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Donald Trump Hush Money: जानिए क्या है डोनाल्ड ट्रम्प और पोर्न स्टार को पेमेंट का मामला

Donald Trump Money Hush: आरोप है कि पोर्न फिल्म अभिनेत्री स्टेफ़नी क्लिफोर्ड उर्फ स्टॉर्मी डेनियल्स को ट्रम्प के साथ संबंध रखने के आरोपों को सार्वजनिक नहीं करने के बदले में भुगतान किया गया था। वैसे, ट्रम्प ने डेनियल के साथ संबंध होने से इनकार किया है।

Neel Mani Lal
Published on: 2 April 2023 1:52 AM IST
Donald Trump Hush Money: जानिए क्या है डोनाल्ड ट्रम्प और पोर्न स्टार को पेमेंट का मामला
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(Pic: Social Media)

Donald Trump: अमेरिका के पूर्व प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प को एक पोर्न स्टार का मुंह बंद कराने के लिए चोरी छिपे पैसा देने का आरोप लगा है। ये मामला 2016 का है। आरोप है कि पोर्न फिल्म अभिनेत्री स्टेफ़नी क्लिफोर्ड उर्फ स्टॉर्मी डेनियल्स को ट्रम्प के साथ संबंध रखने के आरोपों को सार्वजनिक नहीं करने के बदले में भुगतान किया गया था। वैसे, ट्रम्प ने डेनियल के साथ संबंध होने से इनकार किया है।

ट्रंप पर आरोप

पोर्न स्टार को पैसे देकर चुप कराने का मामला 2006 का है। तब डोनाल्ड ट्रम्प एक रियल एस्टेट कारोबारी थेे। जुलाई 2006 में एक गोल्फ टूर्नामेंट के दौरान स्टॉर्मी और ट्रम्प की मुलाकात हुई थी। स्टॉर्मी ने अपनी किताब "फुल डिस्क्लोजर" में इस मुलाकात का जिक्र किया है। स्टॉर्मी ने बताया है कि ट्रम्प के बॉडीगार्ड्स ने उन्हें एक नए पेंटहाउस में डिनर के लिए बुलाया था। किताब में उन्होंने ट्रम्प के साथ बने संबंधों और उनकी शारीरिक बनावट का भी जिक्र किया था। इसके बाद दोनों के बीच अफेयर शुरू हो गया था।

आरोप हैं कि 2016 में राष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले ट्रम्प ने स्टॉर्मी को चुप रहने के लिए पैसे दिए थे। ट्रम्प के पूर्व वकील माइकेल कोहेन ने भी इस बात को स्वीकार किया था कि उसने ट्रम्प की तरफ से पोर्न स्टार को 1 लाख 30 हजार डॉलर दिए थे। ट्रम्प की ओर से पोर्न स्टार को दिए गए पेमेंट का खुलासा जनवरी 2018 में वाल स्ट्रीट जर्नल ने किया था। इसी के आधार पर ट्रम्प के खिलाफ क्रिमिनल केस चलाने का फैसला किया गया।

कोहेन की गवाही

डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ उनके पूर्व अटॉर्नी माइकल कोहेन की गवाही अहम होगी। कोहेन फिलहाल टैक्स में गड़बड़ी के आरोप में जेल में बंद हैं। माइकल कोहेन का दावा है कि ट्रंप ने स्टॉर्मी डेनियल्स को जिन पैसों का भुगतान किया, उसे उन्हें कानूनी फीस बताकर अपनी कंपनी के द्वारा भुगतान प्राप्त कर लिया था। इस तरह यह दस्तावेजों में गड़बड़ी का मामला बनता है। ट्रंप पर यह भी आरोप लग सकते हैं कि उन्होंने 2016 के राष्ट्रपति पद के चुनाव में प्रचार कानून का उल्लंघन किया।

अवैध योगदान

कोहेन ने 2018 में कई फेडरल आरोपों के लिए दोषी ठहराया गया था। जिसमें ट्रम्प के साथ कथित संबंधों के बारे में महिलाओं की चुप्पी को खरीदने के रूप में अवैध योगदान करना शामिल था। अपनी दलील में, माइकेल कोहेन ने बताया था कि : 2016 के राष्ट्रपति चुनाव अभियान के अंतिम महीने में उन्होंने डेनियल्स को चुप कराने के लिए 130,000 डॉलर का भुगतान किया। डेनियल्स ने दावा किया था कि उसके डोनाल्ड ट्रम्प के साथ संबंध थे। इस तरह ट्रम्प के खिलाफ ये मामला झूठा बयान, झूठे रिकार्ड और दस्तावेजों की हेराफेरी का बनाया गया।

ट्रम्प की सख्त प्रतिक्रिया

पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प ने अभियोग पर सख्त प्रतिक्रिया जारी करते हुए इसे राजनीतिक उत्पीड़न कहा है। उन्होंने एक बयान में लिखा, "यह इतिहास में उच्चतम स्तर पर राजनीतिक उत्पीड़न और चुनावी हस्तक्षेप है। जब से मैं ट्रम्प टॉवर में गोल्डन एस्केलेटर से नीचे आया, और इससे पहले कि मैंने अमेरिका के आपके राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली, रेडिकल लेफ्ट डेमोक्रेट्स जो इस देश के मेहनती पुरुषों और महिलाओं के दुश्मन रहे हैं, मेक अमेरिका ग्रेट अगेन मूवमेंट को नष्ट करने के लिए एक अभियान में लगे हुए हैं।"

2018 में शुरू हुई थी जांच

2018 में तत्कालीन जिला अटार्नी साइरस वेंस जूनियर के तहत जांच शुरू हुई और तेजी से ट्रम्प के खिलाफ एक व्यापक जांच बन गई। 2019 में, वेंस ने आठ साल के टैक्स रिटर्न के लिए ट्रम्प को तलब किया। ट्रम्प ने सुप्रीम कोर्ट में दो बार अनुरोध किया, लेकिन दोनों अवसरों पर उच्च न्यायालय ने जिला अटॉर्नी का पक्ष लिय, जिसके चलते 2021 की शुरुआत में ट्रम्प के वित्तीय रिकॉर्ड प्राप्त करने का रास्ता साफ हो गया। उस वर्ष के अंत तक, वैंस की टीम संपत्ति के मूल्यांकन के बारे में कई वर्षों से बैंकों और कर अधिकारियों को संभावित गलत बयानी के इर्द-गिर्द निर्मित अभियोग तैयार कर रही थी। लेकिन ऐसा नहीं होना था। 2022 में, एक नए जिला अटॉर्नी, एल्विन ब्रैग जूनियर ने शपथ ली, और जल्द ही उन्होंने एक व्यापक धोखाधड़ी योजना के लिए अभियोग मांगने का फैसला किया। इसके चलते इस मामले के दो प्रमुख अभियोजकों ने इस्तीफा दे दिया। एक ने अपने त्याग पत्र में लिखा, "मेरा मानना है कि डोनाल्ड ट्रम्प पर अब और मौजूदा रिकॉर्ड पर मुकदमा न चलाने का आपका निर्णय गलत है और पूरी तरह से जनहित के विपरीत है।"

आगे क्या होगा

ट्रम्प के खिलाफ कोर्ट में चार्जिंग डॉक्यूमेंट पेश किया गया है। इसमें लिखा होता है कि किस पर क्या आरोप लगाया गया है, और उन्होंने कानून कैसे तोड़ा।
सरेंडर के बाद ट्रम्प के साथ भी पूरी कानूनी प्रक्रिया निभाई जाएगी। रिकॉर्ड के लिए उनके फिंगरप्रिंट्स और फोटो ली जाएगी। हालांकि, उन्हें हथकड़ी पहनाई जाएगी या नहीं इसे लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति होने के नाते मैनहैटन कोर्ट जाने तक हर कदम पर उनके साथ सीक्रेट सर्विस के हथियारबंद एजेंट्स मौजूद रहेंगे।

कितनी सज़ा होगी

अभी यही तय नहीं है कि ट्रम्प पर मुकदमा चलाने की स्थिति आएगी या नहीं। मुकदमा चला तो उसे निपटने में लंबा समय लग जायेगा। अभी ये भी नहीं पता कि ट्रम्प के खिलाफ क्या क्या आरोप हैं सो सज़ा के बारे में कोई अटकल नहीं लगाई जा सकती।

भारत में कानून

भारत की बात करें तो हश मनी को दो वर्गों में रखा जा सकता है - ब्लैकमेल और रिश्वत। दोनों में ही आईपीसी की अलग अलग धाराएं होती हैं।



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Neel Mani Lal

Neel Mani Lal

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