×

योगी सरकार का तगड़ा एक्शन: भ्रष्टाचारियों में हड़कंप, लिया ये फैसला

योगी सरकार ने कैबिनेट कि बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसला लिया है। आज में बैठक में योगी सरकार के मंत्री समुहों के सदस्यों ने 11 पॉइंट्स चर्चा की। जिसमें...

Deepak Raj
Published on: 25 Feb 2020 10:00 AM GMT
योगी सरकार का तगड़ा एक्शन: भ्रष्टाचारियों में हड़कंप, लिया ये फैसला
X

लखनऊ। योगी सरकार ने कैबिनेट कि बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसला लिया है। आज कि बैठक में योगी सरकार के मंत्री समुहों के सदस्यों ने 11 पॉइंट्स चर्चा की। जिसमें बुंदेलखंड-विंध्य क्षेत्र में 100 प्रतिशत वाटर पाइपलाइन के लिए प्रस्ताव आया जिसके लिए 15 हज़ार करोड़ रुपए की खर्च आने की संभावना है ।

ये भी पढ़ें-योगी सरकार का तोहफा: कैबिनेट बैठक में इन 11 बड़े प्रस्तावों को मिली मंजूरी

वहीं प्रोजेक्ट के अंतर्गत बाँदा के बबेरू में बस अड्डे के लिए तहसील की ज़मीन मुहैय्या कराई जाएगी। गृह विभाग, वित्त विभाग व परिवहन विभाग से जुड़े कई प्रस्तावों को कैबिनेट में मंजूरी दी। जिसमें प्रदेश में पुलिस और फॉरेंसिक साइंस विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी।

मूल नियम 56 में संशोधन का प्रस्ताव होगा

उत्तर प्रदेश पुलिस और फॉरेंसिक साइंस विश्वविद्यालय विधेयक 2020 के संबंध में प्रस्ताव पास कर उत्तर प्रदेश फंडामेंटल रूल की मूल नियम 56 में संशोधन का प्रस्ताव होगा। उन्होंने कहा कि कैबिनेट के पास नई दिल्ली स्थित उत्तर प्रदेश सरकार के कार्यालयों हेतु लीज पर लिए गए भवनों के लिए अनावासीय भवन किदवई नगर की अतिरिक्त साज-सज्जा का कार्य करने हेतु अनुमोदन के संबंध में प्रस्ताव कैबिनेट से पास किया गया।

ये भी पढ़ें-शराब की बोतल पहुंचाएगी जेल, अपराधियों के लिए सरकार ने किया ये ऐलान

वहीं विधानसभा क्षेत्र बबेरू, जनपद बस स्टैंड का निर्माण कराने हेतु तहसील मुख्यालय बबेरू पर पुरानी तहसील व परिसर में चिन्हित भूमि परिवहन विभाग को हस्तांतरित किए जाने के संबंध में प्रस्ताव कैबिनेट में प्रस्ताव को पास कराया गया है।

वहीं दुसरी ओर योगी सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ मुख्यमंत्री ने करारा प्रहार किया है। योगी सरकार ने खनन कार्य में भ्रष्टाचार के आरोपी पांच अधिकारियों के विरुद्ध जांच के आदेश दिए हैं। शामली और कौशांबी में पदस्थ रहे दो सहायक भूवैज्ञानिक, हमीरपुर में पदस्थ रहे एक भूवैज्ञानिक तथा देवरिया में तैनात रहे खान निरीक्षक व सहायक भूवैज्ञानिक पर है आरोप।

ये भी पढ़ें-मोदी सरकार को मिली बड़ी कामयाबी, सैकड़ों ऑस्ट्रेलियाई कंपनियों ने लिया ये फैसला

इन पर आरोप है की शासकीय नियमों और शुचिता को ताक पर रख कर अवैध खनन कराने, निजी लोगों को लाभ पहुंचाने, व राजकोष को नुकसान पहुंचाने को लेकर मामला दर्ज किया गया है। उनपर पट्टा का नवीनीकरण कराने का भी आरोप है।

आरोपित अधिकारियों के नाम इस प्रकार है

सुधीर दुबे, वरिष्ठ वेधन अभियंता, भूतत्त्व एवं खननिकर्मी निदेशालय भी जांच करेंगे। आपको बता दें कि सीबीआई ने भी इन लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। ये अधिकारी इस प्रकार हैं

1- डॉ एदल प्रसाद-सहायक भूवैज्ञानिक शामली, सम्प्रति मुजफ्फरनगर

2-अरविंद कुमार, सहायक भूवैज्ञानिक, कौशाम्बी, सम्प्रति चंदौली

3-मुईनुद्दीन, भूवैज्ञानिक/खान अधिकारी हमीरपुर, सम्प्रति मुख्यालय लखनऊ

4- पंकज सिंह, खान निरीक्षक देवरिया, संप्रति मिर्ज़ापुर खान अधिकारी

5-विजय कुमार मौर्य, सहायक भूवैज्ञानिक/खान अधिकारी देवरिया, सम्प्रति भूवैज्ञानिक, प्रभारी , सोनभद्र

Deepak Raj

Deepak Raj

Next Story