TRENDING TAGS :
Navy officers stranded in Qatar : मौत की सजा पाए भारतीय नेवी के पूर्व अधिकारियों को लेकर आया बड़ा अपडेट, रिहाई की जगी उम्मीद
Navy officers stranded in Qatar: 23 नवंबर को कोर्ट ने अपील को स्वीकार किया है। भारत सरकार की ओर से नौसेना कर्मियों के पक्ष में जो दस्तावेज प्रस्तुत किए गए हैं, उसका अध्ययन करने के बाद सुनवाई होगी।
Navy officers stranded in Qatar: खाड़ी देश कतर में मौत की सजा पाए भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारियों को लेकर बड़ा अपडेट आया है। मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि कतर की अदालत ने 8 पूर्व भारतीय नौसैनिकों की अपील को स्वीकार कर लिया है। यह अपील भारत सरकार की ओर से दायर की गई थी। इस पर जल्द सुनवाई होने के आसार हैं, फिलहाल तारीख घोषित नहीं की गई है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुरूवार 23 नवंबर को कोर्ट ने अपील को स्वीकार किया है। भारत सरकार की ओर से नौसेना कर्मियों के पक्ष में जो दस्तावेज प्रस्तुत किए गए हैं, उसका अध्ययन करने के बाद सुनवाई होगी। दरअसल, इस साल अक्टूबर को मौत की सजा सुनाए जाने के बाद देश में हड़कंप मच गया था। परिजनों ने भारतीय विदेश मंत्रालय से दखल देने की गुहार लगाई थी।
विदेश मंत्रालय ने भी कतर कोर्ट के फैसले पर निराशा जाहिर करते हुए कहा था कि वे इस फैसले से स्तब्ध हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कतर की जेल में बीते एक साल से अधिक समय से बंद पूर्व नौसैनिकों के परिजनों से दिल्ली में मुलाकात की थी। बताया जाता है कि भारत सरकार इस मामले को लेकर लगातार कतर के शाही परिवार से संपर्क में थी। उसी का नतीजा है कि पूर्व नौसैनिकों की रिहाई की उम्मीद जगी है।
पूर्व भारतीय नौसैनिकों पर क्या हैं आरोप ?
जिन आठ पूर्व भारतीय नौसैनिकों को मौत की सजा सुनाई गई है, उनपर कतर के सबमरीन प्रोजेक्ट से जुड़ी जानकारियां इजरायल को देने का आरोप है। हालांकि, कतर सरकार की ओर से भारत सरकार को इन पूर्व अधिकारियों पर जो आरोप लगाए गए हैं, उसके संबंध में कुछ खास जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई है। इस बात की तस्दीक विदेश मंत्री एस जयशंकर भी कर चुके हैं।
Qatar Ex Indian Navy Officer: कतर, इजरायल और भारतीयों को सज़ा ए मौत : मामला पेचीदा है
आठों भारतीय पूर्व नौसैनिक वहां की अल दहरा कंपनी में काम करते थे। अगस्त 2022 में कतर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया था। जिन रिटायर्ड नौसैनिकों को मौत की सजा दी गई है, उनमें से अधिकांश ऐसे हैं जिनकी उम्र 60 साल को पार कर गई है।
इन आठों पूर्व नौसैनिकों के नाम हैं – कैप्टन नवतेज सिंह गिल, कैप्टर बीरेंद्र कुमार वर्मा, कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कमांडर अमित नागपाल, कमांडर पूर्णेंदू तिवारी, कमांडर सुगुनाकर पकाला, कमांडर संजीव गुप्ता और सेलर राकेश।