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यशवंत सिंहा का BJP पर गंभीर आरोप, अखिलेश के साथ आते ही बदल गये सुर
अटल सरकार में वित्त मंत्री रहे पूर्व भाजपाई यशवंत सिन्हा ने कहा है कि देश की सरकार दिवालिया हो गई है। वहीं सीएए पर भी सरकार पर हमला बोला।
मनीष श्रीवास्तव
लखनऊ: अटल सरकार में वित्त मंत्री रहे पूर्व भाजपाई यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) ने कहा है कि देश की सरकार दिवालिया हो गई है। उन्होंने कहा कि पिछले पांच से छह साल में भारत सरकार को दिवालियापन पर ला कर खड़ा कर दिया है। उन्होंने सीएए को देश के संविधान के खिलाफ नहीं बल्कि उसके मौलिक ढाचें के खिलाफ बताते हुए कहा कि इससे देश में संवैधानिक संकट खड़ा हो जायेगा।
अखिलेश यादव संग यशवंत सिंहा ने की प्रेस-वार्ता:
बीती 9 जनवरी को मुंबई के गेटवे आफ इंडिया से शुरू हुई गांधी शांति यात्रा के दौरान राजधानी लखनऊ पहुंचे यशंवत सिन्हा ने कहा कि आज देश में जो स्थिति है उसमे शांति की सबसे ज्यादा आवश्यकता है। देश में आज अशांति और कोलाहल सरकार के सीएए और एनआरसी की घोषणा से है। ऐसे में सरकार की जिम्मेदारी है कि वह ऐसे लोगों से बातचीत करे जो डरे हुए है।
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सरकार ऐसा कुछ नहीं कर रही है बल्कि केंद्र व राज्यों में जहां भाजपा की सरकारे है वह दमन की राह पर चल रही है। कानून बन गया लेकिन कानून के नियम अभी तक नहीं तय है। कानून के नियम बने बिना उसे कैसे लागू कर दिया।
सीएए लागू करने पर खड़ा हो जायेगा संवैधानिक संकट
यशवंत सिन्हा ने कहा कि सरकार के इस कानून लाने से देश में संवैधानिक संकट पैदा हो गया है, राज्य सरकार को नजरअंदाज नही कर सकते। राज्यों की विधानसभाएं सीएए के खिलाफ प्रस्ताव पारित कर रही है, वह अपनी अथारिटी के मुताबिक कर रही है। केंद्र सरकार धारा 356 का इस्तेमाल करके राष्ट्रपति शासन लगा सकती है। उन्होंने कहा कि इस सरकार में बैठे लोग कुछ भी कर सकते है। यशवंत सिन्हा ने कहा कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री मोदी ने टीम इंडिया की बात की थी और कहा था कि राज्यों के मुख्यमंत्री उस टीम इंडिया के सदस्य होंगे। आज राज्यपाल संवैधानिक मुखिया की बजाय पार्टी के नुमाइंदे बन गये है।
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उन्होंने कहा कि इस कानून की कोई आवश्यकता नहीं थी क्योंकि भारत सरकार के पास पहले से ही यह अधिकार है कि वह जिसे चाहे नागरिकता दे। उन्होंने इसे वोट बैंक की राजनीति बताते हुए कहा कि वोट बैंक की राजनीति सभी करते है लेकिन समाज को बर्बाद करके वोट बैंक की राजनीति नहीं करनी चाहिए।
56 इंच वाली सरकार को झुकना होगा
सरकार को देश की आर्थिक स्थिति की चिंता नहीं, महिलाओं की चिंता नहीं, किसानों की चिंता नहीं है लेकिन सरकार को केवल ध्यान भटकाने की चिंता हैं । गृहमंत्री अमित शाह ने लखनऊ आकर कहा कि डंके की चोट पर एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे, यह उन्हे शोभा नहीं देता। उन्होंने यूपी सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर कोई शांतिपूर्ण ढंग से महिलाएं विरोध में धरने पर बैठी है तो उनके कंबल और रजाई ले जायेंगे। यह आतंकी घटना नहीं हैं।
इस आंदोलन की सबसे बड़ी बात है कि पहले नौजवानों ने मोर्चा संभाला फिर महिलाओं ने मोर्चा संभाल लिया। इस देश में बहुत से आंदोलन हुए है और सरकार को झुकना पड़ा है। यह 56 इंच वाली सरकार भी इस बार झुकेगी। इस मौके पर उनके साथ मौजूद शत्रुघन सिन्हा ने कहा कि यह कानून है एंटी नेशनल है, एंटी पियुपल है। हम सिद्धांतों के आधार पर लगे रहे है लगे रहेंगे।