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17 डॉल्फिन की मौत: मॉरिशस तट पर मचा हड़कंप, वजह जानकर हो जाएंगे हैरान

 एक साथ एक दो नहींं, बल्कि समुद्रतट पर 17  डॉल्फिन मृत पाई गई। ये मामला मॉरीशस के तट का है। जब बीते बुधवार को है जब 17 मृत डॉल्फिन पाई गई। वहां के एक सरकारी अधिकारी ने बताया, '

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 27 Aug 2020 6:25 PM IST
17 डॉल्फिन की मौत: मॉरिशस तट पर मचा हड़कंप, वजह जानकर हो जाएंगे हैरान
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मॉरीशस तट पर मृत पाई गईं 17 डॉल्फिन

नई दिल्ली: एक साथ एक दो नहींं, बल्कि समुद्रतट पर 17 डॉल्फिन मृत पाई गई। ये मामला मॉरीशस के तट का है। जब बीते बुधवार को है जब 17 मृत डॉल्फिन पाई गई। वहां के एक सरकारी अधिकारी ने बताया, 'एक जापानी जहाज से तेल रिसाव के एक महीने बाद इस क्षेत्र में एक बड़ी पारिस्थितिक आपदा आई है जिस कारण लगातार डॉल्फिन मारी जा रही हैं।

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dolphins death

मृत डॉल्फिन के जबड़े के आसपास कई घाव और खून

मत्स्य मंत्रालय के जसविन सोक अप्पडू ने कहा, "मृत डॉल्फिन के जबड़े के आसपास कई घाव और खून थे, हालांकि तेल का कोई निशान नहीं था। जो दस जीवित पाए गए थे, वे बहुत थके हुए थे और मुश्किल से तैर पा रहे थे।

अप्पडू ने कहा कि मृत डॉल्फिन को एक शव परीक्षा के लिए अल्बियन फिशरीज रिसर्च सेंटर ले जाया गया है। स्थानीय मॉरीशस के पर्यावरण समूह ने शव परीक्षा परिणाम को सार्वजनिक रूप से जारी करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि शव जांच के दौरान वो वहां खुद उपस्थित रहना चाहते थे ताकि समझ सकें कि डॉल्फिन क्यों मर गई।

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एमवी वाकाशियो जहाज से समुद्र में तेल फैलना शुरू

बता दें कि जापानी स्वामित्व वाली एमवी वाकाशियो जहाज से समुद्र में तेल फैलना शुरू हुआ था। वैज्ञानिकों का कहना है कि समुद्र में तेल गिरने का प्रभाव सामने है। यह तेल रिसाव मॉरीशस और इसकी पर्यटन पर निर्भर अर्थव्यवस्था को दशकों तक प्रभावित कर सकता है। मॉरीशस मरीन कंजर्वेशन सोसाइटी ने कहा कि 15 किलोमीटर का क्षेत्र तेल रिसाव से प्रभावित हुआ है और यह ब्लू बे मरीन पार्क की ओर बढ़ रहा है। ब्लू बे 38 प्रकार के जीवों और 78 प्रकार की मछलियों का घर है।



Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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