ईरान अमेरिका जंग शुरू, 22 मिसाइलों के जवाब में दागे राकेट, जानिए कब हुआ

एक बार फिर ईरान-अमेरिका तनाव के बीच बगदाद पर रॉकेट दागे जाने की खबर है। समाचार एजेंसी के अनुसार, न्यूज एजेंसी एएफपी ने रक्षा सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि इराक की राजधानी बगदाद पर दो कत्युशा रॉकेट दागे गए, जो कि उसके हरियाली वाले इलाके में आकर गिरे।

suman
Published on: 9 Jan 2020 2:26 AM GMT
ईरान अमेरिका जंग शुरू, 22 मिसाइलों के जवाब में दागे राकेट, जानिए कब हुआ
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बगदाद : ईरान अमेरिका के बीच जंग शुरू हो गई है। अमेरिकी ठिकानों पर ईरान के 22 मिसाइलें दागे जाने के बाद अमेरिका द्वारा बगदाद पर रॉकेट से हमला किये जाने की खबर है। समाचार एजेंसी के अनुसार, न्यूज एजेंसी एएफपी ने रक्षा सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि इराक की राजधानी बगदाद पर दो कत्युशा रॉकेट दागे गए, जो कि उसके हरियाली वाले इलाके में आकर गिरे। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक जहां रॉकेट गिरे वहां सरकारी एजेंसियां और विदेशी दूतावास हैं। इस हमले में किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है।

इससे पहले ईरान ने इराक में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाते हुए 22 मिसाइलें दागी थीं। उसने दावा किया था कि इस हमले में 80 अमेरिकी सैनिक मारे गए हैं हालांकि ट्रंप ने इसका खंडन किया है। अमेरिकी एयर बेस आइन अल असद पर ईरान ने 17 मिसाइलें दागीं और इरबिल पर पांच मिसाइलें दागीं। ईरान के अयातुल्ला खामनेई ने कहा है कि हमने अमेरिका के मुंह पर तमाचा मारा है। हम दुश्मन को मटियामेट कर देंगे।

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अमेरिकी संसद में आज ही राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ईरान के साथ युद्ध करने से रोकने के लिए वोटिंग होगी। यह बात स्पीकर नैन्सी पेलोसी ने कही। उन्होंने कहा कि ईरान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की शक्तियों में कटौती को लेकर सदन में गुरुवार को मतदान होगा। ता दें कि यह घोषणा तेहरान के अमेरिकी सैन्य अड्डों पर मिसाइलें दागने के एक दिन बाद बुधवार को सामने आई है। इससे पहले दिन में राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा था कि ईरान को सबक सिखाकर घुटनों पर लाने के लिए सैन्य कार्रवाई के बजाय और अधिक आर्थिक प्रतिबंध लगाकर दंडित किया जाएगा।

स्पीकर पेलोसी ने एक बयान में कहा कि ट्रंप प्रशासन ने ईरान के शीर्ष जनरल, कासिम सुलेमानी की हत्या की, इससे उत्पन्न हुई गंभीर तनाव की स्थिति ने वहां मौजूद हमारे राजनयिकों, अधिकारियों—कर्मचारियों और अन्य आम नागरिकों को खतरे में डाल दिया।

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पेलोसी ने कहा कि कांग्रेस के कुछ सदस्यों के पास राष्ट्रपति की रणनीति के बारे में "गंभीर, जरूरी चिंताएं" हैं, जिनके बारे में प्रशासन ने बुधवार की ब्रीफिंग में कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है। सिर्फ यही नहीं प्रशासन ने युद्ध शक्ति अधिनियम के तहत कांग्रेस को सूचित नहीं किए जाने या भरोसे में नहीं लेने को लेकर भी कोई सफाई नहीं दी गई।

अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष, नैन्सी पेलोसी ने कहा कि ईरान के साथ जंग से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को रोकने के लिए सदन में गुरुवार को मतदान होगा।

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