Uttarakhand Fire: उत्तराखंड में गैस सिलेंडर फटने से हुआ भीषण हादसा, 4 बच्चियां जिंदा जलीं

Uttarakhand Fire: देहरादून के दूरस्थ इलाके त्यूणी में एक मकान में भीषण आग लग गई। लकड़ी की इमारत होने के कारण आग ने जल्द ही पूरे भवन को अपने चपेट में ले लिया। इस घटना में 4 बच्चियों की जिंदा जलकर मौत हो गई है।

Krishna
Published on: 7 April 2023 8:31 AM GMT
Uttarakhand Fire: उत्तराखंड में गैस सिलेंडर फटने से हुआ भीषण हादसा, 4 बच्चियां जिंदा जलीं
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सिलेंडर फटने से लगी आग ( सोशल मीडिया)

Uttarakhand Fire: उत्तराखंड से एक दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। राजधानी देहरादून के दूरस्थ इलाके त्यूणी में एक मकान में भीषण आग लग गई। लकड़ी की इमारत होने के कारण आग ने जल्द ही पूरे भवन को अपने चपेट में ले लिया। इस घटना में 4 बच्चियों की जिंदा जलकर मौत हो गई है। पुलिस ने बच्चियों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। स्थानीय लोगों ने आग के विकराल रूप धारण कर लेने के पीछे फायर ब्रिगेड की लापरवाही को भी जिम्मेदार बताया है।

डिप्टी कलेक्टर युक्ता मिश्रा ने बताया कि ये घटना देहरादून के चकराता तहसील के त्यूणी इलाके में हुई है। मिश्रा ने कहा कि आग संभवतः गैस सिलेंडर के फटने की वजह से लगी है। हालांकि, इसकी पुष्टि जांच के बाद ही की जा सकेगी। उन्होंने गुरूवार देर शाम घटना की जानकारी मिली थी, जिसके बाद फायर ब्रिगेड की टीम को मौके पर रवाना किया गया। करीब 5 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। लेकिन तब कर लकड़ी की बनी पूरी इमारत जल कर खाक हो चुकी थी।

चार बच्चियों की हुई मौत

जिला प्रशासन ने हादसे में चार बच्चियों के मारे जाने की पुष्टि की है। डिप्टी कलेक्टर युक्ता मिश्रा ने बताया कि जिस मकान में आग लगी उसमें दो परिवार रहते हैं। हादसे के समय मृतक बच्चियों की माएं कपड़ा धोने घर से बाहर गई थीं।
आग लगने के वक्त घर में बच्चियों के अलावा एक पुरूष और एक लड़का भी था। वे दोनों घर से बाहर निकलने में कामयाब रहे लेकिन बच्चियां वहां से नहीं निकल पाईं। मृतक बच्चियों में ढ़ाई साल की अधिरा, साढ़े पांच साल की सौजल और 9-9 साल की सोनम व समृद्धि शामिल हैं।

फायर ब्रिगेड पर लगे गंभीर आरोप

घटना की जानकारी के बाद मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम पर स्थानीय लोगों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि एक तो वे देरी से पहुंचे, इसके अलावा उनके टैंकर में पानी भी कम था। अगर समय रहते बचाव कार्य शुरू हो गया होता तो चारों मासूमों की जान बचाई जा सकती थी। स्थानीय लोगों के आक्रोश को देखते हुए अधिकारियों ने भरोसा दिलाया है कि जांच में फायर ब्रिगेड की लापरवाही पाई जाती है तो जिम्मेदार के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। उधर, हादसे की जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस पर दुख प्रकट किया है। उन्होंने अधिकारियों को प्रभावित परिवारों को जल्द से जल्द राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।

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