TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

एस्ट्राजेनेका वैक्सीन को फिर मिली इजाजत, अब इन देशों ने मानी WHO की बात

यूरोपीय मेडिकल रेग्युलेटर(EMA) की ओर से वैक्सीन को लेकर एलान ऐसे समय पर किया गया है जब विश्व स्वास्थ्य संगठन और ब्रिटेन के विशेषज्ञों ने कहा है कि वैक्सीन सुरक्षित है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि वैक्सीन नहीं लेना ज्यादा बड़ा खतरा है।

Newstrack
Published on: 19 March 2021 11:47 AM IST
एस्ट्राजेनेका वैक्सीन को फिर मिली इजाजत, अब इन देशों ने मानी WHO की बात
X
यूरोपीय मेडिकल रेग्युलेटर ने सुरक्षित और असरदार होने का एलान किया था। जिसके बाद बृहस्पतिवार को यूरोपीय संघ के कई देशों ने वैक्सीन को शुरू करने का फैसला किया है।

लंदन: एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की यूरोपीय मेडिकल रेग्युलेटर ने सुरक्षित और असरदार होने का एलान किया था। जिसके बाद बृहस्पतिवार को यूरोपीय संघ के कई देशों ने वैक्सीन को शुरू करने का फैसला किया है। ऐसे में सबसे खास बात ये है कि कुछ दिनों पहले वैक्सीन लगाए जाने के बाद खून के थक्के (Blood Clots) जमने की खबरें सामने आ रहीं थीं। लेकिन मेडिकल रेग्युलेटर ने ऐसी किसी भी बात से साफ मना किया था।

ये भी पढ़ें... सावधानः पहने हुए मास्क न फेंकें खुले में, बहुत तेज फैलेगा संक्रमण

वायरस के बढ़ते मामलों का सामना

ऐसे में यूरोपीय मेडिकल रेग्युलेटर(EMA) की ओर से वैक्सीन को लेकर एलान ऐसे समय पर किया गया है जब विश्व स्वास्थ्य संगठन और ब्रिटेन के विशेषज्ञों ने कहा है कि वैक्सीन सुरक्षित है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि वैक्सीन नहीं लेना ज्यादा बड़ा खतरा है, क्योंकि कई देश कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों का सामना कर रहे हैं।

जबिक ईएमए(EMA) की घोषणा के बाद वैक्सीन को इजाजत देने वालों में जर्मनी, फ्रांस, स्पेन, इटली, नीदरलैंड्स, पुर्तगाल, लिथुआनिया, लातविया, स्लोवेनिया और बुल्गारिया है।

इस बारे में ईएमए(EMA) की प्रमुख एमर कूक ने बृहस्पतिवार को कहा कि एस्ट्राजेनेका की जांच के बाद कमेटी ने पाया है कि वैक्सीन सुरक्षित और असरदार है। आगे उन्होंने कहा 'कमेटी ने यह भी पाया है कि वैक्सीन का थ्रोम्बोम्बोलिक घटनाओं या ब्लड क्लॉट्स से कोई लेना-देना नहीं है।'

फोटो-सोशल मीडिया

ये भी पढ़ें...कोरोनाः देश में अब तक 3 करोड़ 93 लाख से अधिक लोगों की दी गई वैक्सीन की डोज

अमेरिका ने वैक्सीन को इजाजत नहीं दी

साथ ही युके के हेल्थ रेग्युलेटर का कहना है कि फाइजर की वैक्सीन और खून के थक्कों के बीच कोई तार नहीं जुड़े हैं। वहीं डब्ल्युएचओ ने इस बात को दोहराया कि एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन नहीं लेने से इसे लेना ज्यादा बेहतर है।

आगे वैक्सीन कंपनी ने रेग्युलेटर्स के फैसले का खूब स्वागत किया है। लेकिन नॉर्वे और स्वीडन ने कहा है कि वे वैक्सीन का इस्तेमाल जारी रखने के लिए तैयार नहीं हैं। वैक्सीन को लेकर हुए हंगामे के बाद वैश्विक स्तर पर वैक्सीन ड्राइव प्रभावित हुई है।

फिलहाल अमेरिका ने अभी तक एस्ट्राजेनेका वैक्सीन को इजाजत नहीं दी है। लेकिन यूएस ने कहा है कि वे अपने पड़ोसी देश मैक्सिको और कनाडा को लाखों डोज भेजेंगे।

ये भी पढ़ें...पहली बार RSS की बैठक नागपुर से बाहर, कौन बनेगा नंबर दो



\
Newstrack

Newstrack

Next Story