×

पाकिस्तान हिन्दू लड़कियों को बना रहा शिकार, जबरन करा रहा ऐसा काम

ऐसा अक्सर होता है की लड़कियों को जबरन पकड़ कर उन्हें धर्म परिवतन कराया जाता हैं और इससे जुड़ी एक और नई खबर सामने आई है। ये खबर पाकिस्तान के लाहौर के ननकाना साहिब इलाके की है जहां से गायब हुई सिख लड़की का अब तक पता नहीं चल पाया है। ऐसा कहा जा रहा है कि सिख लड़की का जबरन धर्म परिवर्तन कर उनका निकाह करवाया गया है।

Roshni Khan
Published on: 31 Aug 2019 11:22 AM GMT
पाकिस्तान हिन्दू लड़कियों को बना रहा शिकार, जबरन करा रहा ऐसा काम
X

इस्लामाबाद: ऐसा अक्सर होता है की लड़कियों को जबरन पकड़ कर उन्हें धर्म परिवतन कराया जाता हैं और इससे जुड़ी एक और नई खबर सामने आई है। ये खबर पाकिस्तान के लाहौर के ननकाना साहिब इलाके की है जहां से गायब हुई सिख लड़की का अब तक पता नहीं चल पाया है। ऐसा कहा जा रहा है कि सिख लड़की का जबरन धर्म परिवर्तन कर उनका निकाह करवाया गया है। शनिवार यानी आज सुबह खबर आई कि लड़की सकुशल वापस घर लौट आई है। लेकिन लड़की के भाई ने कहा है कि उसकी बहन के बारे में अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है।

ये भी देखें:क्या है एनआरसी…. देखिए विस्तृत और पूरी कहानी

वहां पुलिस का कहना है कि इस मामले में 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, लड़की के भाई ने बताया है कि मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। लड़की के गायब होने के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल किया गया है। वीडियो में एक शादी समारोह में लड़की कहती दिख रही है कि वो अपनी मर्जी से निकाह कर रही है। जबकि सिख लड़की के परिवारवालों का कहना है कि उसका जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कर निकाह करवाया गया है।

ऐसे वाकये पाकिस्तान हिंदू-सिख लड़कियों के साथ होते रहते हैं

इसी तरह का एक मामला इसी साल मार्च में आया था। इसी साल होली के दिन सिंध प्रांत के घोटकी जिले से दो बहनें रीना मेघवार और रवीना मेघवार गायब हो गईं। दोनों लड़कियों को उनके घर से उठा लिया गया था। दोनों लड़कियों के पिता शमन अपने इलाके के पुलिस थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाने पहुंचे। थानेदार ने लड़कियों को ढूंढ़ निकालने का वादा तो किया लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं किया।

अगले दिन शमन ने अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ मिलकर विरोध प्रदर्शन किया। उसके बाद जाकर थाने में रिपोर्ट दर्ज हुई। उसके बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ। वीडियों में रीना और रवीना दोनों बहनें कलमा पढ़ते हुए दिख रही थीं। वो कह रही थीं कि उन्होंने अपनी मर्जी से इस्लाम कबूल कर लिया है। दोनों बहनों की गालों पर होली का रंग अभी तक लगा था।

ये भी देखें:जानिए कहां लगेगी जेटली की मूर्ति? राज्य उत्सव के तौर पर मनाया जाएगा जन्मदिन

दोनों लड़कियों का निकाह करवाया जा चुका था। सफदर अली और बरकत अली के साथ दोनों का निकाह हुआ। दोनों ही पुरुष पहले से शादीशुदा थे और उनके बच्चे भी थे। एक मदरसे में पहले दोनों लड़कियों का धर्म परिवर्तन करवाया गया था और फिर आनन फानन में निकाह।

दोनों बहनों का ब्रेन वॉश कर करवाया गया धर्म परिवर्तन

लड़कियों के पिता शमन ने बताया कि उसकी बेटियां नाबालिग हैं, फिर उनका निकाह कैसे हो गया। इसके बाद एक और वीडियो आया, जिसमें लड़कियां खुद को 18 साल का बता रही थीं। पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने भी कहा कि वो इस मामले की जांच करवाएंगे। लेकिन कुछ नहीं हुआ।

रीना और रवीना के मामले में तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी आपत्ति जताई थी। उन्होंने पाकिस्तान में भारतीय राजदूत से इस बारे में रिपोर्ट मांगी थी। मामला कोर्ट में भी गया। लेकिन अगवा करके धर्म परिवर्तन करने का ये ऐसी सोची समझी साजिश थी, जिसमें कुछ नहीं किया जा सका। दोनों लड़कियां आखिर तक अपनी मर्जी से धर्म परिवर्तन और निकाह की बात कबूलती रहीं।

ये भी देखें:क्या मध्य प्रदेश कांग्रेस के भीतर यह सिंधिया का आखिरी दांव है

जबकि पाकिस्तान के मानवाधिकार संगठनों तक ने माना कि इस मामले में लड़कियों का चालाकी से ब्रेन वॉश किया गया था।

पाकिस्तान में गरीब हिंदुओं की लड़कियों का जबरदस्ती धर्म परिवर्तन हो रहा

2015 की एक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में हर साल करीब 1 हजार लड़कियों का जबरदस्ती धर्म परिवर्तन होता है। ये सबसे ज्यादा सिंध प्रांत के उमेरकोट, थारपारकर, मीरपुर खास, संघर, घोटकी और जकोबादा जिलों में होता है। इस इलाके के ज्यादातर हिंदू गरीब हैं। इसी का फायदा उठाकर उनकी लड़कियों का जबरदस्ती धर्म परिवर्तन करवाया जाता है।

इस इलाके में दो मदरसा काफी मशहूर हैं। एक है दरगाह पीर भरचुंडी शरीफ और दूसरा दरगाह पीर सरहंदी। इन्हीं दो मदरसों में धर्म परिवर्तन का गोरखधंधा चलता है। इलाके में इन दोनों मदरसों का आंतक फैला है। मीरपुर खास, थरपारकर और उमेरकोट में धर्म परिवर्तन के सबसे ज्यादा मामले देखने में आते हैं।

ये भी देखें:SPCGI: राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने 24वें दीक्षांत समारोह में की शिरकत

पाकिस्तान में हिंदू, सिख, ईसाई, अहमदी और हाजरा जैसे समुदाय अल्पसंख्यक समुदाय में आते हैं। इन समुदायों के प्रति हिंसा के मामले साल दर साल बढ़े हैं।

Roshni Khan

Roshni Khan

Next Story