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अमेरिकी कबूतर को सजा: तय किया 13 किमी का सफर, जाने पूरा मामला

पिछले साल अक्टूबर में ये सफेद कबूतर अमेरिका के ऑरेगॉन में कबूतरों की रेस में शामिल हुआ था। रेस के दौरान कबूतर भटक गया और कई हजार किलोमीटर का सफर तय कर ऑस्ट्रेलिया पहुंच गया। आपको बता दें कि इस कबूतर का नाम 'जो' है।

Shraddha Khare
Published on: 15 Jan 2021 8:57 AM GMT
अमेरिकी कबूतर को सजा: तय किया 13 किमी का सफर, जाने पूरा मामला
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अमेरिकी कबूतर को सजा: तय किया 13 किमी का सफर, जाने पूरा मामला photos (social media)

मेलबर्न : सफेद कबूतरों की खूबसूरती वैसे तो हर किसी को भाती है लेकिन हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में एक ऐसे ही कबूतर को मारना चाहता है। आपको बता दें कि इस कबूतर की खास बात ये है कि यह कबूतर अमेरिका से ऑस्ट्रेलिया 13 किलोमीटर का सफर तय करके यहां पंहुचा है। ऑस्ट्रेलिया की सरकार का यह मानना है कि इस एक कबूतर के आने से पूरे ऑस्ट्रेलिया में बीमारी फैल सकती है।

यह कबूतर 26 दिसंबर को मेलबर्न पहुंचा

समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल अक्टूबर में ये सफेद कबूतर अमेरिका के ऑरेगॉन में कबूतरों की रेस में शामिल हुआ था। रेस के दौरान कबूतर भटक गया और कई हजार किलोमीटर का सफर तय कर ऑस्ट्रेलिया पहुंच गया। आपको बता दें कि इस कबूतर का नाम 'जो' है। इस कबूतर को जब ऑस्ट्रेलिया में पकड़ा गया था तब इसके पैर में एक नीले रंग का पट्टा बंधा हुआ था। यह भी कहा जाता है कि यह पट्टा उस कबूतर की एक अलग पहचान के लिए बांधा गया था। बताया जा रहा है कि यह कबूतर 13 हजार कबूतर किलोमीटर का सफर कर 26 दिसंबर को यह कबूतर मेलबर्न पहुंच गया।

ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने जताया कबूतर को लेकर चिंता

सफेद कबूतर के पैर में बंधे इस नीले पट्टे ने ऑस्ट्रेलिया सरकार को परेशानी में डाल दिया है। ऑस्ट्रेलियाई सरकार को लगता है कि ये कबूतर किसी बड़ी बीमारी को फैलाने के लिए काफी है। आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने इस कबूतर को मारने का मन बना लिया है। हालांकि ऑस्ट्रेलिया सरकार के इस बड़े फैसले के बाद अमेरिका के रेसिंग पिजन डेवलपमेंट मैनेजर डियोन रॉबर्ट्स ने कहा कि कबूतर के पैर में बंधा हुआ नीला बैंड नकली है।

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रेसिंग पिजन डेवलपमेंट मैनेजर ने कही यह बात

डियोन रॉबर्ट्स ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में जो नाम का कबूतर मिला है। वह अमेरिकी नीले बंद वाले कबूतरों से अलग है। उन्होंने कहा है कि हम रेस में शामिल कबूतरों को अभी तक ट्रेस नहीं कर पाए हैं लेकिन हम यह कह सकते हैं कि यह कबूतर ऑस्ट्रेलिया का ही है। उन्होंने यह कहा कि अगर यह रेस वाला कबूतर होता तो हम इसे आसानी से पहचान लेते।

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