंने बताया की कैसे शरीर की बीमारियों को एक चिप के माध्यम से पहचाना जा सकता है।

लाकडाउन का सदुपयोग एकेडमिक कार्य में करें शिक्षकः कुलपति

संस्थान के निदेशक प्रो. देवराज सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी के संकट काल में जहा कोविड-19 के प्रसार को नियंत्रित करने के सरकार के प्रयासों के अंतरगत विश्वविद्यालय की कक्षाएं व अन्य शैक्षणिक गतिविधियाँ स्थगित है। इस विषम परिस्थिति में छात्रों के पाठ्यक्रम को समय पर पूरा करने हेतु विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों द्वारा ऑनलाइन माध्यम से कक्षाएं चलायी जा रही है।

शरीर के बीमारियों की पहचान चिप के माध्यम से: डॉ.प्रेमप्रकाश

साथ ही साथ छात्र/छात्राओं में अनुसंधान के दृष्टिकोण के संवर्धन के लिए कि प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) भौतिकीय विज्ञान अध्ययन एवं शोध संस्थान द्वारा व्याख्यान श्रृंखला "लेक्चर सीरीज ऑन रीसेंट एडवान्सेस इन साइंस एंड टेक्नोलॉजी" का आयोजन भी ज़ूम एवं वेबेक्स मीटिंग सॉफ्टवेयर के माध्यम से किया जा रहा है।

लेक्चर सीरीज के अन्तर्गत अब तक 10 वेबिनार का आयोजन

इस लेक्चर सीरीज के अन्तर्गत अब तक 10 वेबिनार का आयोजन हुआ है। पहला वेबिनार प्रो० देवराज सिंह, निदेशक, प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जु भईया) संस्थान के द्वारा "पर्सपेक्टिव्स एंड प्रोस्पेक्टिव्स ऑफ़ अल्ट्रासोनिक्स" शीर्षक पर दिया गया जिसके अन्तर्गत उन्होंने अल्ट्रासोनिक वेव के मौलिक सिद्धांतों को बताया साथ ही साथ अल्ट्रासोनिक वेव के आधुनिक विज्ञान में हो रहे अनुप्रयोगों को भी साझा किया।

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वेबिनार 2 में सी ऍम पी, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के डॉ. हरि भास्कर ने कल-कारखानों व गाड़ियों से उत्पन्न हो रहे अपशिष्ट ऊर्जा का अनुप्रयोग कर विद्युत उत्पादन करने की तकनीकी के मौलिक सिद्धांतों व कार्य करने का तंत्र को समझाया।

अगले वेबिनार में रज्जु भईया संस्थान के पृथ्वी और ग्रह विज्ञान विभाग के डॉ० नीरज अवस्थी व्याख्यान दिया जिसमें डॉ० अवस्थी ने सरस्वती नदी के विलुप्त होने के विभिन्न वैज्ञानिक तथ्यों को अन्य भौगोलिक गतिविधियों से जोड़ते हुये स्पष्ट किया ।

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वेबिनार 4 में डॉ. प्रेम प्रकाश सिंह (इ० सी० सी०, इलाहाबाद विश्वविद्यालय) ने लैब ऑन चिप व्याख्यान के माध्यम से इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु किये गए अपने शोध को छात्रों से साझा किया। जिसके अन्तर्गत उन्होंने बताया की कैसे शरीर की बिमारियों को एक चिप के माध्यम से पहचाना जा सकता है ।

वेबिनार 5, रज्जु भईया संस्थान के गणित विभाग के सहायक आचार्य डॉ. आदित्य मणि मिश्रा द्वारा "ओर्थोगोनालिटी इन इनफिनिट डिमेन्शनल स्पेसेस एंड थेयर युसेस इन साइंस" टॉपिक पर दिया गया।

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वेबिनार 6 कोरिया विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान में कार्यरत डॉ० प्रदीप साम्याल द्वारा दिया गया जिसमे उन्होंने बताया की कैसे एडवांस पॉलीमर मैटेरियल्स का प्रयोग कर के लौह पदार्थों का जीवन काल बढ़ाया जा सकता है।

अगला वेबिनार में वैज्ञानिक/सहायक आचार्य डॉ. धीरेन्द्र चौधरी ने आर्गेनिक सोलर सेल्स के मुलभुत कार्यविधि के बारे में बताया।

वेबिनार 8 डॉ० पंकज यादव, सहायक आचार्य, सौर ऊर्जा विभाग, पंडित दीनदयाल पेट्रोलियम विश्वविद्यालय, गांधीनगर, गुजरात द्वारा दिया गया। डॉ. यादव ने पेरोव्सकीते मटेरियल और उसके सोलर सेल में अनुप्रयोग के बारे में किये गए अपने रिसर्च को साझा किया।

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वेबिनार 9 में गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के विशुद्ध और अनुप्रयुक्त भौतिकी विभाग के सहायक आचार्य डॉ० शिव पूजन पटेल डॉ० शिव पूजन पटेल ने विभिन्न प्रकार के एक्सेलेरेटर और मटेरियल साइंस में हो रहे उनके अनुप्रयोगों के मूलभूत कार्य सिद्धांत पर व्याख्यान दिया।

अगले वेबिनार में श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय, इंदौर के भौतिकी विभाग, विज्ञान संस्थान के सहायक आचार्य डॉ० मानवेन्द्र कुमार द्वारा दिया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० (डॉ०) राजा राम यादव जी ने रज्जु भैया संस्थान के द्वारा आयोजित किये जा रहे इस व्याख्यान श्रृंखला की सरहना की और कहा कि लाकडाउन के दौरान शिक्षक छात्र/छात्राओं को एकेडमिक कार्य के साथ सरकार व शासन के द्वारा समय-समय पर दिए जा रहे सभी दिशानिर्देशों के पालन करने का अनुरोध किया व संस्थान के इस पहल को सराहा ।

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यह लेक्चर सीरीज पूर्णतः निःशुल्क है, अभी तक 95 छात्र/छात्राओं ने पंजीकरण कराया है जिसमे से लगभग 50 छात्र देश के अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों (IIT, IISER, IISc इत्यादि ) से तथा 5 विदेशी छात्र भी प्रतिभागी है । साथ ही साथ बताते चले की अगला वेबिनार सीएसआईआर- राष्ट्रीय विज्ञान संचार और सूचना स्त्रोत संस्थान नई दिल्ली के वैज्ञानिक डॉ० मेहर वान द्वारा दिया जायेगा।

कपिलदेव मौर्या

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