×

कोर्ट में सरेआम हत्या: अमेरिकी शख्स पर ताबड़-तोड़ गोलियां, देखते रह गए सभी

पाकिस्तान के पेशावर से बड़ी खबर आ रही है। पेशावर में ईशनिंदा के आरोपी को कोर्ट के अंदर घुसकर गोली मारी गई। लोगों से भरी कोर्ट में हमला करने वाले शख्स ने ताबड़तोड़ 6 गोलियां दागकर ताहिर नसीम नाम के एक व्यक्ति की हत्या कर दी।

Newstrack
Published on: 30 July 2020 6:08 AM GMT
कोर्ट में सरेआम हत्या: अमेरिकी शख्स पर ताबड़-तोड़ गोलियां, देखते रह गए सभी
X

नई दिल्ली। पाकिस्तान के पेशावर से बड़ी खबर आ रही है। पेशावर में ईशनिंदा के आरोपी को कोर्ट के अंदर घुसकर गोली मारी गई। लोगों से भरी कोर्ट में हमला करने वाले शख्स ने ताबड़तोड़ 6 गोलियां दागकर ताहिर नसीम नाम के एक व्यक्ति की हत्या कर दी। ये व्यक्ति अहमदी समुदाय से संबंध रखता था। हालांकि इस घटना के बाद हर कोई हैरान है। साथ ही पाकिस्तान की कोर्ट में हुए इस निंदनीय कृत्य से अमेरिका ने भी घोर निंदा की है और इसपर तुरंत एक्शन लेने को कहा है।

ये भी पढ़ें... नई शिक्षा नीति: पढ़ाई से लेकर परीक्षा और रिपोर्ट कार्ड में होंगे ये बड़े बदलाव

पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी करने का आरोप

अहमदी समुदाय से संबंध रखने वाले ताहिर नसीम को दो साल पहले पेशावर में ही ईशनिंदा के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, उनपर पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी करने का आरोप था।

इसी मामले में बुधवार को पेशावर की एक अदालत में सुनवाई चल रही थी, तब जज के सामने ही कुछ लोग आए और लगातार फायरिंग शुरू कर दी। इस हमले में ताहिर को 6 गोली लगीं, जिससे उसकी मौत हो गई।

ये भी पढ़ें...संगीत नाटक अकादमी में वेबिनार, नौटंकी के महत्व पर हुई चर्चा

2018 से ही पुलिस की गिरफ्त में

पाकिस्तान मीडिया के अनुसार, ताहिर 2018 से ही पुलिस की गिरफ्त में था, उसपर कई मामलों में केस चल रहा था। इसके साथ ही जो धाराएं उसपर लगाई गई थीं उसमें ज्यादातर सजा फांसी की है।

पाकिस्तान कोर्ट में हुई इस घटना पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय के दक्षिण एशियाई विभाग का ट्वीट आया है। ट्वीट में कहा गया है कि पाकिस्तान की अदालत में मारे गए अमेरिकी नागरिक ताहिर नसीम के परिवार के प्रति हम संवेदना व्यक्त करते हैं। पाकिस्तान से अपील करते हैं कि वो आरोपियों पर सख्त से सख्त एक्शन ले और आगे इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाए।

ईशनिंदा को लेकर काफी कड़ा कानून

जानकारी के लिए आपको बता दें कि पाकिस्तान में ईशनिंदा को लेकर काफी कड़ा कानून है, जिसपर कई बार बवाल भी हो चुका है। वहीं दूसरी तरफ अहमदी समुदाय के लोगों को गैर-मुस्लिम घोषित किया गया है, यही वजह है कि बीते काफी समय में यहां अहमदी लोगों पर हमले बढ़े हैं।

ये भी पढ़ें...झारखंड की हेमंत सरकार में दरार, दिल्ली पहुंचे कांग्रेस MLA, महागठबंधन में हड़कंप

देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Newstrack

Newstrack

Next Story