इस बड़े एक्‍शन से डर गया पाकिस्तान, चीन की शरण में पहुंचे इमरान खान

आतंकियों के लिए स्वर्ग पाकिस्तान की खैर नहीं है। पहले से ही पड़ोसी देश की अर्थव्यवस्था चौपट है। अब बहुत जल्द ही पाकिस्तान कंगाल भी हो जाएगा और पाकिस्तानियों को खाने के लाले पड़ने वाले हैं।

Dharmendra kumar
Published on: 23 July 2023 4:51 PM GMT
इस बड़े एक्‍शन से डर गया पाकिस्तान, चीन की शरण में पहुंचे इमरान खान
X

नई दिल्ली: आतंकियों के लिए स्वर्ग पाकिस्तान की खैर नहीं है। पहले से ही पड़ोसी देश की अर्थव्यवस्था चौपट है। अब बहुत जल्द ही पाकिस्तान कंगाल भी हो जाएगा और पाकिस्तानियों को खाने के लाले पड़ने वाले हैं।

अब फाइनेंशियल ऐक्शन टास्क फोर्स (FATF) पाकिस्तान के खिलाफ कभी भी कड़ा ऐक्शन ले सकता है। इसके बाद से पाकिस्तान के नेताओं की धड़कने और छटपटाहट बढ़ गई है। तिलमिलाहट में पाकिस्तानी नेता आरोप लगा रहे हैं कि भारत FATF में पाकिस्‍तान को Blacklist कराने की कोशिशें कर रहा है।

यह भी पढ़ें...मोदी सरकार की तारीफ में RSS प्रमुख मोहन भागवत का मुस्लिमों पर बड़ा बयान

पाकिस्तानी नेता सिर्फ लोगों का ध्‍यान भटकाने के लिए ये सब नाटक कर रहा है। अब चीन की शरण में जाने की कोशिश कर रहा है ताकि FATF पाकिस्‍तान पर कोई एक्‍शन नहीं ले।

पाकिस्‍तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के बयान और प्रधानमंत्री इमरान खान की चीन यात्रा को इन्‍हीं कावायदों के तौर पर देखा जा रहा है।

यह भी पढ़ें...दुनिया की सबसे बड़ी पंचायत हो गई कंगाल! 1600 करोड़ से ज्यादा का घाटा

13 से 18 अक्‍टूबर के बीच एफएटीएफ की बैठक होने जा रही है। कुरैशी ने आरोप लगाया कि भारत उनके देश को FATF द्वारा ब्लैकलिस्ट कराए जाने की कोशिशों में लगा हुआ है।

वहीं इमरान खान चीनी राष्‍ट्रपति शी चिनफिंग से मिलने के लिए बीजिंग पहुंच गए हैं। बता दें कि इन दिनों एफएटीएफ की अध्‍यक्षता चीन के पास है, इसलिए पाकिस्‍तान की कोशिश दबाव बनाकर FATF के एक्‍शन से बचने की होगी।

यह भी पढ़ें...Happy Dussehra: रावण कर लेता एक यज्ञ तो भगवान राम होते पराजित, जानिए क्यों

मीडिया में आई खबरों के मुताबिक इमरान खान के इस दौरे का एजेंडा चीन-पाकिस्‍तान आर्थिक कॅरिडोर (CPEC) पर द्विपक्षीय बातचीत और कश्‍मीर होगा।

एफएटीएफ की बैठक में संभावित कार्रवाई से बचने के लिए अपने पक्ष में लामबंदी भी इस दौरे के एजेंडे में होगा। इमरान खान की यह कोशिश होगी कि वह एफएटीएफ की कार्रवाई से मुल्‍क को बचाने के लिए चिनफिंग के समर्थन जुटाएं।

Dharmendra kumar

Dharmendra kumar

Next Story