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अब भारत में इलेक्ट्रिक कारों में मचेगी धूम, पहुंची एलोन मस्क की टेस्ला
टेस्ला की भारतीय यूनिट के तीन निदेशक हैं, जिनमें टेस्ला के मौजूदा वरिष्ठ अधिकारी डेविड फाइनस्टाइन शामिल हैं। इनके अलावा वैभव तनेजा और वेंकटरंगम श्रीराम निदेशक हैं।
नई दिल्ली: दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में शामिल एलोन मस्क ने भारत में कदम रख दिया है। एलोन मस्क की ‘टेस्ला’ कंपनी ने भारत में रजिस्ट्रेशन करवा लिया है और अब देश में बिजली से चलने वाली गाड़ियां बनने लगेंगी। उम्मीद है कि जल्द ही भारत में टेस्ला की गाड़ियों का इंतजार खत्म होगा। टेस्ला मोटर्स इंडिया एंड एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी का रजिस्ट्रेशन आठ जनवरी को भारत में हुआ है और कंपनी का पंजीकृत दफ्तर बेंगलुरु में है।
टेस्ला की भारतीय यूनिट के तीन निदेशक हैं
टेस्ला की भारतीय यूनिट के तीन निदेशक हैं, जिनमें टेस्ला के मौजूदा वरिष्ठ अधिकारी डेविड फाइनस्टाइन शामिल हैं। इनके अलावा वैभव तनेजा और वेंकटरंगम श्रीराम निदेशक हैं। तनेजा टेस्ला में सीईओ हैं, जबकि फेंस्टीन टेस्ला में ग्लोबल सीनियर डायरेक्टर, ट्रेड मार्केट एक्सेस हैं। कंपनी भारत में मॉडल 3 को लॉन्च कर सकती है। साल की पहली तिमाही के अंत में डिलीवरी शुरू हो सकती है।
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माना जा रहा है कि टेस्ला भारत में टाटा मोटर्स के साथ साझेदारी करेगी। इसकी पुष्टि नहीं हुई है लेकिन टाटा मोटर्स के शेयर जिस तरह बढ़ रहे हैं उससे संभावनाओं को बल मिलता है।
गडकरी ने दिया था संकेत
Union Road Transport Minister Nitin Gadkari tesla motors (PC: social media)
केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने पिछले ही महीने कहा था कि टेस्ला कंपनी भारत में शुरुआत अपनी गाड़ियों की बिक्री से करेगी और उसके बाद असेंबली और फिर भारत में ही गाड़ियों को बनाने की तरफ बढ़ेगी।
हाल के वर्षों में टेस्ला के सीईओ एलोन मस्क अपनी कंपनी के भारत में प्रवेश करने के बारे में कई बार ट्वीट कर चुके हैं। उन्होंने इसी विषय पर एक ट्वीट अक्टूबर 2020 में भी किया था। टेस्ला के भारत में पंजीकरण की खबर ऐसे समय पर आई है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तेल पर देश की निर्भरता और प्रदूषण को कम करने के लिए इलेक्ट्रिक गाड़ियों के उत्पादन और इस्तेमाल को प्रोत्साहन दे रहे हैं।
लेकिन इन कोशिशों को उत्पादन और चार्जिंग स्टेशन जैसे ढांचों में निवेश की कमी से धक्का लगा है। निवेश को बढ़ाने के लिए भारत सरकार कंपनियों को विकसित बैटरी उत्पादन केंद्र बनाने के लिए 4.6 अरब डॉलर तक के इंसेंटिव देने की योजना बना रही है।
इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए अब बड़े पैमाने पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की योजना है। इंडियन आयल कारपोरेशन अपने पेट्रोल पम्पों पर इलेक्ट्रिक बैटरी चार्जिंग की सुविधा देने वाला है। पम्पों पर बैटरी स्वापिंग और चार्जिंग का इंतजाम रहेगा। ओला भी चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की योजना में है।
कैलिफ़ोर्निया में है मुख्यालय
टेस्ला कंपनी का मुख्यालय कैलिफोर्निया के पालो आल्टो में है। कंपनी इलेक्ट्रिक गाड़ियों के अलावा छोटी से लेकर बड़ी बैटरियां, सोलर पैनल जैसे उत्पाद भी बनाती है। इसकी स्थापना जुलाई 2003 में अमेरिकी इंजीनियरों मार्टिन एबरहार्ड और मार्क टरपेनिंग ने की थी। इसका नाम सर्बियन-अमेरिकी आविष्कारक निकोला टेस्ला के नाम पर रखा गया है।
tesla (PC: social media)
मस्क ने ही कंपनी की स्थापना के समय लागत की रकम का अधिकांश हिस्सा दिया था और 2008 से वो कंपनी के सीईओ के रूप में जाने जाते हैं। 1971 में दक्षिण अफ्रीका में जन्मे एलोन रीव मस्क तीन देशों के नागरिक हैं : दक्षिण अफ्रीका, कनाडा और अमेरिका। स्पेस एक्स और टेस्ला मोटर्स के मालिक मस्क के पास 188.5 अरब डॉलर की सपत्ति है। कहा जाता है कि वे हफ्ते में 80 घंटे काम करते हैं और दूसरों से भी यही उम्मीद करते हैं।
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2019 में टेस्ला दुनिया में सबसे ज्यादा प्लग-इन और बैटरी इलेक्ट्रिक पैसेंजर गाड़ियां बनाने वाली कंपनी बन गई थी। प्लग-इन श्रेणी में टेस्ला का बाजार के 17 प्रतिशत हिस्से पर कब्जा है और बैटरी इलेक्ट्रिक श्रेणी में 23 प्रतिशत पर।
रिपोर्ट- नीलमणि लाल
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