×

पुराने राशन कार्ड धारकों के साथ-साथ नये राशन कार्ड धारकों को भी मिलेगा राशन

अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि शेल्टर होम तथा कम्युनिटी किचन को नियमित तौर पर सेनेटाइज कराये जाने तथा शेल्टर होम में रह रहे लोगों का पूल टेस्ट कराया जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि कम्युनिटी किचन का भोजन गुणवत्तापरक हो तथा भोजन पर्याप्त मात्रा में तैयार किया जाए।

SK Gautam
Published on: 23 April 2020 2:34 PM GMT
पुराने राशन कार्ड धारकों के साथ-साथ नये राशन कार्ड धारकों को भी मिलेगा राशन
X

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि आगामी एक मई से प्रारम्भ होने वाले खाद्यान्न वितरण कार्यक्रम में यह सुनिश्चित किया जाए कि पुराने राशन कार्ड धारकों के साथ-साथ नये राशन कार्ड धारकों को भी राशन उपलब्ध हो। उन्होंने कहा कि अन्त्योदय कार्ड धारकों को प्रति कार्ड 20 किलो गेहूं तथा 15 किलो चावल तथा अन्य श्रेणी के लाभार्थियों यथा मनरेगा श्रमिक, पंजीकृत निर्माण श्रमिक, ठेला, खोमचा लगाने वाले, रिक्शा, ई-रिक्शा चलाने वालों आदि को प्रति यूनिट 3 किलो गेहूं तथा दो किलो चावल उपलब्ध कराया जाएगा। खाद्यान्न वितरण योजना के अन्तर्गत द्वितीय चरण में 3.56 करोड़ राशन कार्ड के सापेक्ष 3.14 करोड़ राशन कार्ड पर 13,10,87,876 यूनिट्स को कुल 655439.380 मी0टन खाद्यान्न का वितरण किया गया है।

कम्युनिटी किचन का भोजन गुणवत्तापरक हो

अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि शेल्टर होम तथा कम्युनिटी किचन को नियमित तौर पर सेनेटाइज कराये जाने तथा शेल्टर होम में रह रहे लोगों का पूल टेस्ट कराया जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि कम्युनिटी किचन का भोजन गुणवत्तापरक हो तथा भोजन पर्याप्त मात्रा में तैयार किया जाए।

संक्रमण से प्रभावित जनपदों में पीपीई तथा एन-95 मास्क उपलब्ध कराने के निर्देश

अवस्थी ने बताया कि ‘मुख्यमंत्री का पीड़ित सहायता कोष-कोविड केयर फण्ड’ की धनराशि से टेस्टिंग, एल-1, एल-2 तथा एल-3 अस्पतालों की स्थापना एवं सुदृढ़ीकरण, लाजिस्टिक्स यथा पी0पी0ई0 किट, एन-95 मास्क, वेंटिलेटर्स आदि की व्यवस्था की जाए। फण्ड की धनराशि से पीपीई क्रय करते हुए, इमरजेंसी सेवाएं प्रारम्भ करने वाले अस्पतालों को जिलाधिकारी के माध्यम से इन्हें उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित जनपदों में पीपीई तथा एन-95 मास्क प्राथमिकता पर उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिये हैं। टेलीमेडिसिन व्यवस्था के माध्यम से लोगों को उपचार सम्बन्धी परामर्श उपलब्ध कराने वाले की टेलीफोन नम्बर युक्त सूची का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए, जिससे लोगों को घर बैठे चिकित्सीय परामर्श मिल सके। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि इमरजेंसी सेवा प्रदान करने वाले अस्पताल स्वास्थ्य विभाग के प्रोटोकॉल के अनुरूप कार्य करें।

ये भी देखें: लॉकडाउन में बॉयफ्रेंड से हुआ झगड़ा, छात्रा ने उठाया खौफनाक कदम, रह जाएंगे दंग

36 लाख कुन्टल से अधिक गेहूं की खरीद हो चुकी

अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि गेहूं खरीद तथा विभिन्न कृषि गतिविधियों के अन्तर्गत 4,000 से अधिक केन्द्रों पर गेहूं खरीद शुरु हो गयी है। अब तक मण्डियों व क्रय केन्द्रों के माध्यम से लगभग 36 लाख कुन्टल से अधिक गेहूं की खरीद हो चुकी है। जायद फसल हेतु उवर्रक के 53,000 पेस्टीसाइड के 37,000 तथा बीज के 36,000 विक्रय केन्द्र संचालित हो रहे हैं। जायद फसल के तहत 8.12 लाख हेक्टेयर भूमि में बुआई हो गयी है। मेंथा फसल की बुआई लगभग 02 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में हो चुकी है। मनरेगा के अन्तर्गत भारत सरकार से 1,227 करोड़ रुपये की धनराशि प्राप्त हुई है। इससे मनरेगा योजना के कार्य को गति मिलेगी। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के माध्यम से प्रदेश के 02 करोड़ से अधिक किसानों को 4,100 करोड़ रुपये की मदद प्रदान की गयी है।

28 चीनी मिलों में गन्ने की पेराई हो चुकी

अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में 7022 औद्योगिक इकाईयां चल रहीं हैं जिनमें 1.26 लाख श्रमिक कार्यरत हैं। कुल 119 चीनी मिल संचालित की गई, इनमें से 28 चीनी मिलें आवंटित क्षेत्र में समस्त गन्ने की पेराई कर चुकी हैं तथा शेष 92 चीनी मिलें पेराई कर रही हैं। 989.50 लाख टन गन्ने की पेराई से 112.27 लाख टन चीनी का उत्पादन किया गया है। इस सत्र में 16413.88 करोड़ रूपये का गन्ना भुगतान कराया जा चुका है। चीनी मिल के माध्यम से लगभग 60 हजार श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध हो रहा है।

अवस्थी ने बताया कि लोक निर्माण विभाग द्वारा 2858.51 करोड़ की लागत से 161 कार्य प्रारम्भ किये गये हैं जिनपर 3727 श्रमिक कार्यरत हैं। इसके साथ ही सिंचाई विभाग की 49 परियोजनाओं पर 703 श्रमिक, पंचायतीराज विभाग की 43,313 परियोजनाओं पर 3,36,043 अकुशल श्रमिकों के माध्यम से कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही लघु सिंचाई विभाग द्वारा डैम एवं तालाब सम्बंधी कार्य भी प्रारम्भ किये गये हैं।

ये भी देखें: कुल्हाड़ी से वार कर ले ली मां की जान, शराब की तलब में बना हैवान

ऑनलाइन क्लास टाइम टेबल वेबसाइट पर प्रदर्शित किया गया

अवस्थी ने बताया कि प्रदेश के विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में ऑनलाइन शिक्षण कार्य प्रगति पर है। अब तक शिक्षकों द्वारा 93,652 ई-कन्टेंट तैयार कर विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों की वेबसाइट पर अपलोड किये गये हैं जिनकों 680005 विद्यार्थियों द्वारा प्रयोग में लाया गया है। प्रदेश के 12,159 शिक्षकों द्वारा ऑनलाइन क्लास टाइम टेबल विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों की वेबसाइट पर प्रदर्शित किया गया है जिसके अन्तर्गत कुल 2,65,442 ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की गई हैं जिसमें प्रतिदिन औसतन 1,68,223 विद्यार्थियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।

SK Gautam

SK Gautam

Next Story