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बुरे फंसे ट्रंपः अब लगा शहीदों के अपमान का आरोप, कहा था मूर्ख

‘द अटलांटिक’ के मुताबिक इसी दौरे में ट्रंप ने प्रथम विश्व युद्ध में जान गंवाने वाले 1,800 नौसैनिकों के लिए ‘मूर्ख’ शब्द का इस्तेमाल किया था।

Newstrack
Published on: 5 Sept 2020 1:25 PM IST
बुरे फंसे ट्रंपः अब लगा शहीदों के अपमान का आरोप, कहा था मूर्ख
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नई दिल्ली: अपने बयानों और टिप्पणियों को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर इस चुनावी बेला में एक नया आरोप लगा है। ‘द एटलांटिक’ पत्रिका ने आरोप लगाया है कि ट्रम्प ने अमेरिकी सेना के शहीदों को ‘हारे हुए’ और ‘मूर्ख’ कहा था। ट्रम्प ने इन आरोपों की कहानी को ‘पूरी तरह से झूठी’ बताया है।

ट्रंप ने बताया आरोपों को झूंठ, दी सफाई

‘द एटलांटिक’ ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि डोनाल्ड ट्रम्प ने 2018 में फ्रांस में आयस्ने-मार्ने अमेरिकी कब्रिस्तान में दफनाए अमेरिकी शहीदों को ‘हारने वाला’ और ‘मूर्ख’ करार दिया था। इस पर डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह कहानी ‘पूरी तरह से झूठी’ है। हालांकि रक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी और अमेरिकी मरीन कोर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दोनों ने ट्रंप की कुछ टिप्पणियों के बारे में पुष्टि की है।

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Donald Trump ट्रंप पर शहीदों के अपमान का आरोोप (फाइल फोटो)

इन अधिकारियों ने बताया कि ट्रंप ने ये टिप्पणियां एक बैठक में तब कीं जब वे पेरिस के बाहर स्थित एक कब्रिस्तान में नहीं जाना चाह रहे थे। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद और गुप्तचर सेवा के कर्मियों ने ट्रंप को बताया था कि बरसाती मौसम के कारण कब्रिस्तान तक हेलिकॉप्टर से जाना जोखिम भरा हो सकता है लेकिन सड़क मार्ग से वहां जाया जा सकता है।

ट्रंप पर शहीदों को हारे हुए लोग कहने का आरोप

Donald Trump ट्रंप पर शहीदों के अपमान का आरोोप (फाइल फोटो)

अधिकारी के मुताबिक इस पर ट्रंप ने कहा था कि वह कब्रिस्तान नहीं जाना चाहते हैं क्योंकि वह ‘हारे हुए लोगों से भरा है।’ तब व्हाइट हाउस ने कब्रिस्तान का दौरा रद्द होने का कारण खराब मौसम बताया था। ‘द अटलांटिक’ के मुताबिक इसी दौरे में ट्रंप ने प्रथम विश्व युद्ध में जान गंवाने वाले 1,800 नौसैनिकों के लिए ‘मूर्ख’ शब्द का इस्तेमाल किया था। राष्ट्रपति ट्रम्प के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन की हाल में आई किताब में इस पूरे प्रकरण का जिक्र मिलता है। वैसे जबसे बोल्टन को ट्रम्प ने हटाया है तबसे वो उनके बहुत कट्टर आलोचक बन गये हैं।

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अमेरिका के एक प्रगतिशील समूह ‘वोटवेट्स’ ने उन परिवारों का एक वीडियो पोस्ट किया है जिनके सदस्य मिलिट्री कार्यवाहियों में मारे गए हैं। एक परिवार ने अपनी नाराजगी दिखाते हुए कहा कि आप नहीं जान सकते कि बलिदान करना किसे कहते हैं। ईरान और अफगानिस्तान युद्ध में लड़ चुके अमेरिकी सैनिक पॉल रिकहॉफ ने ट्रम्प द्वारा की गई इस कथित टिप्पणी पर एक ट्वीट में कहा कि ट्रम्प की इस टिप्पणी से कौन बहुत हैरान है। विश्लेषकों का मानना है कि दुबारा चुनाव लड़ रहे ट्रम्प की इस तरह की टिप्पणियां उनके लिए घातक हो सकती हैं। क्योंकि उन्हें मिलिट्री वोटरों के वोट की बहुत जरूरत है।



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