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रॉकेट हमले में उड़ी सेना: इरान में एयरपोर्ट को बनाया निशाना, ताबड़तोड़ हुए धमाके

इराक में अमेरिका की अगुवाई वाली गठबंधन फौज वाले सेना के एयरपोर्ट को निशाना बनाया गया है। ऐसे में सैन्य के हिसाब से महत्वपूर्ण इस ठिकाने पर बुधवार को लगभग 10 रॉकेट दागे गए थे। इस बारे में गठबंधन की फौज और इराकी सुरक्षाबलों ने जानकारी को शेयर किया है।

Vidushi Mishra
Published on: 3 March 2021 1:10 PM GMT
रॉकेट हमले में उड़ी सेना: इरान में एयरपोर्ट को बनाया निशाना, ताबड़तोड़ हुए धमाके
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मिलिट्री एयरपोर्ट पर हुए हमले को लेकर कर्नल वायने मारोट्टो के अनुसार, इराकी सुरक्षा बल इस हमले की जांच का नेतृत्व कर रहे हैं।

बगदाद: इराक में मिलिट्री एयरपोर्ट पर बड़ा हमला हुआ है। यहां अमेरिका की अगुवाई वाली गठबंधन फौज वाले सेना के एयरपोर्ट को निशाना बनाया गया है। ऐसे में सैन्य के हिसाब से महत्वपूर्ण इस ठिकाने पर बुधवार को लगभग 10 रॉकेट दागे गए थे। इस बारे में गठबंधन की फौज और इराकी सुरक्षाबलों ने जानकारी को शेयर किया है। लेकिन ये अभी तक साफ नहीं हो पाया है कि इस हमले में कोई हताहत हुआ है या फिर नहीं। वहीं गठबंधन फौज के प्रवक्ता कर्नल वायने मारोट्टो ने बयान में कहा ऐन अल-असद सैन्य हवाईअड्डे पर सुबह सात बजकर 20 मिनट पर रॉकेटों के जरिए कई हमले किए गए।

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हमले के लिए इस्तेमाल किए गए लॉन्च पैड

मिलिट्री एयरपोर्ट पर हुए हमले को लेकर कर्नल वायने मारोट्टो के अनुसार, इराकी सुरक्षा बल इस हमले की जांच का नेतृत्व कर रहे हैं। इस बीच इराक की सेना का एक बयान सामने आया है। साथ ही इसमें कहा गया है कि इस हमले में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है और सुरक्षा बलों ने हमले के लिए इस्तेमाल किए गए लॉन्च पैड का पता लगा लिया है।

बता दें,यहां रॉकेट हमला उस समय हुआ है, जब दो दिन बाद पोप फ्रांसिस (Pope Francis) इराक की धार्मिक यात्रा पर आने वाले हैं। पोप का इस दौरान बगदाद, दक्षिणी इराक और इरबिल जाने का भी कार्यक्रम है।

IRAQ फोटो- सोशल मीडिया

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निशाना बनाकर हवाई हमला

दरअसल अमेरिका ने बीते हफ्ते सीरिया-इराक की सीमा (Syria-Iraq border) के पास ईरान-समर्थित मिलिशिया संगठनों के ठिकानों को निशाना बनाकर हवाई हमला किया था। अमेरिकी हमले के बाद से ही पलटवार की आशंका जताई जा रही थी कि अमेरिका के हमले के जवाब में हमला हो सकता है।

ऐसे में अमेरिकी कार्रवाई के बाद पेंटागन ने कहा था कि हवाई हमला बॉर्डर कंट्रोल पॉइंट पर ईरान समर्थित कातब हिजबुल्लाह और काताब सैय्यद अल-शुहादा को ध्यान में रखकर किया गया था।

आगे पेंटागन प्रवक्ता जॉन किर्बी ने ये भी कहा था, 'हमले इराक में अमेरिका और गठबंधन सेनाओं पर किए गए हमले का जवाब है। अगर जरूरत पड़ी तो अमेरिका आगे भी इस तरह की कार्रवाई को अंजाम देता रहेगा'।

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Vidushi Mishra

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