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Uttarakhand News: उत्तरकाशी के पुरोला से मुस्लिम व्यापारियों का पलायन, बीजेपी नेता भी भागे, जानें क्या है पूरा मामला
Uttarakhand News: कई मुस्लिम व्यापारी उत्तरकाशी जिले के पुरोला इलाके से निकल चुके हैं। यहां तक कि अल्पसंख्यक वर्ग से आने वाले जिले के भाजपा नेता भी यहां से भाग चुके हैं।
Uttarakhand News: उत्तराखंड का उत्तरकाशी जिला पिछले कुछ दिनों से सांप्रदायिक तनाव को लेकर खबरों में है। माहौल इतना खराब हो चुका है कि समुदाय विशेष के लोगों को अपना कारोबार समेट कर रातोंरात पलायन करना पड़ रहा है। अभी तक कई मुस्लिम व्यापारी जिले के पुरोला इलाके से निकल चुके हैं। यहां तक कि अल्पसंख्यक वर्ग से आने वाले जिले के भाजपा नेता भी यहां से भाग चुके हैं। हालांकि, पुलिस-प्रशासन ऐसे किसी तनाव और पलायन की बात को खारिज करने में जुटा है।
दरअसल, मुस्लिम समुदाय के लोगों में उस अल्टीमेटम को लेकर दहशत है, जो उनके दुकाने पर चस्पा किए गए पोस्टरों में दिया गया है। इन पोस्टरों में इन्हें महापंचायत की बैठक होने से पहले तक इलाके को खाली कर देने को कहा गया है। इस चेतावनी में दुकानें खाली न करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी गई है। इसके बाद से 30 से अधिक दुकानें करीब एक महीने से बंद पड़ी हैं।
भाजपा नेता को भी भागना पड़ा
पुरोला के इस सांप्रदायिक तनाव के ताप से सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के नेता और कार्यकर्ता भी नहीं बच सके हैं। उत्तरकाशी जिले के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मोहम्मद जाहिद ने भी बीते बुधवार को परिवार के साथ पुरोला छोड़ दिया। यहां वह कपड़े की दुकान चलाते थे। जाहिद ने बताया कि वो 25 सालों से यहां रह रहे थे और तीन साल बीजेपी ज्वाइन की थी। इसी साल फरवरी में उन्हें जिले के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इससे पहले भी वह पार्टी में विभिन्न पद संभाल चुके हैं।
उनके अलावा कुछ और भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुरोला को छोड़ दिया है। यहां रह रहे मुस्लिम कारोबारियों ने कहा कि जब सत्ताधारी दल का नेता सुरक्षित नहीं महसूस कर रहा, तो वे कैसे यहां रह सकते हैं। अगर उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं तो फिर आम लोगों का क्या होगा। बीजेपी अल्पसंख्यक सेल के स्टेट चीफ इंजार हुसैन ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि जाहिद का फोन उन्हें आय़ा था, मैंने उन्हें देहरादून आकर वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा करने को कहा था। लेकिन वे खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर नहीं आ सके। हुसैन ने कहा कि उनकी सरकार सांप्रदायिक सद्भावना के लिए प्रतिबद्ध है।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, उत्तरकाशी जिले के पुरोला पंचायत में बीते दिनों समुदाय विशेष के दो युवक दूसरे धर्म की एक नाबालिग लड़की को भगाने की कोशिश करते पकड़े गए थे। कुछ स्थानीय युवकों ने उनकी साजिश का पर्दाफाश करते हुए नाबालिग को भागने से बचा लिया था। लेकिन इसके बाद इलाके का माहौल गरमा गया। समुदाय विशेष के खिलाफ पुरोला में जबरदस्त विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया, जो अब भी जारी है। पुलिस-प्रशासन दोनों समुदाय के बीच आए इस गतिरोध को मिटाने में जुटी है।
बता दें कि उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी कह चुके हैं कि राज्य में किसी भी सूरत में लैंड और लव जिहाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लव जिहाद में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द राज्य में सामान नागरिक संहिता लागू किया जाएगा।