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38 हजार लोगों का हल्ला-बोल: कोरोना से बचाव पर लगी रोक का विरोध, देश में हड़कंप

जर्मनी में कोरोना बचाव के लिए लगे प्रतिबंधों के खिलाफ विरोध हो रहा है। देश के बर्लिन में करीब 38,000 सड़क पर उतर आये और एंटी कोरोना मार्च में शामिल हुए।

Shivani
Published on: 30 Aug 2020 10:23 AM IST
38 हजार लोगों का हल्ला-बोल: कोरोना से बचाव पर लगी रोक का विरोध, देश में हड़कंप
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जर्मनी में कोरोना बचाव के लिए लगे प्रतिबंधों के खिलाफ विरोध हो रहा है। देश के बर्लिन में करीब 38,000 सड़क पर उतर आये और एंटी कोरोना मार्च में शामिल हुए।

नई दिल्ली: दुनियाभर के तमाम देश कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए कई तरह के प्रतिबंध लगा रहे हैं, लेकिन जर्मनी में इन्ही प्रतिबंधों के खिलाफ विरोध हो रहा है। देश के बर्लिन में करीब 38,000 सड़क पर उतर आये और एंटी कोरोना मार्च में शामिल हुए। हजारों लोग सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों का जमकर विरोध कर रहे हैं।

जर्मनी में हुआ एंटी कोरोना मार्च

दरअसल, जर्मनी में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर सरकार ने कई प्रतिबन्ध लगाए हैं। इनमे अन्य देशों की तरह मास्क लगाने या चेहरा ढकने की अनिवार्यता भी है। हालंकि जर्मनी के लोगों ने इसे अधिकारों का उल्लंघन करार दिया। इसी के विरोध में हजारों की तादाद में भीड़ सड़कों पर उतर आयी।

mass protest in germany capital berlin against coronavirus restrictions

प्रतिबंधों के खिलाफ सड़क पर उतरे हजारों लोग

यहां बर्लिन के बैडनबर्ग गेट के बाद करीब 38 हजार लोगों की भीड़ दिखाई दी। इन्होने सरकार के कोरोना के लिए लागू प्रतिबंधों का विरोध किया। हालाँकि शरू में ये प्रदर्शन शांति पूर्ण था, पर बाद में भीड़ ने एक निर्माण कंटेनर में आग लगा दी। लोगों ने चेहरे पर मास्क तक नहीं पहने और सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन नहीं किया। लोगों ने पुलिस पर पत्थर और बोतलें फेंकी जिसके बाद 200 लोगों को हिरासत में लिया गया।

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उग्र भीड़ को रोकने के लिए 3000 अधिकारी तैनात

वहीं मौके पर भारी संख्या में बर्लिन पुलिस मौजूद रही, जिन्होंने भीड़ के विरोध प्रदर्शन को काबू में कर लिया। पुलिस ने बताया कि भीड़ उग्र हो गयी। रोकने के लिए 3,000 अधिकारियों को तैनात किया था। कोई भी कोरोना से बचाव के लिए लागू दिशा निर्देशों का पालन नहीं कर रहा था।



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मास्क न पहनने पर 50 पाउंड का जुर्माना

मामले में देश के गृह मंत्री आंद्रे जीज़ेल ने कहा कि उंतर देन लिंडेन में रूसी दूतावास के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों में दक्षिणपंथी शामिल थे। गृह मंत्री ने कहा कि पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प में कई पुलिसकर्मियों को चोट आई है। बता दें कि चांसलर एंगेला मर्केल ने सार्वजनिक जगहों पर मास्क न पहनने पर 50 पाउंड का जुर्माना लगाने की घोषणा की।

पूरे यूरोप में फ़ैल चुका एंटी कोरोना प्रदर्शन

गौरतलब है कि एंटी कोरोना प्रदर्शन अब पूरे यूरोप में फ़ैल चुका है। पेरिस में भी रोक को लेकर विरोध हो चुका है। वहीं कोरोना को रोकने के लिए लगे प्रतिबंधों के विरोध में पूरे यूरोप में सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को बर्लिन में इकट्ठा होने का आग्रह किया गया था।

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