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बस-ट्रेन यात्रा बिल्कुल फ्री: यहां हुआ ऐतिहासिक फैसला, लोगों में ख़ुशी का माहौल
लक्जमबर्ग में पहले से 20 साल तक की उम्र के लोगों और 30 साल तक की उम्र के छात्रों के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट फ्री रहा है।
लक्जमबर्ग: किसी भी देश की आम जनता को क्या चाहिए, सीधी सी बात सभी को पता है कि सस्ता रहन-सहन, खाना और कपड़ा। लेकिन कई लोगों की जिंदगी का बड़ा हिस्सा यात्रा में गुजरता है। कई देशों में यात्रा करना काफी महंगा होता है। एक देश जिसने सभी तरह के पब्लिक ट्रांसपोर्ट को सभी लोगों के लिए फ्री कर दिया गया है। 29 फरवरी से ये फैसला लागू भी हो गया है। हम आपको बता दें कि यूरोप के इस देश का नाम है लक्जमबर्ग।
वक्त की जरूरत
यूरोप का यह देश लक्जमबर्ग करीब 6 लाख लोगों की आबादी वाला देश है। लक्जमबर्ग की सीमाएं जर्मनी, बेल्जियम और फ्रांस से लगती हैं।यहां की सरकार ने 24 घंटे लोगों के लिए ट्रेन, बस और ट्राम फ्री करने का फैसला लिया है। लक्जमबर्ग के मोबिलिटी और पब्लिक वर्क्स मिनिस्टर फ्रांकोइस बौश ने इसे वक्त की जरूरत बताया है। वहीं, सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि 2020 एक लीप ईयर है। देश में कंसर्ट और सेलिब्रेशन शुरू हो रहे हैं, इसीलिए 29 फरवरी से ही इसे लागू करने का फैसला लिया गया।
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लक्जमबर्ग में गठबंधन की सरकार है। सेंट्रिस्ट डेमोक्रेटिक पार्टी और लेफ्ट की सोशलिस्ट वर्कर्स पार्टी और ग्रीन्स मिलकर सरकार चला रहे हैं।देशभर में ट्रांसपोर्ट फ्री करना गठबंधन सरकार की प्रमुख योजना रही है।
लक्जमबर्ग आर्थिक रूप से बेहतर
सभी लोगों के लिए ट्रांसफोर्ट फ्री करने की योजना का उद्देश्य अमीर और गरीब लोगों के बीच की खाई को कम करना और शहर में ट्रैफिक की समस्या से छुटकारा पाना है। लक्जमबर्ग आर्थिक रूप से बेहतर कर रहा है, लेकिन अक्सर यह देश ट्रैफिक की समस्या से जूझता रहता है।लक्जमबर्ग में यूरोप के किसी भी अन्य देश के मुकाबले पर कैपिटा कार अधिक हैं।
सिर्फ 5 में से एक यात्री ही यहां पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करते हैं। बता दें कि लक्जमबर्ग में पहले से 20 साल तक की उम्र के लोगों और 30 साल तक की उम्र के छात्रों के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट फ्री रहा है।