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मरीज मिला तो नपेंगे अफसरः योगी का अफसरों को कड़ा संदेश, घरों से निकलें बाहर

रविवार को यूपी में अब तक के सबसे ज्यादा 2250 कोरोना संक्रमण के मामलें सामने आये ।इन नए संक्रिमतों के मिलने के बाद अब यूपी में सक्रिय कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ कर 49 हजार 247 हो गई है। इसी के साथ यूपी में कोरोना से हुई मौतों की संख्या भी बढ़ कर 1146 हो गई है।

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Published on: 20 July 2020 1:31 PM IST
मरीज मिला तो नपेंगे अफसरः योगी का अफसरों को कड़ा संदेश, घरों से निकलें बाहर
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लखनऊ। यूपी में कोरोना संक्रमण मरीजों के मिलने में काफी वृद्धि सामने आ रही है। रविवार को यूपी के 75 में से 73 जिलों में कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए। रविवार को यूपी में अब तक के सबसे ज्यादा 2250 कोरोना संक्रमण के मामलें सामने आये ।इन नए संक्रिमतों के मिलने के बाद अब यूपी में सक्रिय कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ कर 49 हजार 247 हो गई है। इसी के साथ यूपी में कोरोना से हुई मौतों की संख्या भी बढ़ कर 1146 हो गई है। जबकि 29 हजार 845 कोरोना मरीज ठीक भी हुए है।

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रविवार को राजधानी लखनऊ में सबसे ज्यादा मामले

रविवार को राजधानी लखनऊ में सबसे ज्यादा 392 कोरोना संक्रमित मिले। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारी और कमिश्नर लखनऊ को तलब कर नाराजगी व्यक्त की। जिसके बाद लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने रविवार को सभी उपजिलाधिकारियों, अपर नगर मजिस्टेªट तथा नगर निगम के जोनल अधिकारियों को आदेश जारी कर कहा है कि उनके कार्यक्षेत्र में कोई भी कोरोना मरीज घर पर न मिले। सभी कोरोना मरीजों को मेडिकल प्रोटोकाल का पालन करते हुए कोविड अस्पतालों में भर्ती कराया जाए।

उन्होंने कहा है कि जिस अधिकारी के कार्यक्षेत्र में कोई भी कोरोना संक्रमित मरीज कोविड अस्पताल में भर्ती होने से वंचित रह जाता है तो उक्त अधिकारी के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी। जिलाधिकारी लखनऊ ने मुख्य चिकित्साधिकारी लखनऊ को भी पत्र भेज कर निर्देश दिया है कि कोविड-19 से प्रभावित मरीजों की जांच के समय उनका अभिलेखीय साक्ष्य तथा फोन नंबर अवश्य लिया जाए जिससे कि बाद में कान्ट्रेक्ट ट्रेसिंग के समय कोई असुविधा न हो।

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हर रोज डेढ़ सौ से अधिक मरीज आ रहे

दरअसल, देखने में आ रहा है कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के संक्रमण की बढ़ती रफ्तार उत्तर प्रदेश में विशेषकर राजधानी लखनऊ में बेतहाशा बढ़ रही है, हर रोज डेढ़ सौ से अधिक मरीज आ रहे हैं। हालात ये हैं कि अधिकारियों की कोशिशें फेल हो रही हैं, व्यवस्थायें चरमरा रही हैं, न समय से एम्बुलेंस मिल रही है और न ही समय से भर्ती हो पा रही है। ऐसे में चिकित्सकीय सेवाएं भी चरमरा गई हैं। बढ़ती अव्यवस्था पर शासन खफा हो गया।

अब हर रोज दस गुना अधिक टेस्टिंग होगी

बीते शुक्रवार को सीएमओ दफ्तर अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार पहुंचे। इस दौरान शहर में संक्रमित मरीजों की तलाश और तेज करने का फैसला किया गया। अब हर रोज दस गुना अधिक टेस्टिंग होगी। अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी सीएमओ दफ्तर तीन बजे के करीब पहुंचे। यहां 25 मिनट तक सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल व एसीएमओ के साथ बैठक की।

उन्होंने जनपद में कोरोना वायरस नियंत्रण की रणनीति पर चर्चा की। कांटेक्ट ट्रेसिंग, घर-घर स्क्रीनिंग अभियान, संक्रमितों के परिवारजनों के सैंपल संग्रह, मरीजों की भर्ती में आ रही दिक्कतों पर ब्योरा तलब किया। इस दौरान मरीजों की भर्ती में आ रही समस्या पर सीएमओ ने एकाएक मरीजों का बढ़ना बताया। साथ ही एंबुलेंस में कमी का हवाला दिया।इस दौरान 20 एंबुलेंस की संख्या बढ़ाकर 29 कर दी गईं। इसमें चार वेंटिलेटर युक्त एंबुलेंस हैं। वहीं संक्रमित मरीजों को खोजने के लिए एंटीजेन टेस्ट बढ़ाने का फैसला किया गया।

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वर्तमान में 200 के करीब एंटीजेन टेस्ट हो रहे

सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल के मुताबिक, वर्तमान में 200 के करीब एंटीजेन टेस्ट हो रहे हैं। वहीं अब हर रोज दो हजार संदिग्ध लोगों का एंटीजेन किट से टेस्ट का फैसला किया गया है। पॉजिटिव मरीज को तत्काल अस्पताल शिफ्ट कराया जाएगा, ताकि वह दूसरे को संक्रमित न कर सके।अस्पतालों में गंभीर मरीजों का बेड संकट दूर करने के लिए निजी अस्पतालों को कोविड-पैनल में जोड़ने का फैसला किया गया है। इसके लिए अथर्व अस्पताल, चंदन अस्पताल, मेयो अस्पताल, अल्टिस अस्पताल, शेखर अस्पताल, सहारा हॉस्पिटल, चरक हॉस्पिटल, मेदांता, अपोलो व रीजेंसी हॉ स्पिटल को शामिल किया गया है। इनमें शुल्क की दरें शासन द्वारा पहले तय की जा चुकी हैं।

पैनल में ये होटल शामिल

एसीएमओ डा. अनूप श्रीवास्तव के मुताबिक, एनएबीएच प्रमाण पत्र वाले अस्पतालों में मरीज को जनरल बेड का 10,000, आइसीयू बेड का 15,000 व वेंटिलेटर पर इलाज के 18000 रुपये प्रतिदिन का शुल्क है। वहीं नॉन एनएबीएच हॉस्पिटल में जनरल बेड का 8000, आइसीयू बेड का 13,000 व वेंटिलेटर पर इलाज का प्रतिदिन 15,000 रुपये देने होंगे।होटल में क्वारंटाइन को लेकर अभी मामला फंसा हुआ है। शुक्रवार को आंनदी वाटर पार्क के होटल में सात मरीज पहले भेजे गए। बाद में उन्हे वापस बुला लिया गया। पैनल में होटल लिवाना, होटल पिकेडली, हयात होटल को भी शामिल किया गया है। होटल में क्वारंटीन होने पर जल्द ही फैसला लिया जाएगा।

इतने मिले संक्रमित

लखनऊ के अलावा रविवार को यूपी के कानपुर नगर में 168, गौतमबुद्धनगर में 125, झांसी में 104, प्रयागराज में 100, गोरखपुर में 89, गाजियाबाद में 79, वाराणसी में 73, हरदोई में 68, शाहजहांपुर में 58, संभल में 52, सिद्धार्थनगर, बरेली में 48-48, इटावा में 45, शामली में 41, अलीगढ़ में 40, कन्नौज में 39, मेरठ में 37, मुजफ्फरनगर में 36, रामपुर, बुलंदशहर में 32-32, जौनपुर में 30, रायबरेली, बांदा में 28-28, देवरिया में 27, हापुड़, कासगंज में 23-23, फतेहपुर में 22, बिजनौर, बदायूं में 21-21, आगरा में 20 मिले |

वहीं उन्नाव में 19, मैनपुरी में 17, अमरोहा, मिर्जापुर में 14-14, बाराबंकी, महाराजगंज में 12-12, गाजीपुर, प्रतापगढ़, सीतापुर में 11-11, सहारनपुर में 10, अयोध्या, औरैया में 09-09, सुल्तानपुर, भदोही, बागपत, महोबा में 08-08, मुरादाबाद, बस्ती, गोंडा, कुशीनगर, ललितपुर में 07-07, आजमगढ़ में 06, मथुरा, लखीमपुर खीरी, हमीरपुर में 05-05, फिरोजाबाद, बहराइच, एटा, संतकबीरनगर, पीलीभीत, फर्रुखाबाद में 04-04, बलिया, हाथरस में 03-03, अमेठी, अंबेडकरनगर, कौशांबी, बलरामपुर में 02-02, सोनभद्र में एक कोरोना संक्रमित मरीज मिला है।

रिपोर्ट- मनीष श्रीवास्तव, लखनऊ

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