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इस बीमारी से सावधान: पुरुषों में फैलने का खतरा, ये लक्षण आए सामने

अमेरिका में वैज्ञानिकों ने आनुवांशिक बीमारी का पता लगा लिया है, जिससे हजारों लोगों की मौत हो रही थी। वहीं बताया जा रहा है कि इस बीमारी से सबसे ज्यादा पुरुषों को खतरा है। 

Shreya
Published on: 29 Oct 2020 11:52 AM GMT
इस बीमारी से सावधान: पुरुषों में फैलने का खतरा, ये लक्षण आए सामने
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इस बीमारी से सावधान: पुरुषों में फैलने का खतरा, ये लक्षण आए सामने

वॉशिंगटन: अमेरिका में वैज्ञानिकों को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। दरअसल, यहां पर साइंटिस्ट्स ने एक स्टडी के दौरान उस आनुवांशिक बीमारी (Genetic Disease) का पता लगा लिया है, जिससे हजारों लोगों की मौत हो रही थी। अमेरिका के राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान के वैज्ञानिकों ने इसे 'वेक्सास' (Vexas) नाम दिया है।

मरीजों में इस तरह के लक्षण दिखाई दिए

इस बीमारी की चपेट में आने वाले 40 प्रतिशत मरीजों में नियमित बुखार (Regular fever), नसों में खून के थक्के जमना (Blood clotting) और फेफड़ों में समस्या (Lung problem) जैसे लक्षण दिखाई दिए थे। यहींं लक्षण मरीजों की मौत की वजह बने थे। अब इस बीमारी को शोधकर्तओं ने वेक्सास नाम दिया है।

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वैज्ञानिकों ने बीमारी पर ऐसे किया शोध

NHGRI में क्लिनिकल फेलो डॉ. डेविड बी. बेक के मुताबिक, हमारे पास गैर-नैदानिक सूजन की परेशानी से पीड़ित कई पेशेंट्स थे। जिनका ट्रीटमेंट करने में हम असमर्थ थे। हमने फिर इस बीमारी का इलाज करने के लिए इसकी आनुवांशिक तौर पर पहचान की। फिर हमने व्यक्तिगत रूप से जीनोम का अध्ययन किया, जिसका नतीजा आप सबके सामने है।

पुरुषों के मुकाबले महिलाएं ज्यादा हैं सुरक्षित

वहीं शोधकर्ताओं ने यह संदेह जताया है कि यह बीमारी केवल पुरुषों में ही पाया गया है। क्योंकि यह एक्स क्रोमोसोम (X chromosomes) से जुड़ी है और पुरुषों में एक्स क्रोमोसोम सिर्फ एक ही होता है। वहीं महिलाओं में इसकी संख्या ज्यादा होने से वे ज्यादा सुरक्षित मानी गई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक लेख में यह शोध छपने के बाद इस बीमारी के 25 और मरीज पाए गए हैं।

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इलाज में वैज्ञानिकों की खोज साबित हो सकती है उपयोगी

हालांकि शोक के लेखकों का कहना है कि मरीजों की संख्या और ज्यादा भी हो सकती है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में इस बीमारी से करीब 125 मिलियन लोग जूझ रहे हैं। ऐसे में वैज्ञानिकों की यह नई खोज बीमारी के इलाज के लिए उपयोगी साबित हो सकती है।

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