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कोरोना मरीजों के आंकड़े में चीन ने किया खेल, डाटा लीक होने से पकड़ा गया बड़ा झूठ

यूनिवर्सिटी की साइट पर उपलब्ध डाटा के मुताबिक चीन ने दुनिया को कोरोना से संक्रमित मरीजों की जो संख्या बताई है, वह सच नहीं है।

Shivani Awasthi
Published on: 17 May 2020 11:47 AM IST
कोरोना मरीजों के आंकड़े में चीन ने किया खेल, डाटा लीक होने से पकड़ा गया बड़ा झूठ
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अंशुमान तिवारी

बीजिंग। कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर चीन की भूमिका शुरुआत से संदेह के घेरे में रही है। अबे ताजे खुलासे से पता चला है कि चीन ने कोरोना से संक्रमित मरीजों के आंकड़े में भी खेल किया है। चीन पर कोरोना से संक्रमित मरीजों की असली संख्या छुपाने के आरोप लगते रहे हैं। अब नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ डिफेंस टेक्नोलॉजी से लीक हुई जानकारी से पता चला है कि चीन में 84 हजार नहीं बल्कि 6.4 लाख लोग कोरोना से संक्रमित थे।

चीन ने पूरी दुनिया से बोला झूठ

यूनिवर्सिटी की साइट पर उपलब्ध डाटा के मुताबिक चीन ने दुनिया को कोरोना से संक्रमित मरीजों की जो संख्या बताई है, वह सच नहीं है। डाटा के मुताबिक चीन में कोरोना के चरम के दौरान मरीजों की संख्या 6.4 लाख तक थी। चीन सरकार द्वारा दी गई आधिकारिक जानकारी के अनुसार 84029 मामलों की बात ही स्वीकार की गई है। डाटा के मुताबिक चीन के 230 शहरों में 6.4 लाख लोगों के कोरोना से संक्रमित होने की जानकारी मौजूद है। यह डाटा फरवरी की शुरुआत से लेकर अप्रैल के अंत तक का है और इसमें हर एंट्री में कन्फर्म केस, तारीख और स्थान दर्ज हैं।

डाटा में दर्ज है पूरी जानकारी

नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ डिफेंस टेक्नोलॉजी के इस डाटा में अस्पताल, रिहायशी अपार्टमेंट, होटल, रेलवे स्टेशन, रेस्तरां, सुपर मार्केट, स्कूल और यहां तक कि फास्ट फूड चेन की ब्रांच तक शामिल है। इससे पता चलता है कि काफी मेहनत के बाद इस डाटा को तैयार किया गया है और हर एंट्री कम से कम एक केस से जुड़ी हुई है। इससे पता चलता है की दुनिया को कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बताने में चीन ने पूरी तरह झूठ बोला है और वास्तविकता यह है कि वहां कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 6.4 लाख थी।

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चीन ने इसलिए नहीं बताई सच्चाई

साइट पर यह बात भी कही गई है कि डाटा जुटाने में विभिन्न सार्वजनिक संस्थानों का इस्तेमाल किया गया है मगर एक बात महत्वपूर्ण है कि इसमें नाम दर्ज नहीं किए गए हैं और ऐसे में केस की पुष्टि करना मुश्किल है। चीन पर काफी दिनों से कोरोना मरीजों की असली संख्या छुपाने का आरोप लगता रहा है। उस पर आरोप है कि उसने मरीजों की असली संख्या इसलिए नहीं बताई ताकि दुनिया के दूसरे देश यह आरोप न लगा सके कि संक्रमण वहीं से पूरी दुनिया में फैला है। चीन का दावा है कि वह कोरोना से निपटने में पूरी तरह कामयाब रहा है। उसका यह भी कहना है कि उसने जरूरी किट और दवाई का उचित प्रबंध किया था और इस कारण से कोरोना का संक्रमण रोकने में कामयाबी मिली है।

विश्वसनीय माना जा रहा है यह डाटा

जानकारों का कहना है कि चीन में कोरोना का संक्रमण रोकने में वहां की सेना ने बड़ी भूमिका निभाई है। क्वारंटाइन सेंटर, ट्रांसपोर्ट सप्लाई और मरीजों के इलाज में सेना ने काफी मदद की है। इस कारण नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ डिफेंस टेक्नोलॉजी के इस आंकड़े को विश्वसनीय बताया जा रहा है। डाटा में संक्रमित मरीजों के मिलने के स्थान की जीपीएस कोडिंग भी दर्ज है। इस डाटा से यह भी पता लगता है की चीन में इस वायरस का व्यापक संक्रमण हुआ था और 230 शहरों के लोग इस वायरस का शिकार हुए थे।

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भारत के आगे निकलने की बात में दम नहीं

भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 85 हजार से ऊपर पहुंचने पर यह खबर प्रमुखता से आई थी कि भारत कोरोना मरीजों के मामले में चीन से आगे निकल गया है। अब इस बात का खुलासा हुआ है कि दरअसल चीन ने इस मामले में पूरी दुनिया को अंधेरे में रखा था। सच्चाई यह है कि चीन में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या उससे कई गुना ज्यादा है जितना कि उसने पूरी दुनिया को बताया है।

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Shivani Awasthi

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