×

कोरोना वायरस की दहशत: भारतीय छात्रों को घरों के अंदर ही रहने की सलाह

वुहान में मौजूद भारतीय छात्रों को घरों के अंदर ही रहने की सलाह दी गई है। कोरोना वायरस को चीन में महामारी के रूप में फैलता देख भारत ने कहा है कि इस स्थिति पर उसकी पूरी नजर है।

SK Gautam
Published on: 27 Jan 2020 6:48 AM GMT
कोरोना वायरस की दहशत: भारतीय छात्रों को घरों के अंदर ही रहने की सलाह
X

नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी का रूप लेता जा रहा है। इस खतरनाक वायरस की वजह से मरने वालों की संख्या बढ़कर 80 हो गई। जबकि 2300 लोगों के इससे पीड़ित होने की खबर है। इनमें से 350 लोगों की हालत नाजुक बताई जा री है। कोरोना वायरस से विश्व के लगभग दस देश प्रभावित हुए हैं।

भारतीय छात्रों को घर से न निकलने की सलाह

दूसरी तरफ वुहान में मौजूद भारतीय छात्रों को घरों के अंदर ही रहने की सलाह दी गई है। कोरोना वायरस को चीन में महामारी के रूप में फैलता देख भारत ने कहा है कि इस स्थिति पर उसकी पूरी नजर है। भारतीय दूतावास वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित वुहान शहर में मौजूद 250 भारतीयों जिसमें ज्यादातर छात्र संपर्क में हैं । चीन में फैली इस बीमारी को निमोनिया का एक नया प्रकार बताया जा रहा है, जिसे 2019-एनसीओवी नाम दिया गया है।

बता दें कि बीमारी का केंद्र वुहान सहित हुबेई प्रांत के 17 अन्य शहरों को बताया जा रहा है जहां वायरस ने सबसे अधिक लोगों की जान ली है। चीन ने वायरस से निपटने के लिए वैक्सीन बनाने का काम शुरू कर दिया है। चाइना सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिंवेशन के वैज्ञानिक जू वेबो ने कहा कि प्राथमिक तौर पर इसमें कुछ हद तक सफलता भी मिली है।

ये भी देखें : अभी-अभी खौफनाक हादसा: 20 छात्रों से भरी बस का हुआ ऐसा हाल, हालत नाजुक

वन्य जीवों वाले मांस के बाजार से इंसानों में फैला संक्रमण

कोरोना वायरस फैलने की वजह से मुश्किलों का सामना कर रहे चीन ने रविवार को देश के रेस्तरां और ई-कॉमर्स प्लेटफार्मो पर वन्यजीवों के कारोबार पर रोक लगा दी। माना जा रहा है कि वन्य जीवों वाले मांस के बाजार से इंसानों में इसका संक्रमण फैला है। 2002-2003 में फैले एसएआरएस (सिवीयर एक्यूट रेस्परेटरी सिंड्रोम) वायरस की वजह से चीन और हांगकांग में सैकड़ों लोगों की मौत हुई थी। वैज्ञानिकों का मानना है कि उस समय भी संक्रमण की शुरुआत जंगली जानवरों के खाने से हुई थी।

कोरोना वायरस को लेकर फ्रांस ने भी कसी कमर

फ्रांस की कार निर्माण कंपनी पीएसए ने शनिवार को कहा कि वह वुहान से अपने कर्मचारियों को वापस बुलाएगी। कंपनी ने कहा कि कर्मचारियों को वुहान से निकालने की प्रक्रिया चीन के अधिकारियों और फ्रांस के वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों की मदद से पूरी की जाएगी।

अमेरिका ने भी अपने कर्मचारियों को निकलना किया शुरू

अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि वह वुहान स्थित वाणिज्य दूतावास में मौजूद कर्मचारियों को अमेरिका स्थानांतरित करेगा। इसके लिए 28 जनवरी को सैन फ्रांसिस्को के लिए एक फ्लाइट की उसने व्यवस्था की है।

ये भी देखें : न्यूयॉर्कः संविधान की प्रति जलाने से आक्रोशित भारतीयों ने फूंका गुरपंत का पुतला

पाकिस्तान भी नहीं रहा अछूता

पाकिस्तान के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के मुताबिक देश में कोरोना वायरस का कोई स्पष्ट मामला सामने नहीं आया है, लेकिन रोग के लक्षण दिखने के बाद मुल्तान और लाहौर में चार चीनी नागरिकों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पड़ोसी नेपाल में भी दो संदिग्ध मामले सामने आए हैं।

दुनिया के कौन-कौन देश प्रभावित

इसके अलावा हांगकांग में कोरोना वायरस का 17 कन्फर्म केस सामने आया है, जबकि थाइलैंड में 7 संदिग्ध पाए गए हैं। मकाऊ में 5, ताइवान में 4 कोरोना वायरस से प्रभावित लोग पाए गए हैं। आस्ट्रेलिया और सिंगापुर में चार-चार, कोरिया रिपब्लिक, जापान, फ्रांस और मलेशिया में तीन-तीन केस सामने आए हैं। साथ ही वियतनाम में दो और नेपाल में अबतक कोरोना वायरस का 1 केस सामने आया है।

SK Gautam

SK Gautam

Next Story