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भारत के पास राफेल विमान आने से पाक घबराया, दुनिया से लगाने लगा ये गुहार
पांच राफेल विमानों के भारत पहुंचते ही पाकिस्तानी घबरा गया है। पाकिस्तान ने भारत पर अपनी रक्षा जरूरतों से कहीं ज्यादा हथियार जुटाने का आरोप लगाया है।
इस्लामाबाद: पांच राफेल विमानों के भारत पहुंचते ही पाकिस्तानी घबरा गया है। पाकिस्तान ने भारत पर अपनी रक्षा जरूरतों से कहीं ज्यादा हथियार जुटाने का आरोप लगाया है। राफेल विमानों से पाकिस्तान में इस कदर डर छा गया है कि पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भारत के हथियार जुटाने पर ध्यान देने की गुहार लगाई है।
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पाक ने लगाया भारत पर आरोप
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता आयशा फारूकी ने अपनी साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कि भारतीय वायुसेना के पास पांच राफेल विमानों की पहली खेप आ चुकी है। भारत का यह कदम बेहद परेशान करने वाला है क्योंकि भारत अपनी जरूरतों से ज्यादा हथियार जुटाकर सैन्य क्षमता बढ़ाने की कोशिश में जुटा हुआ है। उन्होंने कहा कि भारत का यह कदम दूसरे देशों की परेशानी बढ़ाने वाला है क्योंकि भारत अब दुनिया का सबसे बड़ा हथियारों का आयातक बन चुका है।
शुरू हो सकती है हथियारों की होड़
पाकिस्तान की प्रवक्ता ने कहा कि भारत के हथियार जुटाने से दक्षिण एशिया में हथियारों की होड़ शुरू हो सकती है। इस कारण माहौल बिगड़ने की आशंका पैदा हो गई है। उन्होंने कहा कि वैश्विक समुदाय को भारत को हथियार जमा करने से रोकना चाहिए ताकि दक्षिण एशिया का माहौल बिगड़ने से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि भारत के हथियार जुटाने से पाकिस्तान भी चिंतित है और इस बात ने हमें भी परेशान किया है।
पाक आर्मी चीफ ने की आपात बैठक
बुधवार को पांच राफेल विमानों के अंबाला एयरबेस पर पहुंचने के बाद पाकिस्तान में काफी बेचैनी दिख रही है। इन विमानों के भारत पहुंचने के बाद पाकिस्तान के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा ने एयरफोर्स चीफ के साथ आपात बैठक की। हालांकि इस बैठक का विवरण नहीं मिल सका है। जानकार सूत्रों का कहना है कि राफेल विमानों की आवक से चीन में भी काफी बौखलाहट है। वैसे अभी तक चीन का इस मुद्दे पर कोई बयान नहीं आया है।
राफेल विमानों का जोरदार स्वागत
वायुसेना के बेड़े में राफेल विमानों के शामिल होने से भारतीय सेना काफी मजबूत हुई है। राफेल विमानों के भारतीय हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने पर बुधवार को दो सुखोई विमानों ने उनकी अगवानी की और अंबाला एयरबेस पर लैंड करने के बाद वाटर सैल्यूट दिया गया। हालांकि राफेल को वायुसेना के बेड़े में शामिल कर लिया गया है, लेकिन औपचारिक समारोह अगस्त में आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल होंगे। रूस से सुखोई लड़ाकू विमानों की खरीद के करीब 23 साल बाद अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों का बेड़ा वायुसेना को मिला है।
पाक और चीन की बढ़ीं दिक्कतें
सामरिक मामलों के जानकारों का कहना है कि दुश्मन के टारगेट को चुनकर तबाह करने की क्षमता के कारण राफेल पाकिस्तान और चीन दोनों को परेशान करने की सामर्थ्य रखता है। राफेल विमानों को अंबाला एयर बेस पर रखा गया है।
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अंबाला पाकिस्तान सीमा से 200 किलोमीटर और लद्दाख सीमा की दूसरी तरफ चीन के न्यारी गर गुंसा एयर बेस से 300 किलोमीटर की दूरी पर है। इसका मतलब है कि यहां से पाकिस्तान और चीन दोनों सीमा पर राफेल के जरिए बखूबी निगरानी रखी जा सकेगी। यही कारण है कि भारतीय वायुसेना के बेड़े में राफेल के शामिल होने के बाद पाकिस्तान और चीन दोनों में बौखलाहट दिख रही है।
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