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R नंबर का लॉकडाउन कनेक्शन, जुड़ा है वायरस के खत्म होने से

दुनियाभर में कोरोना वायरस महामारी के चलते लॉकडाउन किए हुए कितने हफ्ते बीत गए है। वहीं अब कई देशों में लॉकडाउन खत्म किया जाए या नहीं, ये फैसला किया जा रहा है।

Vidushi Mishra
Published on: 2 May 2020 3:29 PM IST
R नंबर का लॉकडाउन कनेक्शन, जुड़ा है वायरस के खत्म होने से
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R नंबर का लॉकडाउन कनेक्शन, जुड़ा है वायरस के खत्म होने से

नई दिल्ली: दुनियाभर में कोरोना वायरस महामारी के चलते लॉकडाउन किए हुए कितने हफ्ते बीत गए है। वहीं अब कई देशों में लॉकडाउन खत्म किया जाए या नहीं, ये फैसला किया जा रहा है। ये फैसला इस बात को ध्यान में रखकर लिया जा रहा है कि वहां कोरोना वायरस का R नंबर कितना है। लेकिन कोरोना वायरस का ये R नंबर है क्या आखिर औक लॉकडाउन हटाने और कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए R नंबर का क्या कनेक्शन है।

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वायरस का संक्रमण काफी बड़ा रूप

कोरोना वायरस के R का मतलब 'प्रभावी रिप्रोडक्शन नंबर।' यानी औसतन एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति से कितने अन्य लोगों को वायरस फैल रहा है, R नंबर इसी का सूचकांक है।

यदि कोरोना वायरस R नंबर 2 है तो इसका मतलब है कि एक संक्रमित व्यक्ति से 2 नए व्यक्ति संक्रमित होंगे और फिर वे दोनों संक्रमित व्यक्ति 2-2 अन्य लोगों को संक्रमित करेंगे। फिर 4 संक्रमित 2-2 नए लोगों को संक्रमित करेंगे और इस तरह वायरस का संक्रमण काफी बड़ा रूप ले लेगा। जोकि भयावह है।

वायरस का R नंबर 1 से कम हो जाए

ऐसे में कोरोना वायरस का R नंबर अगर किसी देश में 1 से ज्यादा है तो कोरोना संक्रमण बहुत ज्यादा बढ़ जाएगा। लेकिन कोरोना वायरस का R नंबर 1 से कम हो जाए तो महामारी धीरे-धीरे घटने लगेगी। महामारी के शुरुआती दिनों में R नंबर 2 से 3 के बीच था।

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प्रभावी रिप्रोडक्शन नंबर मतलब कोरोना वायरस R नंबर एक जैसा नहीं होता। यह वायरस की संरचना और लोगों के बर्ताव, सोशल डिस्टेंसिंग पर निर्भर करता है। इसके साथ ही आबादी में कितने लोग इम्यून हैं, इससे भी R नंबर पर फर्क पड़ता है।

वहीं सूत्रों से मिली रिपोर्ट के अनुसार, महामारी कोरोना वायरस के शुरुआत में साइंटिस्ट 'बेसिक रिप्रोडक्टिव नंबर' R0 का इस्तेमाल करते हैं। R0 का मतलब होता है कि आबादी की इम्यूनिटी शून्य है।

R नंबर कितना होने पर लॉकडाउन खत्म

लेकिन अब लॉकडाउन की वजह से R नंबर में गिरावट देखने को मिल रही है। ब्रिटेन में लॉकडाउन के बाद R नंबर 0.6 से 0.9 के बीच हो गया है। इसका मतलब है कि ब्रिटेन में महामारी कम हो रही है।

हालांकि इंटरनेशनल स्तर पर ये तय नहीं किया गया है कि R नंबर कितना होने पर लॉकडाउन खत्म किया जा सकता है। इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं दी गई है।

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