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राहत की खबर: अब खुलेंगे महामारी के सारे राज, भारत ही करेगा ये काम
महामारी कोरोना वायरस की वैक्सीन को लेकर दुनियाभर में शोध हो रहा है, लेकिन अब कोरोना की वैक्सीन के लिए राहत की खबर आई है। इसकी वैक्सीन कितनी सटीक है हालांकि इस पर फैसला जून तक आ जाएगा।
नई दिल्ली: महामारी कोरोना वायरस की वैक्सीन को लेकर दुनियाभर में शोध हो रहा है, लेकिन अब कोरोना की वैक्सीन के लिए राहत की खबर आई है। इसकी वैक्सीन कितनी सटीक है हालांकि इस पर फैसला जून तक आ जाएगा। ये बात ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक जॉन बेल ने 'Meet the Press' कार्यक्रम में बताई है। वैज्ञानिक जॉन बेल कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने वाली टीम को लीड कर रहे हैं। जॉन बेल ने कहा, संभव है कि उनकी टीम को जून की शुरुआत तक यह पता चल जाए कि कोरोना की वैक्सीन प्रभावी है या नहीं।
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पूरी तरह सतर्क
वैज्ञानिक जॉन बेल ने कहा, 'मजबूत एंटीबॉडी बनाने में यह वैक्सीन काफी प्रभावी हो सकती है फिर भी यह कितनी सुरक्षित होगी, यह सुनिश्चित करना एक बड़ा मुद्दा है।
कोरोना वैक्सीन के संबंध में जो भी हो रहा है, उसे लेकर हम क्लिनिक में बहुत सावधानी बरतने की कोशिश कर रहे हैं। हम इस पर निगरानी रखे हुए हैं और जो भी परिणाम आता है, उसके लिए पूरी तरह सतर्क हैं।'
आगे जॉन बेल ने आशंका जताते हुए कहा, 'कोरोना वायरस फ्लू की गति से अपना रूप नहीं बदल रहा है, इसलिए इस वैक्सीन की मौसम के हिसाब से काम करने की संभावना ज्यादा है।' शोधकर्ताओं को अपने दो चरण के परीक्षणों से पर्याप्त डाटा मिलने की आशा है।
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ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी का ये ग्रुप महामारी को रोकने की कोशिशों के साथ-साथ इसकी प्रभावी और सुरक्षित वैक्सीन खोजने की दिशा में लगातार काम कर रहा है।
रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार, जनवरी से अब तक 240,000 से अधिक लोग कोरोना वायरस से मर चुके हैं जबकि दुनिया में 34 लाख से अधिक मामले सामने आए हैं।
वहीं जॉन बेल ने ये नहीं बताया कि यह वैक्सीन पूरी तरह से कब तक बन जाएगी, पर उन्होंने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता इसका सुरक्षित होना है।
उन्होंने बताया कि ऑक्सफोर्ड ग्रुप इसकी प्रीक्लिनिकल स्टडी पहले ही कर चुका है और इसकी सुरक्षा को लेकर बड़ी सावधानी से आगे बढ़ रहा है।
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लापरवाही नहीं कर सकते
वैज्ञानिक जॉन बेल ने कहा, 'यह हमारे लिए एक बड़ा मुद्दा है। जहां एक तरफ हम इसे जल्दी से जल्दी विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं वहीं हम इसकी सुरक्षा को लेकर किसी तरह की लापरवाही नहीं कर सकते।'
विश्वभर में कई परीक्षणों और वैक्सीन पर शोध करने वाले जॉन बेल का कहना है कि अगर कोरोना वायरस की वैक्सीन सफलतापूर्वक आ जाती है तो ऑक्सफोर्ड समूह यह सुनिश्चित करेगा कि यह व्यापक रूप से सबके पास पहुंचे।
जानकारी के लिए बता दें कि ऑक्सफोर्ड की इस वैक्सीन का उत्पादन भारत में किया जाएगा। तो ये भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी।
जॉन बेल ने कहा, 'अगर वैक्सीन सफल होती है तो हम चाहेंगे कि दुनिया में इसकी पहुंच हो। ऑक्सफोर्ड टीम यह सुनिश्चित करना चाहती है विकासशील देश भी यह वैक्सीन बनाने में पीछे ना रहें। साथ ही जल्द से जल्द इस महामारी का खात्मा हो।
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