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योगी राज में अपराधियों में खौफ का माहोल, पुलिस ने किए कुल 6,126 एनकाउंटर

योगी राज के परेशन क्लीन के तहत विकास दुबे एंड गैंग समेत 122 दुर्दांत अपराधियों को ढेर किया है। . अब तक के योगी राज में सबसे ज्यादा एनकाउंटर मेरठ और आगरा में हुए।

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Published on: 25 July 2020 4:53 AM GMT
योगी राज में अपराधियों में खौफ का माहोल, पुलिस ने किए कुल 6,126 एनकाउंटर
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लखनऊ। इन दिनों यूपी में अपराधियों ने या तो प्रदेश छोड़ दिया है अथवा पुलिस ने पकड़कर उन्हें जेल में दाल दिया है। इसके अलावा कई अपराधियों के पुलिस ने एनकाउंटर भी किये हैं। हाल ही में विकास दुबे गैंग का सफाया कर दिया गया। इसके अलावा कानपूर संजीत यादव हत्याकांड का खुलासा कर अपहरण कर्ताओं को पुलिस ने दबोचने का काम किया है। १५ वर्षो के यूपी के इतिहास में ये पहला मौका है जब किसी अपराधी के खिलाफ कार्रवाई उसकी जाति की जा। धर्म के आधार पर नहीं बल्कि उसके अपराध को देखकर की जा रही है।

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पुलिस की लापरवाही के मामले

अपराध के प्रति योगी कड़े रवैये का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर में युवक संजीत की अपहरण के बाद हत्या के मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आने पर कड़ी कार्रवाई की है। शासन ने कानपुर नगर में तैनात 2015 बैच की आईपीएस अधिकारी अपर्णा गुप्ता और तत्कालीन सीओ गोविंदनगर मनोज गुप्ता समेत 11 पुलिसकर्मियों को निलम्बित कर दिया है। अपर्णा गुप्ता कानपुर नगर में एएसपी दक्षिण के पद पर तैनात थीं और अपहरण कांड में उनकी भूमिका पर भी सवाल उठे थे। संजीत अपहरण कांड के पर्यवेक्षण में लापरवाही के चलते एएसपी अपर्णा गुप्ता तथा तत्कालीन सीओ गोविंदनगर मनोज गुप्ता के निलम्बन का निर्णय लिया गया।

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प्रदेश में अपराधियों में यूपी पुलिस का खौफ

योगी राज के परेशन क्लीन के तहत विकास दुबे एंड गैंग समेत 122 दुर्दांत अपराधियों को ढेर किया है। . अब तक के योगी राज में सबसे ज्यादा एनकाउंटर मेरठ और आगरा में हुए। प्रदेश में अपराधियों में यूपी पुलिस का खौफ है. तीन साल से ज्यादा के कार्यकाल में अब तक पुलिस ने यूपी में 6,126 एनकाउंटर किए हैं. इनमें 122 दुर्दांत अपराधी ढेर हुए जबकि 2,293 बदमाश घायल हुए और 13 जवान शहीद हुए. इसका असर ये हुआ कि उत्तर प्रदेश में अपराधी जेल के अंदर ही अपनी जान सुरक्षित समझ रहे हैं. अपराधी खुद जाकर थाने में सरेंडर कर रहे हैं कि कहीं उनका एनकाउंटर ना हो जाए. हालांकि इनमें से 8 पुलिसकर्मी तो कानपुर के चैबेपुर मुठभेड़ में ही शहीद हुए।

यूपी पुलिस ने किए कुल 6,126 एनकाउंटर

20 मार्च 2017 से 10 जुलाई 2020 के बीच यूपी पुलिस ने कुल 6,126 एनकाउंटर किए. इस दौरान 13,361 अपराधी गिरफ्तार करके जेल की सलाखों के पीछे भेजे गए. इनमें से 2,293 अपराधी ऐसे थे जिन्हें मुठभेड़ के दौरान गोली लगी और वो घायल हो गए. मुठभेड़ के दौरान 894 पुलिसवाले भी गोली लगने से घायल हुए जबकि 13 को शहादत प्राप्त हुई।

रिपोर्ट- श्रीधर अग्निहोत्री, लखनऊ

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