×

कांच निकला हीरा: बदल दी इस शख्स की किस्मत, जानें कैसे बन गया हीरा....

अमेरिका के रहने वाले केविन पेशे से बैंक मैनेजर हैं।केविन किनार्ड ने बताया कि वो और उसके मित्र होलिड मुरफीसबोरो बचपन से ही क्रेटर ऑफ डायमंड्स पार्क में जा रहे थे, लेकिन 7 सितंबर से पहले उन्होंने ऐसा चमत्कार कभी नहीं देखा।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 26 Sep 2020 12:20 PM GMT
कांच निकला हीरा: बदल दी इस शख्स की किस्मत, जानें कैसे बन गया हीरा....
X
कोई कांच का टुकड़ा है और उसने उसे उठाकर अपनी बैग में डाल लिया, लेकिन जब उसे हकीकत का पता चला तो वो खुशी से फूला नहीं समाया। यह घटना अमेरिका के दक्षिण पश्चिमी अर्कांसस का है।

मुंबई : किस्मत कब किस की चमक जाए, कोई अंदाजा नहीं लगा सकता है। कुछ ऐसा ही हुआ एक शख्स के साथ, जिसकी किस्मत उस वक्त चमक गई, जब उसे पार्क में अपने दोस्तों के साथ घूमते हुए एक बेशकीमती 9.07 कैरेट का हीरा मिल गया। लेकिन शुरुआत में उस शख्स को लगा कि ये कोई कांच का टुकड़ा है और उसने उसे उठाकर अपनी बैग में डाल लिया, लेकिन जब उसे हकीकत का पता चला तो वो खुशी से फूला नहीं समाया। यह घटना अमेरिका के दक्षिण पश्चिमी अर्कांसस का है।

दूसरा सबसे बड़ा हीरा

बता दें कि अर्कांसस में मौमेल्ले के रहने वाले 33 वर्षीय केविन किनार्ड एक बैंक में मैनेजर हैं। केविन अपने कुछ दोस्तों के साथ स्टेट पार्क में टहलने आए थे। इस दौरान उनकी नजर एक चमकती हुई क्रिस्टलनुम चीज पर पड़ी। केविन को लगा कि ये कोई कांच का टुकड़ा है, लेकिन उसकी चमक देखकर उन्होंने उसे अपने बैग में रख लिया। इसके बाद जब पार्क में मौजूद स्टाफ से उन्होंने इसकी जांच कराई तो पता चला कि ये उस पार्क में पिछले 48 साल के इतिहास में मिला दूसरा सबसे बड़ा हीरा है ।

इस कांच के टुकड़े ने उन्हें अपनी तरफ आकर्षित किया, जिसके बाद इसकी जांच कराई गई, तो ये 9.07 कैरेट का हीरा निकल। अमेरिका के रहने वाले केविन पेशे से बैंक मैनेजर हैं।केविन किनार्ड ने बताया कि वो और उसके मित्र होलिड मुरफीसबोरो बचपन से ही क्रेटर ऑफ डायमंड्स पार्क में जा रहे थे, लेकिन 7 सितंबर से पहले उन्होंने ऐसा चमत्कार कभी नहीं देखा।

यह पढ़ें....दीपिका से पूछताछ ख़त्म: क्षितिज की गिरफ्तारी, सारा-श्रद्धा अभी भी NCB ऑफिस में

dimond news सोशल मीडिया से

इस संबंध में पार्क के अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले अगस्त 1975 में इसी पार्क में 16.37 कैरेट का सबसे बड़ा हीरा मिला था। सफेद रंग के उस चमकदार हीरे का नाम अमरिलो स्टारलाइट था। वहीं, हीरा मिलने के बाद केविन ने बताया, 'जब मैंने इसे पार्क में पड़ा देखा तो मुझे ये काफी आकर्षक और चमकदार लगा, इसलिए मैंने इसे उठाकर अपने बैग में रख लिया।

मुझे शुरू में लगा कि ये कोई कांच का टुकड़ा है।' हीरा मिलने की खुशी में केविन किनार्ड ने इसका नाम 'किनार्ड फ्रेंडशिप डायमंड' रखा है। किनार्ड ने बताया कि कई घंटे के बाद वह और उसके साथी पार्क के डिस्कवरी सेंटर में रुक गए, जहां पर पार्क के कर्मचारियों ने लोगों को मिली चीजों की पहचान और पंजीकरण करना शुरू किया।

टुकड़ा कांच नहीं, हीरा

केविन को लगा कि उनके पास पंजीकरण कराने जैसा कुछ नहीं है लेकिन फिर भी वह अपनी दोस्त के साथ चेकिंग कराने चले गए। उनका सामान चेक करने पर उन्हें बताया गया कि यह टुकड़ा कांच नहीं, हीरा है। केविन ने बताया कि वह यह जानकर हैरान रह गए इस बारे में पार्क के सहायक अधीक्षक ड्रू एडमंड्स ने बताया कि 20 अगस्त को बारिश के दौरान स्ट्रोम लोरा को खोजबीन के लिए लगाया गया। लेकिन जब किनार्ड पार्क में आए तो सूरज निकलने के बाद चमकता हुआ हीरा उन्हें दिख गया।

यह पढ़ें....अक्टूबर से बदल जाएगा मिठाइयों की बिक्री से जुड़ा नियम, अब दुकानदारों को देनी होगी ये जानकारी

drug सोशल मीडिया से

किनार्ड फ्रेंडशिप डायमंड

पहले ही बता चुके है कि केविन को जो हीरा मिला उसका नाम उनके और दोस्त के नाम पर रखा गया है- किनार्ड फ्रेंडशिप डायमंड। इस वर्ष डायमंड्स स्टेट पार्क में 246 हीरे पंजीकृत किए गए हैं, जिनका वजन कुल 59.25 कैरेट है। औसतन, लोग रोजाना एक या दो हीरे ढूंढते हैं। पार्क के अधिकारियों के मुताबिक यह पार्क के 48 साल के इतिहास में मिला दूसरा सबसे बड़ा हीरा है। इससे पहले 1975 में 16.37 कैरट वाइट अमारीलो स्टारलाइट हीरा मिला था।

Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

Next Story