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लॉकडाउन ने लगाया ग्रहण: बर्बाद हुई फूलों की खेती, व्यापारी उठा रहे घाटा

व्यापारी ने बताया कि इस दौरान न तो धार्मिक आयोजन हो रहे हैं और न ही शादी समारोह व पार्टियां आयोजित की जा रही हैं। लॉकडाउन की वजह से हो रहा घाटा

Aradhya Tripathi
Published on: 13 May 2020 7:26 AM GMT
लॉकडाउन ने लगाया ग्रहण: बर्बाद हुई फूलों की खेती, व्यापारी उठा रहे घाटा
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औरैया: वर्तमान समय में देश सहित पूरे प्रदेश की हालत बेहद गंभीर है। इस दौरान लोग रोजी रोटी की जुगत लगाने में जुटे हुए हैं। मगर उन्हें चारों ओर अंधेरा ही दिखाई पड़ रहा है। ऐसा ही एक मामला सोमवार को प्रकाश में आया जिसमें एक फूल व्यापारी ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए फूलों की खेती की बर्बादी की कहानी सुनाई।

लॉकडाउन की वजह से फूल की खेती में हुआ घाटा

विकास खंड औरैया की ग्राम पंचायत चिरहूली में एक किसान द्वारा अपनी 3 बीघा खेती में गुलाब की फसल लगाई गई थी। इससे पूर्व वह इसी खेती से काफी मुनाफा भी कमा चुका है। जिसके चलते उसने यह व्यापार अपना लिया है। मगर वर्तमान समय में लॉक डाउन हो गया और व्यापारी की पूरी उम्मीदों पर पानी फिर गया। व्यापारी ने बताया कि इस दौरान न तो धार्मिक आयोजन हो रहे हैं और न ही शादी समारोह व पार्टियां आयोजित की जा रही हैं। बताया कि फूलों की सबसे ज्यादा खपत शादी विवाह व धार्मिक आयोजनों में होती है।

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जब यही आयोजन बंद हो गए तो उसके फूलों की बिक्री डाउन होना स्वाभाविक था। किसान द्वारा बताया गया कि फूलों की बिक्री न होने के चलते गुलाब सूख कर मुरझा रहे हैं और उसे आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। किसान प्रमोद कुमार निवासी चिरूहूली ने जानकारी देते हुए बताया कि उसने 3 बीघे फसल किराए पर ली हुई है। जिसमें वह फूलों की खेती करके अपना तथा अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा था।

पिछले वर्ष हुई थी 30-35 हजार की कमाई- व्यापारी

प्रमोद ने बताया कि पिछले वर्ष उसने इस सीजन में प्रत्येक माह 30 से 35 हजार रूपए की आमदनी कमाई थी। जिसके चलते उसे इस व्यापार में अच्छा मुनाफा हुआ। इस बार भी उसने इसी मुनाफे के चक्कर में गुलाब की खेती करना उचित समझा। मगर इस बार सहालग शुरू होने से पूर्व ही केंद्र सरकार द्वारा लाक डाउन की घोषणा कर दी गई। देश में कोरोना महामारी से बचाव के लिए सरकारों द्वारा पूर्णतया प्रतिबंध लगा दिया गया। शादियां व धार्मिक स्थल बंद करा दिए गए। जिससे उसकी फूलों की बिक्री बिल्कुल बंद हो गई। बताया कि इस बार तो उसे लग रहा है जो उसने लागत लगाई थी वह भी नहीं निकल पाएगी।

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अब उसके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। किसान प्रमोद कुमार ने बताया कि यदि लॉक डाउन और बढ़ गया तथा शादी विवाह नहीं हुए तो उसकी पूरी फसल बर्बाद हो जाएगी और वह एक बार फिर से कर्ज में डूब जाएगा। किसान ने बताया कि उसने एक रंग बिरंगे फूलों की खेती भी की थी। मगर इस बार व्यापार ना चल पाने के कारण वह फसल भी चौपट हो गई है।

प्रवेश चतुर्वेदी

Aradhya Tripathi

Aradhya Tripathi

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