TRENDING TAGS :
गजब! ये चाहते हैं महिलाओं को मिले दो पति रखने की इजाजत
जनसंख्या नियंत्रित करने के लिए दुनिया के कई देशों में अलग-अलग तरह के नियम बनाए गए हैं। लगभग सभी देशों में ऐसे नियम बनाए गए हैं।
नई दिल्ली: जनसंख्या नियंत्रित करने के लिए दुनिया के कई देशों में अलग-अलग तरह के नियम बनाए गए हैं। लगभग सभी देशों में ऐसे नियम बनाए गए हैं। लेकिन इस नियम की वजह से कुछ देशों में गलत परिणाम हुए हैं। जिनमें भारत के पड़ोसी देश चीन का नाम आता। जनसंख्या नियंत्रित करने के लिए चीन में बहुत साल पहले एक बच्चे करने की अपील की गई थी।
ये भी पढ़ें:उसी जगह से की चीन ने शुरुआत, जहां हुई थी 1962 की लड़ाई
इसके दुष्प्रभाव को देखते हुए लेकर चीन के शंघाई में फुडान यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर ने चीनी सरकार को अजीब सी सलाह दी है। इकोनॉमिक्स के प्रोफेसर इ्यू क्वांग एनजी ने कहा है कि, ''चीन में महिलाओं को एक से अधिक पति रखने की अनुमति मिलनी चाहिए। पतियों की संख्या दो हो सकती है।'' इस तर्क के पीछे उनका मानना है कि जिस वजह से एक से अधिक बच्चा पैदा करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने एक बिजनेस वेबसाइट पर अपना ये सुझाव सरकार को दिया है। प्रोफेसर ने लेख में कहा है कि, ''चीन में अगर लिंगानुपात इतना असंतुलित नहीं होता तो मैं एक से अधिक पति रखने (पॉलेंड्री) की सलाह नहीं देता।''
वकालत नहीं कर रहा, सिर्फ सुझाव दे रहा
प्रोफेसर ने कहा, ''मैं एक से ज्यादा पति रखने की वकालत नहीं कर रहा, मैं सिर्फ सुझाव दे रहा हूं कि लिंग अनुपात को बेहतर बनाने के लिए हम इस पर विचार कर सकते हैं।''
आपको बता दें कि एक बच्चे करने की नीति चीन में साल 1980 में शुरू हुई थी, जिसे साल 2016 में हटा दिया गया है। उस टाइम वहां अल्पसंख्यकों पर बच्चों की संख्या को लेकर कोई रोक नहीं थी। वहीं इस नियम की वजह से ग्रामीण इलाकों को भी इस नियम मुक्त रखा गया था।
प्रोफेसर के अनुसार, वर्तमान में चीन में अभी लिंगानुपात 117/100 है। मतलब ये हुआ कि वहां 117 लड़कों के मुकाबले सिर्फ 100 लड़कियां ही हैं।
ये भी पढ़ें:इस वैज्ञानिक का दावाः इस घटना के बाद मर जाएगा कोरोना वायरस
चीन में इस लिंगानुपात के कारण बहुत से लड़कों को शादी के लिए लड़कियां नहीं मिल रही है। इसलिए फ्यूचर में होने वाली प्रॉब्लम को देखते हुए प्रोफेसर ने सरकार को ऐसी सलाह दी है जिससे लिंगानुपात ठीक हो जाए।
देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।