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कोरोना के आंकड़े न देने पर भड़का अमेरिका, वुहान से ही वायरस फैलने के मिले सबूत

इस बीच कोरोना की उत्पत्ति की जांच करने के लिए वहां पहुंची जांच टीम को कई ऐसे सबूत मिले हैं कि 2019 में दिसंबर महीने के दौरान वुहान में कोरोना वायरस का व्यापक फैलाव हो चुका था।

Roshni Khan
Published on: 17 Feb 2021 10:33 AM IST
कोरोना के आंकड़े न देने पर भड़का अमेरिका, वुहान से ही वायरस फैलने के मिले सबूत
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कोरोना के आंकड़े न देने पर भड़का अमेरिका, वुहान से ही वायरस फैलने के मिले सबूत (PC: social media)

नई दिल्ली: चीन की ओर से कोरोना संक्रमण के शुरुआती आंकड़े न देने पर अमेरिका भड़क गया है। अमेरिका ने चीन के इस रवैये की तीखी आलोचना की है। अमेरिका की ओर से आलोचना किए जाने के बाद चीन ने भी पलटवार किया है।

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इस बीच कोरोना की उत्पत्ति की जांच करने के लिए वहां पहुंची जांच टीम को कई ऐसे सबूत मिले हैं कि 2019 में दिसंबर महीने के दौरान वुहान में कोरोना वायरस का व्यापक फैलाव हो चुका था। सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक जांच टीम की ओर से चीन से उन हजारों लोगों के ब्लड सैंपल मांगा गया है जिनकी अभी तक जांच नहीं करने दी गई है।

टीम को मिले वायरस फैलने के कई संकेत

डब्ल्यूएचओ की जांच टीम के प्रमुख जांचकर्ता पीटर बेन एम्ब्रेक का कहना है कि टीम को 2019 में वायरस फैलने के कई संकेत मिले। उन्होंने कहा कि टीम ने वायरस से सबसे पहले संक्रमित हुए मरीज से भी बात की।

china china (PC: social media)

उस मरीज की उम्र करीब 40 साल थी और उसकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं थी। वह 2019 में 8 दिसंबर को कोरोना से संक्रमित मिला था। एम्ब्रेक हाल ही में चीन से स्विट्जरलैंड लौटे हैं।

दिसंबर में ही फैल चुका था वायरस

सीएनएन से बातचीत में उन्होंने बताया कि यह वायरस दिसंबर महीने में ही वुहान में फैल चुका था। वुहान और उसके आसपास दिसंबर में 174 मामले मिले थे और इनमें से 100 मामले लैब की टेस्टिंग में कंफर्म भी किए गए थे। उन्होंने कहा कि 2019 में बड़े पैमाने पर वायरस के फैलने के संकेत मिले हैं। इसके साथ ही पहली बार इस बात की पुष्टि हुई है कि दिसंबर में वुहान में पहले से ही कोरोना वायरस के दर्जनों स्ट्रेन मौजूद थे।

शुरुआती आंकड़ों से मिलेंगे महत्वपूर्ण सुराग

उन्होंने बताया कि जांच करने वाली टीम में विश्व स्वास्थ्य संगठन के 17 और चीन के 17 वैज्ञानिक शामिल थे। उन्होंने कहा कि अगर चीन की ओर से कोरोना वायरस के शुरुआती आंकड़े मुहैया कराए जाते हैं तो यह वायरस फैलने के समय के बारे में महत्वपूर्ण सुराग दे सकते हैं मगर चीन की ओर से यह आंकड़ा नहीं मुहैया कराया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि इनमें से कुछ बाजारों से जुड़े हुए हैं जबकि कुछ बाजारों से जुड़े हुए नहीं हैं। इसमें वुहान का हुनान सीफूड मार्केट भी शामिल है। इस सीफूड मार्केट के बारे में कहा जा रहा है कि यहीं से वायरस का प्रसार शुरू हुआ था। उन्होंने कहा कि लोगों से बातचीत में भी हमें इसी प्रकार की जानकारी मिली है।

अमेरिका ने जताई सख्त नाराजगी

इस बीच डब्ल्यूएचओ की जांच टीम को कोरोना वायरस के शुरुआती आंकड़े मुहैया न कराने पर अमेरिका ने सख्त नाराजगी जताई है। अमेरिका का कहना है कि चीन के रवैये से साफ है कि वह कुछ छिपाने की कोशिश कर रहा है।

व्हाइट हाउस के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर जेक सुलिवन ने कहा कि चीन ने जब जांच टीम को अपने यहां का दौरा करने की अनुमति दे दी तो उसे जांच में डब्ल्यूएचओ की टीम को पूरी मदद करनी चाहिए। चीन ने डब्ल्यूएचओ की टीम को कोरोना के शुरुआती आंकड़े मुहैया कराने से इनकार कर दिया है। चीन का यह रवैया अच्छा नहीं है और इससे कोरोना वायरस की उत्पत्ति की सही जानकारी दुनिया को नहीं मिल पाएगी।

china china (PC: social media)

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अमेरिका के इस बयान के बाद चीन ने भी पलटवार किया है। चीन का कहना है कि अमेरिका चीन पर उंगली उठाने में जुटा हुआ है जबकि चीन जांच में हर संभव मदद कर रहा है।

रिपोर्ट- अंशुमान तिवारी

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