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यहाँ भी इमरान बेईज्जत! फिर भी नहीं सुधर रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार को लेकर न्यूयॉर्क में गुरुवार को सैकड़ों टैक्सी और ट्रक प्रदर्शन हुए व्यस्त सड़कों पर उतरे।
न्यूयॉर्क: पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार को लेकर न्यूयॉर्क में गुरुवार को सैकड़ों टैक्सी और ट्रक प्रदर्शन हुए व्यस्त सड़कों पर उतरे। पाकिस्तान में रह रहे अल्पसंख्यकों के दुखों और दुर्दशा को उजागर करने के लिए रुफटॉप डिजीटल विज्ञापन करने वाले पीले टैक्सी और मिनी ट्रकों ने सड़कों पर प्रदर्शन किया।
वॉयस ऑफ कराची की ओर से शुरु किया गया अभियान-
शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तानी पीएम इमरान खान के संबोधन से ठीक पहले एक विरोध अभियान को शुरु किया गया। इस अभियान को अमेरिका के एक वकालत समूह, वॉयस ऑफ कराची की ओर से शुरु किया गया है। संयुक्त राष्ट्र के आसपास नजर आने वाले टैक्सियों और ट्रकों पर नजर आए विज्ञापन मे कहा गया कि, ‘पाकिस्तान: मानव अधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र चार्टर से इंकार करने वाला देश’ और ‘मोहाजिर पाकिस्तान’ में संयुक्त राष्ट्र के हस्तक्षेप की मांग करते हैं।
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वहीं पूर्व मेयर वासे जलील ने मीडया से बात करते हुए बताया कि, इस तरह के अन्याय के खिलाफ पाकिस्तान मोहाजिरों को शांतिपूर्ण विरोध करने की अनुमति नहीं देता है। उन्होंने बताया कि, हमारे पास हस्तक्षेप की तलाश के लिए संयुक्त राष्ट्र और दूसरे अंतरराष्ट्रीय निकायों के पास जाने के अलावा और कोई मार्ग नहीं है। ये हमारा नैतिक, मानवीय और लोकतांत्रिक अधिकार है।
दशकों से हो रहे हैं अत्याचार- वासे जलील
उन्होंने कहा कि, दशकों से मोहाजिरों के खिलाफ अत्याचार चला रहा है। इससे हम 25 हजार से अधिक लोगों को खो चुके हैं और हजारों मजबूर गायब हो गए हैं। पाकिस्तान के वजह से हमारी दुनिया में हुई इस स्थिति से दुनिया को रुबरु करवाना चाहते हैं।
वॉयस ऑफ कराची के अध्यक्ष नदीम नुसरत ने मीडिया से बातचीत में बताया कि, इस अभियान का मकसद कराची में जातीय उत्पीड़न और सकल मानवीय अधिकारों के उल्लंघन के बारे में अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अवगत कराना है। ये विडंबना को पाक पीएम इमरान खान ने पैदी किया है और इस मामले को दबाने की कोशिशें की जा रही हैं। देश के अल्पसंख्यक बेहद खराब मानवाधिकार स्थिति का सामना कर रहे हैं।
अल्पसंख्यकों के लिए माहौल बना नरक-
उन्होंने कहा कि, ये शर्मनाक है कि पाकिस्तान कहता है कि भारत मुस्लमानों के खिलाफ है। बल्कि सच्चाई तो ये है कि पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर अंकुश लगा कर रख रहा है और उसने अल्पसंख्यकों के लिए माहौल बद से बदतर बना दिया है। पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे पर बात करता रहता है जबकि पाकिस्तान की 5 लाख अबादी अभी भी बांग्लादेश में रेड क्रॉस कैंप में रहते हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सीमा पार रह रहे लोगों की बात करता है, लेकिम वो अपने ही लोगों को अनदेखा करता है।
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