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CM योगी के बयान पर नेपाल को लगी मिर्ची, अब कहने लगा ये बात

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर नेपाल को मिर्ची लग गई है। नेपाल के साथ सीमा विवाद पर योगी आदित्यनाथ के बयान को नेपाल ने अस्वीकार्य बताया है।

Dharmendra kumar
Published on: 10 Jun 2020 8:42 PM IST
CM योगी के बयान पर नेपाल को लगी मिर्ची, अब कहने लगा ये बात
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काठमांडू: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर नेपाल को मिर्ची लग गई है। नेपाल के साथ सीमा विवाद पर योगी आदित्यनाथ के बयान को नेपाल ने अस्वीकार्य बताया है। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने योगी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका बयान निंदनीय है। योगी ने चेतावनी भरे लहजे में नेपाल से कहा था कि अपने देश की सीमाएं तय करने से पहले उसे नतीजों के बारे में भी सोच लेना चाहिए।

योगी का बयान स्वीकार नहीं

नेपाल के प्रधानमंत्री ने देश के नए नक्शे की मंजूरी के बाद नेपाली संसद की प्रतिनिधि सभा में कहा कि उतर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हमें डराने की कोशिश न करें। उनका यह कदम उचित नहीं है। प्रतिनिधि सभा में एक सांसद के सवाल के जवाब में ओली ने कहा कि अगर योगी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में ऐसी बातें करते हैं तो इसकी निंदा की जानी चाहिए। हमें ऐसा बयान स्वीकार्य नहीं है और हम इसे नेपाल का अपमान समझते हैं। उन्होंने सीएम योगी की भाषा को अस्वीकार्य बताते हुए कहा कि उन्हें याद रखना चाहिए कि ऐसे बयानों से हम खुश नहीं हैं।

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योगी ने कहा- नेपाल तिब्बत का हश्र याद रखे

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि नेपाल को सीमाएं तय करने से पहले परिणामों के बारे में भी जरूर सोचना चाहिए। उनका कहना था कि नेपाल यह याद रखे कि तिब्बत का क्या हश्र हुआ था। उन्होंने नेपाल के साथ सदियों पुराने सांस्कृतिक रिश्तो की चर्चा करते हुए कहा था कि भारत और नेपाल भले ही दो देश हों मगर नेपाल को यह याद रखना चाहिए कि दोनों की आत्मा एक ही है। दोनों देशों के सांस्कृतिक संबंधों को सीमा के बंधन में नहीं बांधा जा सकता। अब नेपाल के प्रधानमंत्री की योगी के इसी बयान पर प्रतिक्रिया आई है।

भारतीय सेना पर अतिक्रमण का आरोप

नेपाल के प्रधानमंत्री ने अपने भाषण के दौरान भारत की सेना पर भी निशाना साधा और अतिक्रमण करने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि कालापानी क्षेत्र में सेना की तैनाती करके भारत में नेपाली क्षेत्र का अतिक्रमण किया है। उन्होंने कहा कि भारत ने काली मंदिर का निर्माण किया और काला पानी पर अपने दावे को साबित करने के लिए कि कृत्रिम काली नदी तक बना डाली।

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लिपुलेख को प्राथमिकता देने का एलान

उन्होंने कहा कि हमने न तो अपनी सीमा का अतिक्रमण किया है और न ही किसी दूसरे के इलाके पर कब्जा किया है। हम लिपुलेख, काला पानी और लिंपियाधूरा को प्राथमिकता दे रहे हैं। इस बारे में भारत की ओर से भी स्पष्ट कर दिया गया है कि भारत अपने दावे के क्षेत्रों को नहीं छोड़ सकता। भारत का कहना है कि नेपाल को इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि जो इलाके दशकों से हमारे कब्जे में हैं, उन पर अचानक नेपाल कैसे दावा करने लगा।

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कोरोना पर भी नेपाल का भारत विरोधी रुख

जानकारों का कहना है कि इन दिनों में नेपाल का रुख भारत विरोधी दिख रहा है। इससे पहले कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर भी नेपाल ने भारत पर निशाना साधा था। नेपाल के प्रधानमंत्री ने संसद में कहा था कि नेपाल में कोरोना वायरस से संक्रमित कुल मामलों में पचासी फीसदी मामले भारत से आए हैं। उनका तो यहां तक कहना था कि नेपाल को इटली और चीन से ज्यादा खतरा भारत से है। मौजूदा समय में नेपाल में चार हजार से अधिक लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं।



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