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डरपोक पाकिस्तान: बलूचों से थर-थर कांपा, अब करना पड़ा ऐसा
असल में पूरा मामला ये है कि हाल ही में पाकिस्तान में बलूचों के ऊपर हो रहे अत्याचारों को लेकर 'साथ वर्चुअल कॉन्फ्रेंस' का आयोजन किया गया।
पाकिस्तान आतंकियों का आका भले कितना भी बड़ा बन जाए लेकिन पाकिस्तान की कायरता सामने अ ही जाती है। ऐसे ही एक बार फिर पाकिस्तान की कायरता सामने आई है। इस बार पाकिस्तान इंडिया-अमेरिका से नहीं दारा है। बल्कि बलूचों से डर गया है। पाकिस्तान सरकार ने पाकिस्तान के कई इलाकों में कई घंटों के लिए सोशल मीडिया ऐप ट्वीटर और वीडियो कालिंग ऐप ज़ूम को ब्लॉक कर दिया था। जिसके बाद देर रात को पाकिस्तान सरकार ने इनको दुबारा से खोल दिया।
साथ वर्चुअल कॉन्फ्रेंस से डरा पाकिस्तान
असल में पूरा मामला ये है कि हाल ही में पाकिस्तान में बलूचों के ऊपर हो रहे अत्याचारों को लेकर 'साथ वर्चुअल कॉन्फ्रेंस' का आयोजन किया गया। इससे प्रधानमंत्री इमरान खान और पाकिस्तानी सेना डर गई और उसने ट्विटर और जूम को ब्लॉक कर दिया। कुछ राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पाकिस्तान की सरकार और सेना के द्वारा बलूचों के ऊपर अत्याचार की करने की खबरें सामने आती रहीं हैं। इसी के चलते लेकर 'साथ वर्चुअल कॉन्फ्रेंस' का आयोजन किया जा रहा था
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जिससे पाक सरकार और सेना डर गई और उन्होंने ट्विटर और जूम को कई घंटों तक के लिए बंद कर दिया। बता दें कि, 'साथ फोरम' की स्थापना अमेरिका में पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी और स्तंभकार मोहम्मद ताकी ने की है। असल में साथ फोरम की ओर से एलान किया गया था उनकी ओर से बलूच पत्रकार सज्जाद हुसैन और पश्तून तहाफुज मुवमेंट के नेता आरिफ वजीर की रहस्यमय परिस्थितयों में हुई हत्या को लेकर वर्चुअल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जाएगा।
पकिस्तान ने नहीं बताई कोई आधिकारिक वजह
इस फोरम में बलूचों के प्रमुख नेता, नबी बख्श बलोच, गुल बुखारी, अहमद वकास गोराया, ताहा सिद्दीकी समेत कई चर्चित लोग शामिल होने वाले थे। गोराया ने इमरान सरकार पर आरोप लगाया कि अधिकारियों ने देश में जूम को ब्लॉक किया है ताकि पाकिस्तानी नागरिक इस कॉन्फ्रेंस से न जुड़ पाएं। हालांकि, गोराया ने कहा कि इस कॉन्फ्रेंस का वीडियो जारी किया जाएगा।
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जिससे जनता इस कॉन्फ्रेंस को देख पाएगी। बलोच नेताओं की तरफ से आरोप लगाए जाने के बाद सरकार ने ट्विटर और जूम पर लगाए गए रोक को हटा लिया। सरकार की तरफ से इस प्रतिबंध को लागू करने की कोई आधिकारिक वजह नहीं बताई गई है