TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

ब्रेक्जिट से घटेगी यूरोप की अरबों की आय, सालाना करीब 67 अरब यूरो का होगा घाटा

seema
Published on: 29 March 2019 1:48 PM IST
ब्रेक्जिट से घटेगी यूरोप की अरबों की आय, सालाना करीब 67 अरब यूरो का होगा घाटा
X
ब्रेक्जिट से घटेगी यूरोप की अरबों की आय, सालाना करीब 67 अरब यूरो का होगा घाटा

लंदन। ब्रेक्जिट पर ब्रिटेन में हो रही राजनीतिक उठापटक के बीच एक नए अध्ययन से पता चला है कि ब्रेक्जिट के कारण ब्रिटेन और जर्मनी को सालाना करीब 67 अरब यूरो का घाटा होगा वहीं अमेरिका और चीन जैसे देशों की आय बढ़ेगी। ब्रेक्जिट का असर खास तौर पर तब बहुत बड़ा होगा यदि ब्रिटेन बिना किसी समझौते के ईयू से बाहर निकल जाता है। इसे हार्ड ब्रेक्जिट कहा जा रहा है। अगर ब्रिटिश संसद में कोई फैसला नहीं होता है तो ब्रिटेन के 29 मार्च को बिना किसी तय समझौते के यूरोपीय संघ से बाहर निकल जाने का खतरा है। आय में घाटे का अनुमान इस आधार पर लगाया गया है कि ब्रेक्जिट के कारण चीजों और सेवाओं पर टैरिफ लगेगा। फिलहाल यूरोपीय संघ के सिंगल मार्केट सिस्टम में कोई टैरिफ नहीं लगता है।

यह भी पढ़ें : वाशिंगटन में मुलाकात करेंगे डोनाल्ड ट्रंप और मून जेइ-इन :सियोल

ब्रिटेन के निकल जाने पर यूरोपीय संघ के बाकी नागरिकों की आय पर भी बुरा असर होगा। स्टडी दिखाती है कि अगर ब्रिटेन बिना किसी समझौते के बाहर होता है तब हर साल उन्हें आय में करीब 40 अरब यूरो का नुकसान झेलना होगा। वहीं ब्रिटेन में रहने वालों की आय में सालाना करीब 57 अरब यूरो या प्रति व्यक्ति 873 यूरो की कमी आएगी।

निर्यात पर बहुत ज्यादा निर्भर देशों जैसे जर्मनी और फ्रांस को हार्ड ब्रेक्जिट से सबसे बड़ा झटका लग सकता है। स्टडी में कहा गया है कि जर्मनी के लोगों को हर साल इससे करीब 10 अरब यूरो का घाटा झेलना पड़ेगा। जर्मनी के दक्षिणी राज्यों जैसे बवेरिया, बाडेन वुर्टेमबैर्ग और पश्चिमी राज्य नार्थ राइन वेस्टफेलिया के औद्योगिक और निर्यात केंद्र बुरी तरह प्रभावित हो सकते हैं।

साल 2017 के आंकड़े देखें, तो जर्मन कंपनियों के निर्यात के लिए चोटी के पांच देशों में ब्रिटेन भी शामिल था। यूरोप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और सबसे बड़े निर्यातक जर्मनी ने ब्रिटेन को 85 अरब यूरो से भी अधिक मूल्य का सामान भेजा। फ्रांस और इटली भी निर्यात में अरबों यूरो का घाटा झेलेंगे।

अगर ब्रिटेन ईयू से परस्पर सहमति बना कर समझौतों के साथ बाहर निकलता है यानी सॉफ्ट ब्रेक्जिट होता है, तो इसके कारण सभी पक्षों पर कम बुरा असर होगा। यूरोपीय संघ के बाकी देशों को होने वाला अनुमानित घाटा तो करीब आधा हो जाएगा। इससे जर्मनों की आय में आने वाली सामान्य कमी भी घट कर पांच अरब यूरो और ब्रिटेन के नागरिकों की आय में कमी करीब 32 अरब यूरो के आसपास रहेगी।

इसके कारण यूरोपीय संघ के बाहर के कुछ देशों को खास फासदा पहुंच सकता है। हार्ड ब्रेक्जिट के कारण अमेरिका के लोगों की आय में सालाना 13 अरब यूरो की बढ़त देखने को मिल सकती है। दूसरी ओर, चीन में भी इसके कारण सालाना पांच अरब यूरो आय बढ़ेगी। स्टडी के अनुसार, रूस की सालाना आय में भी करीब 26 करोड़ यूरो की बढ़ोतरी हो सकती है।



\
seema

seema

सीमा शर्मा लगभग ०६ वर्षों से डिजाइनिंग वर्क कर रही हैं। प्रिटिंग प्रेस में २ वर्ष का अनुभव। 'निष्पक्ष प्रतिदिनÓ हिन्दी दैनिक में दो साल पेज मेकिंग का कार्य किया। श्रीटाइम्स में साप्ताहिक मैगजीन में डिजाइन के पद पर दो साल तक कार्य किया। इसके अलावा जॉब वर्क का अनुभव है।

Next Story