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Earthquake in Newzealand: भूकंप के जोरदार झटके से सहमा न्यूजीलैंड, रिक्टर स्केल पर मापी गई 7.2 तीव्रता

Earthquake in Newzealand: द्विपीय देश न्यूजीलैंड में आज यानी सोमवार सुबह जोरदार भूकंप आया। भूकंप के तेज झटकों पूरा देश सहम उठा। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.2 मापी गई है।

Krishna Chaudhary
Published on: 24 April 2023 7:51 AM GMT (Updated on: 24 April 2023 8:07 AM GMT)
Earthquake in Newzealand: भूकंप के जोरदार झटके से सहमा न्यूजीलैंड, रिक्टर स्केल पर मापी गई 7.2 तीव्रता
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भूकंप ( सोशल मीडिया)

Earthquake in Newzealand: द्विपीय देश न्यूजीलैंड में आज यानी सोमवार सुबह जोरदार भूकंप आया। भूकंप के तेज झटकों से पूरा देश सहम उठा। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.2 मापी गई है। भारतीय समय के मुताबिक, सुबह 6 बजकर 11 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये भूकंप न्यूजीलैंड के केर्माडेक द्वीप समूह पर आया था, जिसका केंद्र जमीन के नीचे 10 किमी गहराई में था। भूकंप के बाद सुनामी को लेकर चेतावनी जारी की गई है। लोगों को समुद्र तट से दूर रहने को कहा गया है।

40 मिनट बाद आया दूसरा झटका

यूएसजीएस के अनुसार, इस भूकंप के करीब 40 मिनट बाद यानी 6 बजकर 53 मिनट पर केर्माडेक द्वीप में एकबार फिर झटके महसूस किए गए। इस बार रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 5.4 मापी गई। इस भूकंप का केंद्र जमीन के अंदर 39 किलोमीटर गहराई में था। फिलहाल अभी तक वहां पर भूकंप की वजह से होने वाले नुकसान को लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई है।

न्यूजीलैंड का केर्माडेक द्वीप भूकंप के झटकों का आदी रहा है। यहां हमेशा भूकंप आते रहे हैं। इससे पहले बीते माह यानी मार्च के महीने में भी झटके महसूस किए गए थे। 16 मार्च को आए भूकंप में रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.0 मापी गई थी।

मंडरा रहा सुनामी का खतरा

इस भूकंप के बाद इलाके में सुनामी का खतरा मंडराने लगा है। अमेरिकी सुनामी वार्निंग सिस्टम ने इसको लेकर चेतावनी जारी की है। लोगों से समुद्र तटों से फिलहाल दूर रहने को कहा गया है। वहीं, पैसेफिक सुनामी वार्निंग सेंटर ने सुनामी के अंदेशे को खारिज किया है। सेंटर का कहना है कि इतने बड़े भूकंप के झटके आने के बावजूद प्रशांत क्षेत्र में सुनामी का कोई बड़ा खतरा नहीं है।

बता दें कि इस साल फरवरी में भूकंप ने तुर्किये और सीरिया में भारी तबाही मचाई थी। दोनों देशों को मिलाकर लाखों लोग मारे गए थे और इतने ही लोग अपने घरों से विस्थापित भी हुए।

Krishna Chaudhary

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