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अब श्रद्धालुओं की मौत, कोरोना को लेकर लंदन के इस्कॉन में मचा हड़कंप

पूरी दुनिया इस समय वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से जूझ रही है। ऐसे में लंदन स्थित इस्कॉन से जुड़े श्रद्धालुओं को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है।

Aradhya Tripathi
Published on: 12 April 2020 7:03 AM GMT
अब श्रद्धालुओं की मौत, कोरोना को लेकर लंदन के इस्कॉन में मचा हड़कंप
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पूरी दुनिया इस समय वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से जूझ रही है। ये वायरस अब अपने पैर हर जगह पसार रहा है। ऐसे में लंदन स्थित इस्कॉन से जुड़े श्रद्धालुओं को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। एक रिपोर्ट के अनुसार इन श्रद्धालुओं में कोरोना संक्रमण की खबर है। जिससे अब तक 5 श्रद्धालुओं की मौत भी हो चुकी है।

21 मामलों की पुष्टि, 5 की मौत

एक रिपोर्ट के मुताबिक इस्कॉन के ये श्रद्धालु 12 मार्च को एक शख्स के अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे। इस अंतिम संस्कार में 1000 लोग शामिल हुए थे। लेकिन इसके बाद जो ताजा रिपोर्ट सामने आ रही है उसमें हैरान करने वाली जानकारी सामने आ रही है। इस जानकारी के अनुसार कोरोना संक्रमण की वजह से 5 लोगों की मौत हो चुकी है और 21 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। ये 5 वो ही लोग हैं जो अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे। रिपोर्ट के मुताबिक इन भक्तों में 30 से 40 साल की उम्र के लोग शामिल हैं।

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जिनमें से कईयों की हालत गंभीर है। इस्कॉन प्रबंधन ने मंदिर से जुड़े भक्तों का बचाव करते हुए कहा कि जब इस अंतिम संस्कार में लोग शामिल हुए थे उस वक्त ब्रिटेन में किसी तरह की रोक नहीं थी। इस्कॉन ने कहा कि उसने ब्रिटेन में अपने सभी मंदिरों को 16 मार्च को ही बंद कर दिया था। जबकि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने एक हफ्ते के बाद अपने देश में लॉकडाउन की घोषणा की थी।

सोशल मीडिया पर हो रहा गलत दावा

इस्कॉन यूके की पदाधिकारी प्रघोष दास ने कहा, "अब के हालात को देखते हुए लगता है कि हम इस बात पर सहमत हैं कि इसे होना ही नहीं चाहिए था। लेकिन एक बार जब नतीजे आ रहे हैं तो अब हमें सावधानी बरतनी चाहिए। जो जानकारी अब हमारे पास है वो उस वक्त नहीं थी।" सोशल मीडिया पर लोग दावा कर रहे हैं कि संभव है कि ब्रिटेन में 100 से ज्यादा इस्कॉन श्रद्धालु कोरोना से संक्रमित हों। प्रघोष दास का भी मानना है कि 21 से ज्यादा मामले हो सकते हैं।

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इस्कॉन पदाधिकारी प्रघोष दास ने सोशल मीडिया पर चलने वाले अभियान की निंदा करते हुए कहा कि कृपया उन लोगों पर सख्ती न दिखाएं। उन्होंने जान-बूझकर ऐसा कुछ नहीं किया, जो उन्हें नहीं करना चाहिए था। प्रघोष दास ने कहा कि सोचा कि वे उन सभी नियमों का पालन कर रहे हैं, जिन नियमों का पालन उन्हें करना चाहिए था। इसलिए उनके जल्द ठीक होने की कामना करिए।

ब्रिटेन में ज़ारी कोरोना का कहर

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इस्कॉन ने ये भी स्पष्ट किया है कि जब ब्रिटेन में शव यात्रा निकाली गई थी तो उस वक्त देश में लॉकडाउन नहीं लागू था। पीएम बोरिस जॉनसन ने लॉकडाउन की घोषणा 23 मार्च को की थी, जबकि ये शवयात्रा 12 मार्च को निकाली गई थी। बता दें कि ब्रिटेन में इस वक्त कोरोना का संक्रमण अपने चरम पर है। 11 अप्रैल को इस देश में कोरोना की चपेट में आने से 917 लोगों की मौत हुई। इसी के साथ यहां कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 9875 पर पहुंच गया।

Aradhya Tripathi

Aradhya Tripathi

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