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फिर नई शरारत में जुटा चीन, बॉम्बर्स की तैनाती के साथ युद्धाभ्यास भी

पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर भारतीय सेना से मात खाने के बाद भी चीन अपनी शरारतों से बाज नहीं आ रहा है। रेंजांग ला के पास दोनों देशों के बीच ताजा गतिरोध के बाद चीन कुछ बड़ा करने की फिराक में जुटा हुआ है।

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Published on: 9 Sept 2020 10:53 PM IST
फिर नई शरारत में जुटा चीन, बॉम्बर्स की तैनाती के साथ युद्धाभ्यास भी
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फिर नई शरारत में जुटा चीन, बॉम्बर्स की तैनाती के साथ युद्धाभ्यास भी

अंशुमान तिवारी

नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर भारतीय सेना से मात खाने के बाद भी चीन अपनी शरारतों से बाज नहीं आ रहा है। रेंजांग ला के पास दोनों देशों के बीच ताजा गतिरोध के बाद चीन कुछ बड़ा करने की फिराक में जुटा हुआ है। भारतीय सेना की ओर से मुंहतोड़ जवाब मिलने के बाद पीपुल्स लिबरेशन आर्मी सीमा पर देश भर से सैनिकों को इकट्ठा करने में जुटी हुई है। चीनी सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने खुलासा किया है कि सीमा पर बॉम्बर्स, एयर डिफेंस के जवान, स्पेशल फोर्स के जवान, आर्टिलरी, बख्तरबंद गाड़ियां, पैराट्रूपर्स और पैदल सेना के जवानों को तैनात किया जा रहा है।

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मुंहतोड़ जवाब मिलने से बौखलाया चीन

ग्लोबल टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए पीएलए की ओर से उठाया गया यह कदम उसके दृढ़ संकल्प को दिखाने वाला है।

अखबार ने खुलासा किया है कि पीएलए सेंट्रल थियेटर कमांड एयरपोर्स से जुड़े एच-6 बॉम्बर्स और वाई-20 बड़े परिवहन विमान को ट्रेनिंग मिशन के लिए तैनात किया गया है। इसके साथ ही चीन की सेना युद्धाभ्यास में भी जुटी हुई है।

चीन के रेगिस्तानी इलाकों में और दक्षिण पश्चिम चीन में यह युद्धाभ्यास किया जा रहा है। इसमें लाइव फायर ड्रिल्स की तैनाती और युद्धाभ्यास आदि किया जा रहा है। जानकार सूत्रों का कहना है कि अगस्त के आखिरी में लद्दाख में घुसपैठ की कोशिश नाकाम किए जाने के बाद चीनी सेना की ओर से यह कदम उठाया गया है।

उत्तरी इलाके में भी बढ़ीं चीन की गतिविधियां

सूत्रों के मुताबिक चीन की सेना पैंगोंग झील के उत्तरी इलाके में अपनी तैनाती बढ़ाने में भी जुटी हुई है। नया निर्माण भी किया जा रहा है और चीन की सेना की ओर से ट्रांसपोर्टेशन के साधन भी जुटाए जा रहे हैं। चीन की इन हरकतों को देखकर भारतीय जवान भी सतर्क हो गए और चीन की हर हरकत पर नजर रख रहे हैं।

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दोनों सेनाओं के बीच बुधवार को 4 घंटे तक ब्रिगेड कमांडर लेवल की बातचीत हुई और इस दौरान सहमति बनी है कि दोनों तरफ से कॉर्प्स कमांडर चर्चा करेंगे।

निर्माण कार्य में जुटी है चीनी सेना

पैंगोंग का उत्तर इलाका आठ अलग-अलग फिंगर एरिया में बंटा हुआ है। भारत की ओर से दावा किया गया है कि एलएसी फिंगर 8 से शुरू होती है और फिंगर चार तक जाती है मगर चीन की सेना एलएसी को नहीं मान रही है। चीनी सेना के जवान फिंगर चार के पास डेरा डाले हुए हैं और वे फिंगर पांच से आठ तक निर्माण कार्य भी कर रहे हैं।

हाल के दिनों में दो बार आमना-सामना

हाल के दिनों में भारतीय और चीनी सैनिक दो बार आमने-सामने आ चुके हैं। चीनी सेना की ओर से 31 अगस्त को भी खुराफात की कोशिश की गई थी और चीनी सेना ने भारतीय इलाके में घुसपैठ करने की कोशिश की थी मगर भारतीय सेना ने उसे नाकाम कर दिया।

इससे पहले चीनी सैनिकों ने 29-30 अगस्त की रात भी पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर साजिश को अंजाम देने की कोशिश की थी मगर भारतीय सेना ने झील के दक्षिणी किनारे की अहम चोटियों पर कब्जा करने के साथ ही चीन को मुंहतोड़ जवाब दिया था।

फायरिंग के बाद उल्टा आरोप भारत पर

इस बाबत भारत का कहना है कि जब भारतीय जवानों की ओर से चीनी सैनिकों को अपने पोस्ट की तरफ आने से रोका गया तो उन्होंने हवाई फायर भी किए थे मगर घटना के बाद चीन की ओर से फायरिंग का दोष भारतीय जवानों पर मढ़ा गया। भारतीय जवान इस इलाके की अहम चोटियों पर काबिज हैं और चीन को यह बात अखर रही है। चीन कई बार भारतीय जवानों को इन चोटियों से हटाने की कोशिश कर चुका है।

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