फेसबुक और गूगल के बिजनेस मॉडल पर सवाल

seema
Published on: 29 Nov 2019 7:25 AM GMT
फेसबुक और गूगल के बिजनेस मॉडल पर सवाल
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न्यूयार्क : मानवाधिकार संस्था एमनेस्टी इंटरनेशनल ने एक रिपोर्ट में कहा है कि फेसबुक और गूगल द्वारा यूजर्स की 'निगरानी' निजता के अधिकारों का उल्लंघन है। एमनेस्टी इंटरनेशनल का कहना है इन कंपनियों को 'निगरानी आधारित बिजनेस मॉडल' को छोडऩे के लिए मजबूर करना चाहिए। संस्था का कहना है कि ऐसे बिजनेस मॉडल 'मानव अधिकारों का दुरुपयोग' हैं। एमनेस्टी इंटरनेशनल का कहना है यूजर के निजी डाटा को इकठ्ठा कर इसका इस्तेमाल विज्ञापन व्यापार के लिए किया जा रहा है, उसके मुताबिक दोनों कंपनियां निजता के अधिकार पर अभूतपूर्व हमले कर रही हैं।

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एमनेस्टी का कहना है कि कंपनियां लोगों पर दबाव डालकर फेसबुक और गूगल की सेवाओं के लिए डाटा साझा करने को मजबूर कर रही हैं। एनजीओ का कहना है, यह चिंता वाली बात है, क्योंकि दोनों कंपनियों ने प्राथमिक चैनलों पर कुल प्रभुत्व बना लिया है जिसके जरिए लोग ऑनलाइन दुनिया से जुड़ते हैं और संवाद बिठाते हैं।]

एमनेस्टी का कहना है कि गूगल और फेसबुक दूसरे मानवाधिकारों के लिए भी खतरा है, जिनमें अभिव्यक्ति की आजादी, समानता का अधिकार और गैर भेदभाव शामिल हैं। रिपोर्ट में सरकारों से आग्रह किया गया है कि वह ऐसी नीति बनाए जिससे लोगों की निजता की सुरक्षा हो, साथ ही उनकी पहुंच ऑनलाइन सेवा तक सुनिश्चित हो पाए। संस्था का कहना है, 'सरकार का दायित्व है कि वह कॉरपोरेट कंपनियों द्वारा मानवाधिकारों के हनन से लोगों को बचाएं। लेकिन पिछले दो दशकों से तकनीकी कंपनियां खुद ही नियमित करने के लिए छोड़ दी गई हैं।Ó हालांकि फेसबुक ने इस रिपोर्ट के नतीजों से असहमति जाहिर की है। कंपनी के सार्वजनिक नीति निदेशक स्टीव सैटरफील्ड ने उस आरोप को खारिज कर दिया है जिसमें कहा गया कि कंपनी का बिजनेस मॉडल निगरानी आधारित है। साथ ही कहा कि यूजर खुद ही सेवा के लिए सहमति देते हैं।

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फेसबुक ने पांच पन्नों का जवाब देते हुए कहा, फेसबुक की सेवा लेने के लिए यूजर के जुटाए डाटा, उसका इस्तेमाल और इक_ा करने की प्रक्रिया साफ तौर पर स्पष्ट है और इसको यूजर स्वीकार करता है और इसकी तुलना अनैच्छिक (अक्सर गैर कानूनी) सरकारी निगरानी से नहीं की जा सकती है। गूगल ने भी एमनेस्टी की रिपोर्ट को विवादित करार दिया है।

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सीमा शर्मा लगभग ०६ वर्षों से डिजाइनिंग वर्क कर रही हैं। प्रिटिंग प्रेस में २ वर्ष का अनुभव। 'निष्पक्ष प्रतिदिनÓ हिन्दी दैनिक में दो साल पेज मेकिंग का कार्य किया। श्रीटाइम्स में साप्ताहिक मैगजीन में डिजाइन के पद पर दो साल तक कार्य किया। इसके अलावा जॉब वर्क का अनुभव है।

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