TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

CM रावत का ऐलान: नैनी झील रहेगी स्वच्छ, गुणवत्ता मापने के लिए लगा संयंत्र

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि नैनीझील अपनी प्राकृतिक सुन्दरता के लिए दुनिया भर मे जानी जाती है व सदैव से ही पर्यटकों को आकर्षित करती रही है।

Newstrack
Published on: 26 Oct 2020 7:06 PM IST
CM रावत का ऐलान: नैनी झील रहेगी स्वच्छ, गुणवत्ता मापने के लिए लगा संयंत्र
X
CM रावत का ऐलान: नैनी झील रहेगी स्वच्छ, गुणवत्ता मापने के लिए लगा संयंत्र (Photo by social media)

नैनीताल: मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सोमवार को अपने एक दिवसीय नैनीताल भ्रमण के दौरान नैनीझील में एक करोड़ की लागत से यूनडीपी के सहयोग से स्थापित दिव्य नैनीझील जल गुणवत्ता आंकलन प्रणाली का लोकापर्ण वैदिक मंत्रों के बीच किया।

ये भी पढ़ें:अयोध्या की रामलीला: घर-घर तक पहुंचाने में सफल, दे गई सत्य और धर्म की सीख

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि नैनीझील अपनी प्राकृतिक सुन्दरता के लिए दुनिया भर में जानी जाती है व सदैव से ही पर्यटकों को आकर्षित करती रही है। उन्होने कहा नैनीझील हमारी सांस्कृतिक विरासत का एक अभिन्न अंग है। उन्होने जिला प्रशासन व यूएनडीपी को इस अभिनव पहल के लिए बधाई दी साथ ही उन्होने सभी से नैनीझील को स्वस्थ व स्वच्छ रखने की अपील भी की।

जल गुणवत्ता प्रणाली जल संरक्षण के साथ ही जल की निर्मलता बनाये रखेगी

मुख्यमंत्री ने कहा कि जल गुणवत्ता प्रणाली जल संरक्षण के साथ ही जल की निर्मलता बनाये रखेगी। प्रदेश में जल संरक्षण एवं संवर्धन के लिए प्रदेश की नदियों, झीलों तालाबों और जलस्रोतो को पुनर्जीवित करने के लिए व्यापक जन अभियान शुरू किया गया है, जिसमे सफलता मिली है। कोसी, गगास, रिस्पना, शिप्रा मे व्यापक वृक्षारोपण किया गया है। सौंग व जमरानी बांध बनने से 125 करोड़ की बिजली बचत होगी। उन्होने कहा अल्मोडा मे तडागताल पुर्नजीवन एवं संरक्षण हेतु 10 करोड़ रूपये जारी कर दिये गये है।

uttrakhand-cm uttrakhand-cm (Photo by social media)

प्रदेश में अब तक 2200 होम स्टे संचालित है इनको और बढ़ाया जायेगा

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड पर्यटन प्रदेश है। यहां अतिथि देव भवः के साथ ही स्थानीय उत्पाद व स्थानीय भोजन को बढ़ावा देना होगा। उन्होने कहा कि प्रदेश मे होम स्टे को प्रोत्साहित किया जा रहा है। प्रदेश में अब तक 2200 होम स्टे संचालित है इनको और बढ़ाया जायेगा। उन्होने कहा कि स्थानीय शिल्प को प्रोत्साहित करने हेतु सरकार ने आवास नीति के तहत स्थानीय शिल्प मे बनाये जा रहे भवन में एक और मंजिल बनाने की स्वीकृति दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नैनीताल में एसटीपी व पार्किग को बनाये जाने हेतु स्वीकृति दे दी गई है। बलिया नाले पर अल्पकालीन व दीर्घकालीन दोनो योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा रैमजे चिकित्सालय को पीपीपी मोड पर चलाये जाने हेतु शीघ्र विज्ञप्ति जारी की जायेगी ताकि यहा की जनता व आने वाले पर्यटको को और बेहतर स्वास्थ्य सुविधायें मिल सके।

क्षेत्रीय विधायक संजीव आर्य ने जनपद आगमन पर मुख्यमंत्री का धन्यवाद अदा करते हुये जिला प्रशासन द्वारा किये जा रहे कार्यो की तारीफ की। उन्होने सरकारी द्वारा किये जा रहे विकास कार्यो की विस्तृत जानकारी देते हुये ऐतिहासिक रैमजे चिकित्सालय नैनीताल को पीपीपी मोड पर चलाने की मांग रखी ताकि जनता व पर्यटकों को और बेहतर स्वास्थ्य सुविधायें मिल सके। उन्होंने बताया कि नारायण नगर में पार्किग हेतु 25 बीघा भूमि आवंटित हो चुकी है साथ ही रानीबाग से हनुमानगढी रोपवे का प्रस्ताव भी गतिमान है।

uttrakhand-cm uttrakhand-cm (Photo by social media)

जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा

अपने सम्बोधन में सीएम का स्वागत करते हुये जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा कि जल गुणवत्ता के सत्त मापन हेतु मल्लीताल पम्प हाउस तथा तल्लीताल एरियेसन प्लांट मे एक-एक प्रोटियएस सेंसर स्थापित किये गये है। जिनसे झील के पानी की गुणवत्ता सम्बन्धित आंकणों को तल्लीताल डांठ महात्मां गांधी के मूर्ति के समीप एलईडी स्क्रीन पर आम जनमानस के लिए प्रसारित किया गया है। इससे झील की गुणवत्ता सम्बन्धित आंकडों के सत्त प्रदर्शन से स्थानीय लोगों एवं पर्यटकों को नैनीझील को स्वच्छ रखने हेतु जागरूकता बढ़ेगी।

ये भी पढ़ें:बालों से रहें सावधान: अगर झड़ रहे तो हो सकता है कोरोना, जाने पूरी डीटेल

जल गुणवत्ता के विस्तृत आंकडों एवं चेतावनी एसएमएस एवं मोबाइल ऐप द्वारा लोगों को प्रसारित की जायेगी। इन सेन्सरों द्वारा बायो कैमिकल आक्सीजन डिमांड, टोटल आर्गेनिक कार्बन,डिजाल्व आर्गेनिक कार्बन, प्रेशर क्लोराइड, पीएच टैम्फ्टर,नाइट्रेट टरबीटीटी, कू्रडआयल आदि तत्वों से परिणामों का पता चलेगा। इस प्रणाली से नैनीझील के अन्तर्जलीय वनस्पति एवं जीव जन्तुओं हेतु अनुकूल पर्यावरण विकास एवं प्रबन्धन करते हुए झील का संरक्षण किया जा सकेगा।

मयंक पांडे

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।



\
Newstrack

Newstrack

Next Story