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नासा की नई खोज: मिला धरती जैसा नया रहने योग्य ग्रह, पृथ्वी से है कई गुना बड़ा

 अंतरिक्ष एजेंसी नासा की ट्रांजिटिंग एक्सोप्लेनेट सर्वे सैटेलाइट (टीइइएस)ने एक जीवन के अनुकूल यानी रहने योग्य ग्रह की खोज की है और सबसे बड़ी बात कि यह पृथ्वी के आकार का है। यह ग्रह अंतरिक्ष के उस क्षेत्र में है, जहां उसकी सतह पर पानी के अस्तित्व के अनुकूल परिस्थितियां मौजूद हैं।

suman
Published on: 13 Jan 2020 11:35 AM IST
नासा की नई खोज: मिला धरती जैसा नया रहने योग्य ग्रह, पृथ्वी से है कई गुना बड़ा
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वाशिगंटन: अंतरिक्ष एजेंसी नासा की ट्रांजिटिंग एक्सोप्लेनेट सर्वे सैटेलाइट (टीइइएस)ने एक जीवन के अनुकूल यानी रहने योग्य ग्रह की खोज की है और सबसे बड़ी बात कि यह पृथ्वी के आकार का है। यह ग्रह अंतरिक्ष के उस क्षेत्र में है, जहां उसकी सतह पर पानी के अस्तित्व के अनुकूल परिस्थितियां मौजूद हैं।

700डी नामक ग्रह

वैज्ञानिकों ने नासा के स्पित्जर स्पेस टेलीस्कोप की मदद से टीओआइ 700डी नामक ग्रह खोज निकालने के दावे की पुष्टि की है। वैज्ञानिकों ने इससे संबंधित जानकारियों को हासिल करने के लिए इस ग्रह के संभावित वायुमंडल का नमूना तैयार किया। वैज्ञानिकों द्वारा खोजे गए पृथ्वी की आकार का ग्रह टीओआइ 700डी उन चुनिंदा ग्रहों में एक है, जो तारे के रहने योग्य क्षेत्र में स्थित है।

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नासा के एस्ट्रोफिजिक्स विभाग के निदेशक पॉस हट्र्ज ने बताया, ‘टीइइएस को विशेष रूप से पृथ्वी के आकार के ग्रहों को खोजने के लिए डिजाइन किया गया है। इससे तारों के आसपास के ग्रह को अंतरिक्ष में देखना आसान होता है। टीओआइ 700डी को खोजना टीइइएस की महत्वपूर्ण वैज्ञानिक खोज है। इसका आकार पृथ्वी जैसा ही है और यह रहने योग्य क्षेत्र है। स्पित्जर की मदद से यह पता लगाना इसकी दूसरी सबसे बड़ी सफलता है।’ टीइइएस आकाश के बड़े हिस्से की मॉनिर्टंरग करता है। आकाश के इस बड़े हिस्से को सेक्टर कहते हैं। यह उपग्रह को तारों की चमक में बदलाव का पता लगाने मदद करता है। बता दें कि तारों में यह चमक तारों की परिक्रमा के दौरान बदलती है।

खास बात

टीओआइ 700डी एक छोटा ग्रह है, जो दक्षिणी नक्षत्र डोराडो में 100 प्रकाश वर्ष दूर स्थित है। यह सूर्य के द्रव्यमान और आकार का एक- चौथाई है। वहीं, इसकी सतह का तापमान सूर्य का आधा है। यह टीईएसएस डाटाबेस में हमारे सूर्य के समान था, जिसका मतलब है कि ये ग्रह जैसे हैं, उससे अधिक बड़े और गर्म दिखाई देते हैं। टीइएसएस टीम के साथ काम करने वाले हाईस्कूल के छात्र एल्टन स्पेंसर सहित कई शोधकर्ताओं ने इस त्रुटि की पहचान की। शोधकर्ता एमिली गिल्बर्ट ने बताया, ‘जब हमने तारे के मापदंडों को सही किया, तो इसके ग्रहों के आकार छोटे हो गए और हमें लगा कि इसके बाहरी हिस्से में स्थित ग्रह पृथ्वी के आकार का है और साथ ही रहने योग्य क्षेत्र में स्थित है।’

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टीओआइ700 बी तारे के केंद्र के पास स्थित है और इसका आकार पृथ्वी के आसपास है। यह चट्टानों वाला है और हर 10 दिन में अपनी कक्षा की परिक्रमा पूरी कर लेता है। वहीं, टीओआइ700 सी मध्यम प्रकार का ग्रह है, जो पृथ्वी से 2.6 गुना अधिक बड़ा है। यह हर 16 दिन पर अपनी कक्षा की परिक्रमा पूरी कर लेता है और माना जाता है कि इस ग्रह पर गैस की बहुतायात मात्रा है। शोधकर्ताओं का कहना है कि भविष्य के मिशन से यह पता लगाने में मदद मिलेगी कि इन ग्रहों पर वायुमंडल हैं या नहीं।



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